रिश्तों में, "एक छोटा ब्रेक लेना बनता है " यह वाक्य मौजूदा समय के रिश्तों की जरूरत है। जब आपका रिश्ता आपको ऐसा महसूस कराये कि इसमें रोमांस और खुशियों की ना सिर्फ कमी है, बल्कि आए दिन हर बात पर आप आपस में झगड़ रहे हैं, तो आपके रिश्ते को छोटे से ब्रेक की बड़ी जरूरत है। कई स्टडीज में यह बात सामने आयी है कि कई बार रिश्तों में छोटी सी दूरियां, नजदीकियों को बढ़ा जाती है। आइए जानते हैं इस रिश्तों में छोटे ब्रेक के बड़े फायदों के बारे में।
समय सीमा हो तय
रिश्ते में छोटा सा यह ब्रेकअप लेने से पहले पार्टनर्स आपस में एक समय सीमा तय करें। यह समय छह, आठ महीने से लेकर एक साल तक का हो सकता है, जो भी उन्हें सही लगे और जिस पर आपसी सहमति हो। एक बार सहमति वाला समय बीत जाने के बाद, आपके रिश्ते में अगला कदम क्या होगा। इस पर साथ में चर्चा करें। इस बारे में बात करें कि आपने इस समय के दौरान क्या सीखा और आगे चलकर आपके रिश्ते को यह कैसे बेहतर कर सकता है।
पार्टनर का ख्याल के साथ सेल्फ केयर भी
एक स्टडी के अनुसार, जो रिश्ते छोटे से ब्रेक से गुजरते हैं, उनमें से अधिकतर पार्टनर अपने पार्टनर के साथ आखिरकार सुलह कर ही लेते हैं। निर्धारित समय में पार्टनर्स पुरानी बातों को सोचते हैं कि जिन बातों की वजह से झगड़े हो रहे थे। क्या वे झगड़े जरूरी थे। क्या बातों से बात नहीं बनती। आप इस ब्रेक में खुश हैं या अपने पार्टनर को मिस कर रही हैं। इन बातों के साथ ये भी जरूरी है कि आपको खुद को स्पेस दें। अपनी केयर करें, क्योंकि अगर आप हैप्पी हैं तो ही पार्टनर को भी हैप्पीनेस दे सकते हैं, तो इस ब्रेक में पर्सनल ग्रोथ या हॉबीज पर भी काम करने की जरूरत है, क्योंकि रिश्ते की छोटी-मोटी खामियों को आप तभी नजरअंदाज कर पाएंगी, जब आप खुश होंगी।
खामियों को अपनाते हुए करें नयी शुरुआत
मनोचिकित्सक सुधा सिन्हा बताती हैं कि बहुत सारे प्रेमी जोड़े रिश्ते की शुरुआत में अपने व्यवहार या लाइफस्टाइल से जुड़ी खामियों को छिपाते हैं, वे खुद को परफेक्ट दिखाने का दिखावा करते हैं, लेकिन समय बीतने के साथ-साथ अधिकांश लोग दिखावा करना छोड़ देते हैं और यहीं से दिक्कत शुरू हो जाती है। तुम पहले ऐसे नहीं थे। तुम ऐसा नहीं करती थी, जैसी बातें आये दिन रिश्ते में शुरू हो जाती है। यह छोटा ब्रेकअप रिश्ते को दोनों तरफ से और अधिक रियल होने में मदद कर सकता है, जिससे दोनों पार्टनर्स जब ब्रेक के बाद फिर से जुड़ते हैं, तो उन्हें कुछ भी छिपाकर इस बार रिश्ते में आने की जरूरत नहीं होती है। इसके साथ ही दोनों को यह भी समझ आ जाता है कि पार्टनर से उम्मीदें करनी चाहिए, लेकिन वह जितनी ज्यादा रियलिस्टिक अप्रोच वाली हो, रिश्ते के लिए वह उतनी ही अच्छी रहेंगी।
ईमानदारी यहां भी है जरूरी
इस छोटे ब्रेकअप में भी आपको अपने रिश्ते में ईमानदारी को बरकरार रखना होगा। इस छोटे ब्रेकअप का यह मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि आप किसी दूसरे के साथ रिश्ता बनाने के लिए फ्री हैं, बल्कि यह छोटा ब्रेकअप आपने खुद को और अपने रिश्ते को समझने के लिए लिया है, आपको अपने पार्टनर, खुद पर और रिश्ते के बारे में ही सोचना होगा। रिश्ते में छोटा-सा ब्रेकअप लाने से पहले अपने पार्टनर से आपको इस बात पर भी चर्चा करनी होगी और इस छोटे से ब्रेकअप के लिए कुछ नियम निर्धारित करने होंगे।
ब्रेक, ब्रेक जैसा ही रहे
इस बात का भी ध्यान रखें कि ब्रेक, ब्रेक जैसा ही रहे, ऐसा न हो कि आप इसे अपनी सहजता के लिहाज से खींचती चली जाएं, वरना एक समय के बाद इसका कोई औचित्य नहीं रह जाएगा।