जब भी एक साहसिक यात्रा का ख्याल हमारे मन में आता है, तो सबसे पहले याद आता है रस्सी के सहारे पहाड़ों से कूदना या फिर आसमान से नीचे की तरफ छलांग लगाना, जिसे स्काइडाइविंग का कहा जाता है। स्काइडाइविंग करना हर किसी के बस की बात नहीं है। लेकिन इसका अनुभव आपको जिंदगी फिर से जीना सिखाता है। साथ ही आपके आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है। इसलिए कहा जाता है कि एक बार जरूर सभी को आसमान की सैर पक्षी बनकर करनी चाहिए। स्काइडाइविंग करने का अनुभव आपको इस बात का भी अहसास दिलाता है कि आप साहसी हैं। आइए विस्तार से जानते हैं स्काइडाइविंग का अनुभव एक एडवेंचर यानी कि साहसी यात्रा के लिहाज से कैसा हो सकता है।
कैसा होगा स्काइडाइविंग का अनुभव
स्काइडाइविंग यानी की आसमान की सैर करने का अनुभव क्या होगा , कैसा होगा, यह समझने से बेहतर है कि आप इसे अपने जीवन में उतार कर देखें, लेकिन आपके लिए यह जानना सबसे ज्यादा जरूरी है कि ऐसे कौन-से अनुभव हैं, जिसके बिना आप अपना जीवन अधूरा मान सकती हैं। जी हां, स्काइडाइविंग आपके जीवन में साहस, दिलेरी और आजादी का अनुभव लेकर आती है। देखा जाए, तो पहली बार स्काइडाइविंग आमतौर पर हवाई जहाज से बाहर कूदने में डरावनी वास्तविकता प्रतीत होती है, लेकिन स्काइडाइविंग को डरावना समझ कर आप इसके अनुभव से खुद को अलग नहीं कर सकती हैं या फिर आप इससे भाग नहीं सकती हैं। लेकिन अगर आप स्काइडाइविंग करने का सपना लेकर अपने इस लक्ष्य को पूरा करने जा रही हैं,तो आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना है, ताकि आप स्काइडाइविंग के अनुभव को सही तरीके से पा सकें।
स्काइडाइविंग में अपने डर के अनुभव पर कैसे काबू पाना है
जब भी आप स्काइडाइविंग पर जाती हैं, तो जाहिर सी बात है कि आपको घबराहट जरूरी होगी। ऐसे में इस घबराहट के कारण आपकी तबीयत खराब हो सकती है। ऐसे में आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। स्काइडाइविंग के दौरान आपको खुद से यह कहना होगा कि आप यह कर सकती हैं, यह हर कोई नहीं कर सकता है और आप खास हैं, जो स्काइडाइविंग करने जा रही हैं। आपको खुद को इस बात का यकीन दिलाना होगा कि आप रस्सी से बंधी हुईं हैं और आपको कुछ नहीं हो सकता है। आप केवल आसमान की सैर करने के लिए आयी हैं। इस अनुभव को जीने आयी हैं। स्काइडाइविंग के साथ आप आकाश के चैंपियन की तरह महसूस करेंगी।
स्काइडाइविंग एक मजेदार अनुभव
स्काइडाइविंग एक आनंदित और खुद को गर्व देने वाला अनोखा अनुभव है। यह याद रखें कि स्काइडाइविंग के दौरान आप पहली बार अकेले विमान से बाहर नहीं कूदते हैं, बल्कि आपके साथ हमेशा कोई न कोई प्रशिक्षित व्यक्ति जरूर होगा, जो कि आपके इस अनुभव में आपके साथ आपका रक्षक बनकर रहेगा। यह प्रशिक्षक आपको अपनी छाती पर बांधकर आसमान में आपके साथ रहेगा। आप एक मजबूत वायर के साथ अटूट गांठ में बंधें रहती हैं। आपकी पहली छलांग के दौरान प्रशिक्षक आके वायर के साथ बंधीं हुई रस्सी को खींचेगा, ताकि आपकी सुरक्षा छतरी अच्छी तरह से खुल जाए और आप सुरक्षित रूप से जमीन की तरफ उतरेंगी। आपको इसके लिए स्काइडाइविंग से पहले एक छोटा- सा प्रशिक्षण दिया जाएगा, जो कि स्काइडाइविंग से जुड़े आपके अनुभव का एक खास और बड़ा हिस्सा है।
