हम अमूमन यह शिकायतें करते हैं कि किसी ने कुछ कह दिया या ये कह दिया और उन्होंने ऐसा कहा था इसलिए मैं कुछ कर नहीं पायी, वे नहीं चाहते थे इसलिए कुछ हो नहीं पाया। अगर आप भी इस सोच के साथ रहती हैं, तो आपको इस सोच को बदलने की जरूरत है और खुद से वादा करने की भी। आइए जानें विस्तार से।
पहचानें हुनर
आपको कोई और यह नहीं बताएगा कि आपमें किस तरह का हुनर है और आपको आगे किस तरह से काम करने की जरूरत है या आपमें कौन सा हुनर है, जिसको आपको निखारने की जरूरत है, यह आपको खुद ही तय करना है कि आप अपने हुनर को खुद ही पहचान लें और आगे बढ़ने का काम करें, मान लें, आपके पास अलग तरह की प्रतिभा है कि आप किसी भी काम को अच्छे से मैनेज कर सकती हैं, यानी आप मैनेजमेंट में अच्छी हैं, तो कोई ऐसा काम ढूंढें, जिनकी वजह से आपको अपनी इस हुनर को दर्शाने का मौका मिल जाये। तो आपके मन को आजाद करना पड़ेगा, आपको तय करना पड़ेगा कि आप उन्हें किसी भी तरह से कैद न करें और फिर उस काम को करने को लेकर तत्पर रहें।
किसी ने कह दिया तो अब नहीं करना है
हाल ही में एक फिल्म आई थी ‘पटना शुक्ला’, फिल्म की महत्वपूर्ण नायिका जब यह बताती है कि वह सिर्फ होम मेकर नहीं हैं, वकील भी है, तो नायक के दोस्त और उसकी पत्नी का चेहरा लटक जाता है, तब मजे लेने के लिए नायिका का पति बोलता है कि लोवर कोर्ट में है और एफिडेविड अच्छे से बना लेती है। बाद में नायिका उससे पूछती है कि आखिर उसने ऐसा क्यों किया तो वह कहता है कि दोस्तों को खुश करने के लिए, मतलब नायिका जो कि उसकी पत्नी है, उसको किसी बात का बुरा लग भी गया तो उसे कोई फर्क नहीं पड़ता है। ऐसे में जरूरी यह नहीं कि आपके लाइफ पार्टनर आपको क्या समझते हैं, जरूरी है कि आप समझें कि आप क्या हैं और आपकी क्या खूबियां हैं, अगर आपके हुनर के बारे में बताने से आपके लाइफ पार्टनर कतरा भी रहे हैं, तो आपको एक प्रतिशत भी इस बात की झिझक नहीं होनी चाहिए कि आप अपनी बात और अपने काम को लोगों के सामने पूरे आत्मविश्वास से रखें कि आप क्या हैं और क्या करती हैं, इसके लिए भी आपको अपने मन को आजाद करना होगा कि कोई दूसरा आपको बताये कि आप क्या करती हैं या क्या हैं या आपका काम क्या है या ओहदा क्या है। एक बात तो यह भी ध्यान में रखें कि आपका कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता है, इसलिए अपने काम को पूरे अच्छे से आत्मविश्वास के साथ दर्शाएं और लोगों के सामने कभी खुद को छोटा न महसूस होने दें।
हो सकता है कोई आगे निकल गया हो तो क्या
एक बात आपको हमेशा याद रखनी होगी कि हर किसी की अपनी जिंदगी होती है और हर किसी का अपना सफर भी होता है। ऐसे में आप यह सोच लें या मान लें कि अरे ! वह तो मेरे से आगे निकल गया या गयी, मैं कभी अपने स्कूल और कॉलेज में तो कितना आगे थी, अगर आप ऐसा सोचती हैं, तो यह सही नहीं होगा, जरूरी है कि आप अपने सफर को देखें और अपना दिल बिल्कुल छोटा न करें, आप जिंदगी में कभी भी कोई भी काम कर सकती हैं, आपको अपने मन को बस आजाद करने की जरूरत है कि लोग क्या सोचेंगे, लोग तो सोचेंगे ही, आपको चिंता नहीं करनी हैं, आगे के बारे में सोचना है और करते जाना है, इस कैद से दिल को आजादी दिलाएं कि जीवन में कौन क्या कर रहा है, मैं तो पीछे रह गई या फिर मैं अब कुछ नहीं कर पाऊंगी। हुनर है तो कभी भी उसका इस्तेमाल करें और आगे बढ़ जाएं। किसी तरह से कैद से मन को मुक्त करने में ही समझदारी है।
