अमूमन किसी भी झगड़े या मनमुटाव की सबसे बड़ी वजह छोटी-छोटी बातें ही होती हैं। हम बेवजह की बातों को तरजीह दे देते हैं और फिर उसमें ही उलझ कर रह जाते हैं। फिर छोटी बातें कब मन में कड़वाहट ला देती है, पता नहीं चलता है। इसलिए आइए जानें कि क्यों हर रिश्ते में छोटी-छोटी कड़वी बातों को नजरअंदाज करना जरूरी है, नहीं तो आप सिर्फ तनाव में रहेंगी।
दोस्तों से जरूरत से ज्यादा न रखें उम्मीद
कई बार ऐसा होता है कि आप किसी दोस्त के बेहद करीब होती हैं, वह दोस्त भी आपसे करीबी तो है, लेकिन कई बार ऐसा हो सकता है कि वह हरदम आपके लिए उपस्थित न हो या फिर कई खास मौके पर उसने आपको याद न किया हो, तो ऐसी स्थिति में बेहतर है कि अपने मन की बात उन्हें बता दें। मन में बातें न रखें, क्योंकि ये छोटी-छोटी बातें आगे चल कर आपके जेहन में बैठ जाती है और तनाव का कारण बन जाती है।
घुलने-मिलने की करें कोशिश
कई बार जब आप लोगों के साथ भीड़ में होती हैं, तो आपको अलग सा महसूस होता हो, आपको घुलने-मिलने में दिक्कत हो रही हो, तो इसका यह बिल्कुल मतलब नहीं है कि आप खुद में अलग-अलग सा महसूस करें। आपको दिमाग में ये बातें बिठा कर रखने की जरूरत नहीं है, बल्कि खुद में बदलाव लाना जरूरी है, वरना आप हमेशा ही छोटी बातों से तकलीफ में आती रहेंगी और खुद ही तनाव में रहेंगी। इसलिए जरूरी है कि आप लोगों से मिलना जुलना शुरू करें, इससे फिर आप भी दायरा बढ़ेगा और आप फौरन किसी बात का बुरा मानने की प्रवृति से छुटकारा पा सकेंगी।
हर बात का मुद्दा बनाना जरूरी नहीं
यह भी एक आम प्रवृति हो जाती है कि किसी-किसी को कि हर वक्त बातों का मुद्दा बनाने की आदत हो जाती है। हर बात में यह जरूरी है कि मोर्चे लेकर चले जाएं, यह आपको परेशान कर सकती है। हर बात पर आंदोलन करने वाली प्रवृति, बातों का बेवजह बतंगड़ बनाना आपके लिए किसी भी रिश्ते को बिगाड़ने के लिए काफी होता है। इसलिए इस बात का ध्यान रखें।
गलतफहमी नहीं पालें
बातों का बतंगड़ बनने की सबसे बड़ी बातों में एक बात यह भी है कि कई बार गलतफहमी बहुत अधिक हो जाती है और फिर आप खुद से जुड़े रिश्ते पर विश्वास करना भूल जाती हैं और इससे भी आपकी जिंदगी में सिर्फ तनाव आना शुरू हो जाता है। इसलिए बेहद जरूरी है कि आप दिमाग से गलतफहमियों को दूर करें, सबसे जरूरी है कि किसी भी रिश्ते में आपस में बातचीत हो, साथ ही एक दूसरे पर विश्वास करना सीखें। इसी स्वभाव से आपको रिश्ते में विश्वास करने की आदत शुरू होगी और फिर आप गलतफहमियों को खुद पर हावी नहीं होने देंगी।
नजरअंदाज करने की कला सीखें
यह भी एक जरूरी टिप्स है कि हर बात को पकड़ कर न बैठा जाए, बातों को थोड़ा नजरअंदाज भी किया जाए, वरना यह भी आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है। फिर आप बेवजह भी बातों पर गुस्सा करना शुरू कर देंगी और यह आपके लिए ही तनाव का जड़ बनेगा, आपकी सेहत खराब होगी और ऐसा भी हो सकता है कि लोग आपके बारे में एक गलत छवि बना लें कि आप गुस्सैल हैं और हर बात प्रतिक्रिया देती हैं। फिर हो सकता है कि लोग और अधिक आपसे दूरी बना लेंगे। सो, इन बातों को रखें जेहन में।