स्काइडाइविंग के दौरान किसी अजनबी पर भरोसा करने का अनुभव
स्काइडाइविंग के दौरान किसी अजनबी पर भरोसा करने का अनुभव भी होना जरूरी है। अगर आप समझ रहे हैं कि बिना किसी ट्रेनिंग के आपके साथ अनुभवी व्यक्ति आसमान की यात्रा करेगा, तो ऐसा नहीं है, बल्कि स्काइडाइविंग कराने के लिए भी लाइसेंस की आवश्यकता होती है। साथ ही आपके साथ जो व्यक्ति मौजूद है, उसके पास भी उसके स्काइडाइविंग में अनुभवी होने का लाइसेंस जरूर मौजूद होगा। इसका मतलब यह है कि स्काइडाइविंग के दौरान किसी अजनबी पर भरोसा आपके स्काइडाइविंग के अनुभव को शानदार बनाएगा। आप पूरे आत्मविश्वास के साथ आसमान में उड़ने के लिए तैयार हो सकती हैं। आपको यह भी बता दें कि स्काइडाइविंग प्रशिक्षक एक ऐसा व्यक्ति है, जिसने आपसे पहले हजारों लोगों के साथ यात्रा की है। इसलिए आप उन पर पूरा भरोसा कर सकती हैं। आप स्काइडाइविंग के दौरान अपने संदेह को पूरी तरह से जाने दें और तनाव को अपने पीछे छोड़ सकती हैं। आपकी इस अनोखी यात्रा के अनुभव में स्काइडाइविंग प्रशिक्षक का पूरा हाथ होगा, जिसे आप जीवन भर अपनी साहसी यात्रा की यादों में शामिल कर सकती हैं।
साहसी बनने का अनुभव
स्काइडाइविंग का अनुभव आपको अपने दोस्तों के सामने साहसी बनाएगा। यह वाकई साहस और हिम्मत का काम है कि आपने जमीन से 18 हजार फीट ऊपर से नीछे छलांग लगाई है। आप इतना तो मानते हैं कि हर किसी के पास स्काइडाइविंग के जोखिम को उठाने का साहस नहीं है। आप स्काइडाइविंग के बाद अपने नजदीकी लोगों की नजर में एक निडर और हिम्मती व्यक्ति के तौर पर जाने जायेंगे। स्काइडाइविंग करने के बाद आपको जीवन के किसी भी मुश्किल पड़ाव से बाहर आने का हौसला मिलेगा। खुद का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ पायेंगी।
स्काइडाइविंग के लिए जरूर याद रखें ये बातें
स्काइडाइविंग के दौरान आप सांस लेने में पूरी तरह से सक्षम रहते हैं। अगर आपको ऐसा लगता है कि स्काइडाइविंग एक असुरक्षित खेल है, तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। यह दुनिया के सबसे सुरक्षित खेलों में से एक है। जब आप स्काइडाइविंग करती हैं, तो अन्य स्काइड्राइवरों से बात करना आपके लिए मुमकिन नहीं होता है। क्योंकि हवा का शोर काफी अधिक होता है, लेकिन इस दौरान आप अपने साथ बंधें हुए सुरक्षाकर्मी से बात कर सकती हैं।
क्या है स्काइडाइविंग का इतिहास
