आम तौर पर मानसून बहुत कम लोगों को भाता है, उसमें भी बहुत कम लोग हैं, जो इस मौसम में कहीं घूमने जाने की अभिलाषा रखते हैं। लेकिन यदि आप मानसून प्रेमी हैं, तो आइए जानते हैं भारत के कुछ ऐसी जगहों के बारे में, जो मानसून में स्वर्ग बन जाते हैं।
महाबलेश्वर, महाराष्ट्र
अपने सुहाने मौसम और आश्चर्यजनक दृश्यों के लिए जाना जानेवाला महाबलेश्वर, महाराष्ट्र के सबसे शांत हिल स्टेशन में से एक है। मानसून के दौरान हरे कालीन से ढंकी नजर आनेवाली सह्याद्री पर्वतमालाओं की शृंखला, यहां के सबसे मनोहारी दृश्यों में से एक है। इसी के साथ उन पर्वत शृंखलाओं से निकलते, गरजते झरने मानसून को और खास बना देते हैं। इन झरनों के साथ इतिहास के पन्नों से झांकता प्रताप गढ़ किला, शिवाजी महाराज के शौर्य का प्रतीक बनकर आनेवालों का स्वागत करता है। इस किले की खूबसूरती में चार चांद लगाती है, वेन्ना झील और लिंगमाला वॉटर फॉल। यहां पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी हवाई अड्डा पुणे है।
गोवा
आम तौर पर गोवा, अपने समुद्री बीचों और चर्चों के लिए लोकप्रिय है, लेकिन क्या आप जानती हैं मानसून के दौरान गोवा की छटा बिल्कुल बदल जाती है। चारों तरफ बिखरी हरियाली के साथ गीली मिट्टी की खुशबू एक जादुई दुनिया का निर्माण करती है। हालांकि इन सबके बीच, मानसून के दौरान सबसे अधिक आकर्षित करता है दूधसागर झरना। दूधसागर झरना, आपको स्वर्गिक सुख का आभास कराता है। दूधसागर झरने के अलावा मांडोवी नदी पर शांतिपूर्ण नाव यात्रा और मसालों के बागानों का दौरा सोने पर सुहागा जैसा है। गोवा घूमने के लिए सबसे सही समय है जून से सितंबर। गोवा यदि आप फ्लाइट से आ रही हैं, तो डाबोलिम एयरपोर्ट उतरें और यदि ट्रेन से आ रही हैं तो मडगांव या थिविम रेलवे स्टेशन उतरें। यहां पहुंचकर आपको कई लोकल सवारियां मिल जाएंगी, जो आपको गोवा की खूबसूरती से मिलवाने में मददगार साबित होंगी।
मुन्नार, केरल
क्या आप जानती हैं दक्षिण भारत की सबसे ऊंची पर्वत चोटी कौन सी है? अगर आप नहीं जानतीं तो कोई बात नहीं। दक्षिण भारत की सबसे ऊंची पर्वत चोटी है अनामुडी, जो केरल राज्य के मुन्नार में है। धुंध से ढ़की और हरी-भरी हरियाली से सजी ये पर्वत चोटी मानसून का सबसे बड़ा आकर्षण है। यूं तो मुन्नार अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए वैसे ही काफी प्रसिद्ध है, किंतु मानसून में इस जगह की छटा निराली हो जाती है। मानसून के दौरान मुन्नार में स्थित चाय-कॉफी के बागानों के साथ लहराती पहाड़ियां, इसके सौंदर्य को काफी बढ़ा देती हैं। प्राकृतिक सौंदर्य के साथ यदि आप जानवरों के भी करीब हैं, तो आप मट्टुपेटी बांध के साथ एराविकुलम नेशनल पार्क का भी आनंद उठा सकती हैं। मानसून में मुन्नार आने का सबसे सुहाना मौसम है जून से सितंबर। यकीन मानिए इस दौरान आपकी नजरें प्रकृति से हट नहीं पाएंगी। मुन्नार आने के लिए कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट, सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है।
शिलॉन्ग, मेघालय
यदि ये कहें तो बिल्कुल अतिश्योक्ति नहीं होगी कि पूरे भारत में अपने मानसून के लिए लोकप्रिय मेघालय, इस दौरान स्वर्ग में बदल जाता है। विशेष रूप से शिलॉन्ग में हरियाली से ढकी खासी पहाड़ियां अविस्मर्णीय छटा प्रदान करती हैं। मानसून के दौरान इसकी आश्चर्यजनक खूबसूरती ऐसी लगती है, जैसे किसी सधे चित्रकार ने कोई चित्र बना दिया हो। एलिफेंट फॉल्स और वहाराशी फॉल्स के साथ अन्य झरने इसकी खूबसूरती को और बढ़ा देते हैं। इसके अलावा शिलॉन्ग पीक और उमियम झील, इसके मनोरम दृश्यों में चार चांद लगाते हैं। यहां आने के लिए गुवाहाटी सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है।
दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल
