किसी खुशखबरी के साथ, जब तक मुंह मीठा न कर लिया जाए, खबर की मिठास पूरी नहीं होती है। है न ! और फर्ज कीजिए कि जिस मिठाई में जज्बे, मेहनत और संघर्ष का मिश्रण मेवे की तरह मिला हो, वह मिठाई कितनी लजीज और स्वादिष्ट होगी और साथ ही अगर इसमें सेहत का जायका हो तो, मिठास दो गुना बढ़ जायेगी, इसमें कोई संदेह नहीं है। इस दिवाली, आप सबके साथ हम एक ऐसी ही महिला की कहानी पहुंचाने जा रहे हैं, जिन्होंने अपने घर को ही अपना उद्यम बनाया और अपने करियर को नया आकाश दिया है। अपनी जिंदगी के कड़वेपन को जिस तरह से उन्होंने मिठास में बदला और अपने लिए सफलता की रेसिपी तैयार की है, वह काबिल ए तारीफ हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं नवी मुंबई के खारघर में रहने वालीं वर्षा म्हशिलकर की, जिन्होंने हेल्दी लड्डू, स्नैक्स और मसालों का व्यापार शुरू किया और अपने परिवार की जिंदगी में मिश्री घोली। उनकी प्रेरणादायी कहानी के बारे में जानने के लिए देखें पूरा इंटरव्यू।
लोगों ने मजाक बनाया लेकिन जज्बा कम न हुआ
45 वर्षीय वर्षा हमेशा से स्वयं उद्यमी नहीं थीं और न ही उनका ऐसा कुछ करने की योजना थी। वर्षा खुद बताती हैं कि जब लोगों ने मुझे घर पर लड्डू और स्नैक्स बनाते देखा, तो मेरा काफी मजाक बनाया कि 'तू ये सब क्यों कर रही है, तू तो अच्छी नौकरी करती थी, तेरा यह क्षेत्र नहीं था, फिर क्यों ये सब छोटा काम कर रही है'। लेकिन, मुझे किसी की बातों का फर्क नहीं पड़ा, मैंने धीरे-धीरे अपना काम शुरू किया और खासतौर से मैंने सेहत को ध्यान में रखा। सेहतमंद लड्डू और स्नैक्स बनाना शुरू किया और धीरे-धीरे प्रचार हुआ, मुझे विदेश से भी ऑर्डर आने लगे। मुझे खुशी है कि मैं मेरे बच्चों का सपना इस काम से पूरा कर पा रही हूं।
जिंदगी में जब आयी कठिन परिस्थिति
वर्षा बताती हैं कि एक समय में उनके घर पर एक बड़ी खराब परिस्थिति आई थी। उनके बेटे को पैरलाइसिस( लकवा) हो गया था, तो पति डेंगू और मलेरिया के कारण बुरी तरह से बीमार थे। वर्षा बताती हैं कि डॉक्टर ने जवाब दे दिया था। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और फिर अपने पति के साथ खड़ी रहीं, उस वक्त उनके पापा भी बुरी तरह से बीमार हो गए थे, उनके पैरों में कुछ परेशानी आई थी, उनके पापा ने लेकिन फिर भी वर्षा का हौसला बढ़ाया। वर्षा साफ कहती हैं कि उन्होंने सोच लिया कि वह हिम्मत नहीं हारेंगी और फिर उन्होंने अपना 'शैलीन' ब्रांड शुरू किया। वह अपने प्रोडक्ट्स लोगों तक कूरियर से भिजवाती हैं।
हर महिला कर सकती हैं कुछ भी
वर्षा का कहना है कि हर महिला को कुछ भी करने के बारे में सोचना चाहिए। जिन्होंने पढ़ाई की है या नहीं की हो, सभी को मौका मिलना चाहिए, जरूरी नहीं है कि कहीं बाहर जाकर जॉब किया जाए, घर से भी शुरुआत करके पहचान बनाई जा सकती है और हर महिला को इसके बारे में जरूर सोचना चाहिए।
बेटे और बेटी करें अपने सपने पूरे
वर्षा की चाहत है कि उनके बेटे को इंजीनियर बनना है और बेटी मेडिकल की पढ़ाई कर रही हैं, वह कहती हैं कि उनका सपना है कि उनके बच्चे बड़ा नाम कमाएं और इसके लिए और मेहनत करना चाहती हैं।