भारत में प्राकृतिक खूबसूरती से भरपूर है। ऐसे में यहां ऐसी कई जगहें हैं, जहां जाकर आप एक अलग ही खुशी का अनुभव करेंगी। भारत के सेवन सिस्टर्स यानी सात बहनों वाले राज्य कुछ ऐसी ही प्राकृतिक छटा लिए हुए हैं और इन्हें आपको जरूर देखने चाहिए। ये सात राज्य उत्तर-पूर्वी राज्य कहलाते हैं, जिनमें असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और नागालैंड राज्य आते हैं, तो अगर आप घूमने की शौकीन हैं, तो एक बार तो आपको यहां घूमने जरूर जाना चाहिए। आइए जानें, वे कौन सी खास बातें हैं, जो इन जगहों पर आपको घूमने के लिए प्रेरित करेंगे।
मौसम को जेहन में जरूर रखें
ये सातों राज्य, ऐसे राज्य हैं, जहां मौसम को ध्यान में रख कर जाना जरूरी है, क्योंकि कई बार यहां अचानक भी मौसम खराब हो जाती है। जैसे अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में कभी भी बारिश हो सकती है, तो यहां बारिश के मौसम में जाने की बजाय बेहतर होगा कि अप्रैल से जून में जाएं, दरअसल, इन राज्यों में घूमने के यह सबसे सही समय है।
क्यों कहते हैं सात सिस्टर्स
दरअसल, भारत के इन राज्यों को इसलिए सात बहनों के रूप जाना जाता है, क्योंकि इन राज्यों में इन राज्यों में 255,511 वर्ग किलोमीटर (98,653 वर्ग मील), या भारत के कुल क्षेत्रफल का लगभग सात प्रतिशत के एक क्षेत्र को शामिल किया गया है। इन्हें इसलिए भी सात सिस्टर्स कहा जाता है, क्योंकि क्योंकि दोनों ही एक दूसरे पर काफी निर्भर करते हैं। जैसे त्रिपुरा बांग्लादेश से घिरा एक घेरे की तरह है ,जो असम पर परिवहन के लिए निर्भर करता है। तो अगर असम में बाढ़ आ जाए, तो सभी नदियां अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड से निकलती हैं। मिजोरम और मणिपुर असम के बराक घाटी के माध्यम से भारत के बाकि हिस्सों से जुड़े हुए हैं। इनकी एक दूसरे पर निर्भरता को देखते हुए इन्हें सात बहनों के नाम से जाना जाने लगा। इन्हें ‘पैरालाइज्ड अनएक्सप्लोर’ भी कहा जाता है।
खास जगहें
त्रिपुरा का नीर महल पैलेस
इस पैलेस का निर्माण त्रिपुरा के पूर्व राजा बीर विक्रम किशोर माणिक्य बहादुर ने किया था। इस जगह की खासियत यही है कि यह एक ऐसा महल है, जो रूद्रसागर झील के ठीक बीच में स्थित है। और यहां की वास्तुकला काफी खास है, जहां दो संस्कृति की पहचान देखने को मिलती है। कभी त्रिपुरा जाने की योजना हो, तो इस महल को देखना न भूलें।
मेघालय है जन्नत
मेघालय में काफी प्राकृतिक खूबसूरती है, यहां इतनी हरियाली है, जिसे जरूर देखा जाना चाहिए। मेघालय का शिलांग, बादलों का निवास माना जाता है। यहां के झरने लाजवाब हैं। यहां के झील भी काफी लोकप्रिय रहे हैं। चेरापूंजी को यहां के खास पहाड़ी इलाकों में से एक माना जाता है, क्योंकि यहां सबसे ज्यादा बारिश होती है। तुरा, जोवाई, एलिफेंट फॉल्स देखने लायक होते हैं। मेघालय की डौकी नदी भी काफी लोकप्रिय हैं, जिन्हें जरूर देखना चाहिए।
मणिपुर का अद्भुत झील
सात बहनों में मणिपुर में एक ऐसा अद्भुत झील है, जो तैरती झील है, ह दुनिया की सबसे बड़ी तैरती हुई झील है जो 240 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैली हुई है, और यहां आने पर इसे देखना बिल्कुल मिस नहीं करना चाहिए। ये जो लोकतक झील हैं, जो तैरते द्वीपों के लिए प्रसिद्ध है, जिन्हें फुमदीस कहा जाता है और यहां काफी अधिक मछुआरे काम करते हैं, यहां के लिए मछली पालन एक जरूरी व्यवसाय है।
असम नहीं देखा तो क्या देखा
असम में डिगबोई दुनिया की सबसे पुरानी ऑपरेटिंग रिफाइनरी है। काजीरंगा यहां देखे जाने वाली सबसे खास जगहों में से एक हैं। यहां पर ही माजुली है, जो सबसे बड़ा नदी द्वीप है, कौरी कामख्या का मंदिर भी बेहद खास माना जाता है। यहां नवंबर से मार्च तक जाना बेहद अच्छा होगा। सिल्चर, शिवसागरी, डिब्रूगढ़ सबसे खास जगहों में से एक होते हैं। यहां के चाय बागान
अरुणाचल प्रदेश देख कर रह जायेंगे हैरान
अरुणाचल प्रदेश उन जगहों में से एक है, जहां दुनिया की सबसे बड़ी मोनेस्ट्री भी है, जो कि एक बौद्ध मठ है, इसके अलावा, नूरानांग फॉल्स चाहिए। जीरो नाम जगह भी जरूर जाना चाहिए। यह अपनी अपटानी प्लेट्यू प्लेट्यू के रूप में भी जाना जाता है। बोमडिला यहां का बर्फ से ढका हुआ इलाका है। भालुपोंग, रोइंग जैसी जगहों पर आपको काफी मजा आएगा।
मिजोरम और नागालैंड की घाटियां
मिजोरम में आप आइजोल, वैंटावंग फॉल्स, लुंगलेई, साईहा जैसी जगहों को जरूर देखना चाहिए। वहीं नागालैंड में फेक, मोकोकचुंग, खोनोमा ऐसे जगह हैं, जहां जरूर जाना चाहिए।