अपने चाय के बागानों और हिमालय के मनोहारी दृश्यों के साथ दार्जिलिंग एक अरसे से लोगों को लुभाता रहा है, किंतु मानसून के दौरान इसकी खूबसूरती हजार गुना बढ़ जाती है। विशेष रूप से मानसून के दौरान ठंडे मौसम के साथ धुंध से ढ़के ऊंचे पहाड़, बड़ों के साथ बच्चों को भी काफी पसंद आते हैं। तो इस मानसून अगर यहां जाने का प्लान बना रही हैं, तो दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे के साथ टाइगर हिल और बतसिया लूप देखना न भूलें। यहां पहुंचने के लिए पश्चिम बंगाल का बागडोगरा एयरपोर्ट, सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है।
एलिप्पी, केरल
एलिप्पी की खूबसूरती को काफी फिल्मों में दिखाया जा चुका है, लेकिन यदि आपको इसकी असली खूबसूरती देखनी हो तो खुद मानसून में यहां जाकर देखनी होगी। इस दौरान यहां का शांत बैकवॉटर जैसे जीवित हो उठता है। इसके अलावा, पारंपरिक हाउसबोट में दिन बिताना मानसून के और करीब ले आता है। अगर आप चाहें तो मानसून के दौरान अपने पारंपरिक हाउसबोट से निकलकर अलापुज्झा बीच, कृष्णापुरम पैलेस और मरारी बीच का भी आनंद उठा सकती हैं। यहां पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी एयरपोर्ट कोची है।
कूर्ग, कर्नाटक
‘भारत का स्कॉटलैंड’ नाम से मशहूर कर्नाटक का कूर्ग शहर, मानसून में सही मायनों में स्वर्ग है। अपने कॉफी के बागानों के साथ खूबसूरत झरनों के लिए मशहूर कूर्ग, ट्रेकिंग लवर्स के लिए भी एक आदर्श जगह है। विशेष रूप से राजा की सीट और नागरहोल नेशनल पार्क के अलावा, हरियाली से भरे जंगलों में एबी वॉटर फॉल और इरूप्पु वॉटर फॉल की गरजदार आवाज, एक ऐसा दृश्य प्रस्तुत करती है, जिसे आप चाहकर भी भूल नहीं पाएंगी। यहां पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी एयरपोर्ट मंगलुरु है। इसके अलावा आप बेंगलुरु और मैसूर के जरिए भी सड़क मार्ग से यहां आ सकती हैं।
लैंसडाउन, उत्तरांचल
हिमालय की गोद में बसा लैंसडाउन हिल स्टेशन, अपने शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। विशेष रूप से इस अनोखे हिल स्टेशन का सौंदर्य मानसून में कई गुना बढ़ जाता है। अगर ये कहें तो गलत नहीं होगा कि मानसून में ये जगह हरे-भरे स्वर्ग में तब्दील हो जाती है। इसकी पूरी खूबसूरती को निहारने के लिए आप टिप एंड टॉप व्यू पॉइंट के ऊपर जाकर देख सकते हैं। इसके अलावा, प्रमुख आकर्षणों में भुल्ला झील और सेंट मैरी चर्च भी शामिल है। यहां पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी एयरपोर्ट देहरादून एयरपोर्ट है।
लवासा, महाराष्ट्र
अगर ये कहें तो गलत नहीं होगा कि महाराष्ट्र की प्राकृतिक सुंदरता को बढ़ाने में मानसून की भूमिका काफी जबरदस्त रहती है। यही वजह है कि मानसून में सह्याद्रि पहाड़ियों के साथ इसके सारे हिल स्टेशन ऐसे लगते हैं, जैसे नहाकर और ताजे हो गए हों। तो इसी कड़ी में महाराष्ट्र के जाने माने हिल स्टेशन महाबलेश्वर के बाद अब बात करते हैं पुणे के पास बसा शांत और सुरम्य हिल स्टेशन लवासा की। अपने शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध इस हिल स्टेशन की खूबसूरती मानसून के दौरान और बढ़ जाती है। यही वजह है कि पिछले कुछ सालों में मानसून के दौरान यहां आनेवालों की तादाद काफी बढ़ गई है। लवासा में घूमनेवाली चुनिंदा जगहों में टेमघर बांध, लेकशोर वॉटरस्पोर्ट्स और बम्बूसा काफी चर्चित है। यहां पहुंचने के लिए नजदीकी एयरपोर्ट पुणे है।
अथिरापिल्ली, केरल
‘भारत का नियाग्रा’ नाम से मशहूर अथिरापिल्ली अपने प्राकृतिक और खूबसूरत विशाल झरनों के लिए जाना जाता है। मानूसन का मौसम इस जगह को और खूबसूरत और शानदार बना देता है। विशेष रूप से अथिरापिल्ली झरना, वजचल झरना और चारपा झरना, मानसून के दौरान ही अपने सही स्वरूप में नजर आते हैं। यदि आप न्यू यॉर्क के नियाग्रा फॉल्स देखने की इच्छा को किसी कारणवश पूरा नहीं कर पा रही हैं, तो यहां पहुंचकर भारत के नियाग्रा फॉल्स की खूबसूरत छटा को अपनी आंखों में कैद कर सकती हैं। यहां पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी एयरपोर्ट कोची है। इसके अलावा ये जगह केरल के प्रमुख शहरों से भी सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है।