बड़ी-बुजुर्ग हैं तो भी बनें सहारा
कई बार ऐसा भी होता है कि आपको अपने बड़े-बुजर्गों को लेकर भी मन में एक हिचक होती है कि उनके लिए कैसे काम की कोई शुरुआत करें, कई बार घर के बुजर्गों को सपोर्ट करने की जगह आप उनका मजाक बनाने लगते हैं और दोस्तों के साथ भी उनके बारे में कुछ कहने से कतराते नहीं हैं। ऐसे में आपको इस सोच को भी कैद से मुक्त करने की जरूरत है और ऐसी महिलाओं के लिए कुछ सोचने की जरूरत है। लोग क्या कहेंगे या उनका मजाक बनाएंगे, यह सोचने की जगह जरूरी है कि आप उनके बारे में सोचें और उनको आगे बढ़ने का मौका दें, यह सब आपके मन का भ्रम ही होता है, वरना अगर आप चाहेंगी, तो आसानी से चीजें होंगी और इस बात का आपको ख्याल रखना ही चाहिए कि अगर आपको दिख रहा है कि आपके घर में टैलेंट या हुनर है, तो इसका ख्याल रखें और उन्हें आगे बढ़ने का मौका दें, यकीन मानिए आपके लिए यह काफी बेहतरीन बात साबित होगी।
दूसरी महिला को करें सपोर्ट
वह मेरे से आगे कैसे, अगर आप भी इस सोच से ग्रसित हैं, तो माफ कीजिए ! आपकी सेहत के लिए यह अच्छी बात नहीं होगी और न ही आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए, क्योंकि एक महिला अगर दूसरे को सपोर्ट नहीं करेगी, तो लोगों से उम्मीद करके भी क्या होगा, इसलिए भी आपको जरूरी है कि महिला को सपोर्ट करें और अपनी इस सोच को बदल लें कि एक महिला को कभी भी आगे बढ़ते नहीं देखना है, आपकी कोशिश होनी चाहिए कि ऐसी कोई महिला अगर आपको नजर आ रही है, जिसको बढ़ावा देने से उसके लिए कुछ अच्छा हो जाएगा, तो सपोर्ट कर दें और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें। उन्हें कभी यह साबित नहीं होने दें या दर्शाएं कि उनका आगे बढ़ना आपको नहीं भा रहा है। आप ऐसा करेंगी तभी आप भविष्य में इस सोच को बदल पाएंगी कि जीवन में आगे बढ़ने में एक महिला दूसरे महिला को सपोर्ट करने से कतराती हैं। सो, जरूर इस बारे में सोचें और अपने मन को भी समझाएं और इस सोच से मुक्ति पाने का इससे अच्छा और तरीका नहीं हो सकता कि शुरुआत आप अपने घर से ही कर दें और आगे बढ़ने के बारे में सोचें, पीछे मुड़ कर देखने के बारे में कतई न सोचें।
होममेकर मतलब कुछ नहीं करतीं, न सोचें
अक्सर यह भी हमने देखा है कि आप अगर एक होम मेकर होती हैं, तो आपको हमेशा यह लगता है कि आप जिंदगी में कुछ नहीं करती हैं, आपको जिंदगी में कुछ करने की इजाजत भी नहीं है। आपका काम तो कुछ है ही नहीं, कोई पूछता भी है तो आप यही कहती हैं कि नहीं मैं कोई काम नहीं करती, मैं घर पर रहती हूं, दरअसल, इस सोच को भी मुक्त होने की और आजादी पाने की जरूरत होती है, क्योंकि होम मेकर का मतलब यह नहीं होता है कि आप घर पर रहती हैं, तो आप कुछ नहीं करतीं, हजार काम होते हैं और घर को मैनेज करना उससे भी ज्यादा कठिन होता है, एक बात का आपको ध्यान रखना ही होगा कि आप खुद को जब तक तवज्जो नहीं देंगी, कोई भी नहीं देगा। इसलिए इस सोच से आजादी दिलाएं और गर्व से कहें कि हम हैं होममेकर।