कभी ऐसा हुआ है कि आप अपनी किसी प्यारी दोस्त से मिलने का प्लान बना रही हों और फिर उसके पेट डॉग को याद कर आपने उससे मिलने का प्लान ही ड्रॉप कर दिया हो? अगर हां, तो आइए जानते हैं कि ऐसी स्थिति में क्या करें।
अपने डर की सजा उन्हें मत दीजिए
अक्सर लोगों को देखा है कि कुत्ते अच्छे तो लगते हैं, लेकिन दूर से। और कहीं वे नजदीक आ जाएं, तो समझो गए काम से। स्पेशियलि हमारा ये डर हमारे लिए बड़ी परेशानी तब बन जाता है, जब हमें अपनी किसी खास दोस्त से मिलने जाना हो, और उसके पास उसका प्यारा सा डॉगी हो। उसकी याद आते ही हमें पिछली बार की हमारी मुलाकात याद आ जाती है, जहां उसके हमारे पास कूदते हुए आते ही हमने चिल्लाकर पूरे घर को इकट्ठा कर लिया था। अगर आपके मन में भी कुत्तों को लेकर डर है, तो हमें यकीन है कि आपके साथ भी ऐसा कुछ जरूर हुआ होगा। कई बार ऐसा भी होता है कि उनसे आपके डर को देखते हुए, उस बेचारे को एक अलग कमरे में बंद कर दिया जाता है और उसका शोर आपको और डरा देता है। हालांकि ऐसा नहीं है कि कुत्तों से डरनेवाला हर इंसान उससे नफरत करता है। यह महज एक डर या फोबिया होता है, जिसके कारण आपका व्यवहार दूसरों को चकित कर देता है। हालांकि थोड़ी-सी कोशिश से आप इस डर से कुछ हद तक निजात पा सकती हैं।
डॉग के प्रेम को समझिए
आम तौर पर अपने या दूसरों के पिछले कुछ बुरे अनुभवों के आधार पर कुत्तों से डर स्वाभाविक है, लेकिन ऐसा भी नहीं है कि इसे आप पूरी जिंदगी अपना हिस्सा बनाए रखें। अगर अपनी दोस्त के साथ आप उसके पेट डॉग से भी दोस्ती करना चाहती हैं, तो सबसे पहले अपने दिल से ये बात निकाल दीजिए कि वे आपको हानि पहुंचाएंगे। इसके अलावा, इस बात को भी दिमाग में बिठा लें कि आपके जाते ही वे आप पर कूदकर आपको डराने की बजाय, आपके प्रति प्यार जाहिर कर रहे हैं। ऐसे में खामोशी से कुछ देर यूं ही खड़े रहें। यकीन मानिए आपको इस तरह शांत देखकर वे स्वयं कुछ देर बाद नॉर्मल हो जाएंगे। इस तरह एक बार अगर आपने उनका बिहेवियर समझ लिया, तो उनके साथ आपको दोस्ती करने में जरा भी वक्त नहीं लगेगा। इसके अलावा, आपकी दोस्त को भी ये बात अच्छी लगेगी कि आप उसके प्रिय का सम्मान कर रही हैं।
अपनी दोस्त को दीजिए निश्चिंतता का उपहार
सिर्फ इंसान ही नहीं, धैर्य के साथ जानवरों को भी जीता जा सकता है, आप चाहें तो इसे आजमाकर देख सकती हैं। अपनी दोस्त के घर जब भी जाएं, तो कोशिश करें कि अपनी दोस्त के साथ कुछ छोटे-छोटे पल उनके पेट डॉग के साथ भी बिताएं। आप चाहें तो अपनी दोस्त के अलावा उसके लिए भी कोई छोटा सा उपहार ले जा सकती हैं। संभव हो तो अपनी दोस्त से पूछकर उनकी पसंद की खाने-पीने की कोई चीज ही ले जाएं। उसके साथ तालमेल बिठाकर आप अपनी दोस्त को सिर्फ खुश ही नहीं, बल्कि निश्चिंत भी कर सकती हैं, जो अक्सर आपके आने से पहले अपने पेट डॉग को लेकर चिंतित रहती थी। ये बात तो आप भी जानती होंगी कि डॉग अपने चाहनेवालों को कभी नहीं भूलते और एक बार अगर आपके साथ उनकी अच्छी बॉन्डिंग हो गई, तो समझिए अब उसे चाहकर भी कोई खत्म नहीं कर सकता।
उनकी पसंद-नापसंद समझिए
धैर्य के साथ उनसे अपनी बॉन्डिंग बनाने के अलावा अगर आप चाहें तो उनके बारे में कुछ जानकारी अपनी दोस्त से भी ले सकती हैं, जैसे उनकी पसंद-नापसंद इत्यादि। इसके अलावा, आप अपनी तरफ से भी थोड़ा उनके बारे में रिसर्च कर सकती हैं। ध्यान रखिए दिखने में एक जैसे होने के बावजूद सारे डॉग्स और उनकी आदतें भिन्न-भिन्न होती हैं। ऐसे में अगर आप उनकी बॉडी-लैंग्वेज समझने में कामयाब हो जाती हैं, तो सिर्फ अपनी दोस्त के ही नहीं, बल्कि दुनिया के हर डॉग से अपनी केमिस्ट्री सुधार सकती हैं। इसके अलावा, आपको अपने इस डर पर काबू पाना है, इसे आप एक चुनौती की तरह भी ले सकती हैं।
दोस्त के दोस्त से दोस्ती होगी फायदेमंद
अपनी दोस्त के घर उसके पेट डॉग से अपनी बॉन्डिंग बनाकर जहां आप अपने लिए कुछ नया सीख सकती हैं, वहीं अपनी दोस्त को भी ये एहसास दिला सकती हैं कि उनका पेट डॉग बिलकुल नुकसानदेह नहीं है और आपको भी प्यारा है। हालांकि इन सब चीजों पर काम करने में थोड़ा वक्त लगेगा, लेकिन डर की बजाय आप प्यार से इस पर कोशिश करेंगी तो आपके लिए ये काफी आसान हो जाएगा। यकीन मानिए आपकी दोस्त से पहले, अपनी खुली बांहों और ऊंची छलांगों से आपका स्वागत करनेवाला उनका पेट डॉग, आपकी खामोशी भी समझता है और उदासी भी। ऐसे में एक बार आपकी यदि उससे दोस्ती हो जाती है, तो हो सकता है आपकी दोस्त से ज्यादा सुकून आपको उनके पेट डॉग के साथ वक्त बिताकर मिले। लेकिन इन सबके लिए पहली कोशिश आपको ही करनी होगी, क्योंकि डर का भाव आपके मन में है, उनके नहीं।