अगर आपको यह लग रहा है कि स्काइडाइविंग नए जमाने का नया खेल है, तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। स्काइडाइविंग की शुरुआत 1797 के दौरान पहले पैराशूट छलांग के साथ हुई थी, जो कि 18 वीं शताब्दी के अंत से चला आ रहा है। स्काइडाइविंग का मतलब है विमान या फिर पहाड़ से एक निश्चित ऊंचाई से मुक्त रूप से गिरना है। कुछ सेकंड तक हवा में रहने के बाद धीरे-धीरे हवा में तैरते रहें जब तक कि आप पैराशूट के साथ सुरक्षित जमीन पर नहीं उतर जाती हैं। दुनिया भर में यह खेल आकर्षण का केंद्र बन चुका है।
स्काइडाइविंग करने का सही समय
स्काइडाइविंग का भी अपना एक समय होता है। ऐसा नहीं है कि आप हर मौसम में स्काइडाइविंग का आनंद ले सकती हैं। स्काइडाइविंग करने का सबसे सही समय सितंबर से अप्रैल महीने के बीच का होता है। यानी कि आप बारिश और सर्दी के समय कोहरा होने के कारण स्काइडाइविंग नहीं कर सकती हैं। इस मौसन में स्काइडाइविंग करना आपके लिए खतरनाक हो सकता है। देखा जाए, तो सूर्योदय के बाद साफ आसमान में स्काइडाइविंग का आनंद लिया जा सकता है। केवल दिन के समय में स्काइडाइविंग की जाती है। इसके साथ यह भी जान लें कि स्काइडाइविंग के लिए सबसे जरूरी कुछ सामान होते हैं, जैसे कि पैराशूट, विमान, हल्के और आरामदायक कपड़े के साथ प्रशिक्षित ट्रेनर स्काइडाइविंग के लिए जरूरी माने गए हैं।
स्काइडाइविंग के दौरान याद रखें जरूरी बातें
स्काइडाइविंग के वक्त आपके पास आत्मविश्वास होना जरूरी होता है। साथ ही जो कंपनी आपको स्काइडाइविंग करा रही है, उसके पास लाइसेंस होना जरूरी है। ट्रेनर के पास भी लाइसेंस और स्काइडाइविंग का सर्टिफिकेट होना चाहिए। साथ ही स्काइडाइविंग के लिए कितना खर्च होगा, आपको इसकी भी पूरी जानकारी हासिल करनी चाहिए। स्काइडाइविंग के दौरान आपके शरीर पर मौजूद सभी गहनों को निकाल कर अपना शरीर को हल्का बनाएं। यह भी जरूरी है कि अगर आपको कोई भी बीमारी है, तो इसकी जानकारी ट्रेनर को अवश्य दें। बीमारी छोटी हो या बड़ी, आपको इस बारे में जरूर अपने स्काइडाइविंग ट्रेनर को बताना चाहिए। कोशिश करें कि स्काइडाइविंग के पहले हल्का भोजन करें। पेट को भरा रखते हुए स्काइडाइविंग के लिए न जाएं। ऐसा भी न हो कि आप खाली पेट स्काइडाइविंग के लिए पहुंच जाएं। यह आपकी सेहत के लिए सही नहीं होगा। कोशिश करें कि जब भी पहली बार आप स्काइडाइविंग के लिए जाएं, तो अकेले उड़ान न भरें। आपको हमेशा ट्रेनर के साथ ही स्काइडाइविंग के लिए उड़ान भरनी चाहिए। यह भी ध्यान रखें कि अगर आपको सांस की समस्या है, तो इस खेल का हिस्सा न बनें। ट्रेनिंग अधूरी लगने पर भी इंकार कर दें। स्काइडाइविंग के दौरान अगर आपको कोई समस्या हो रही है, तो तुरंत अपने ट्रेनर को इसकी सूचना दें। मादक पदार्थों का सेवन करके स्काइडाइविंग के लिए न जाएं। इसका आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ेगा। इसलिए जब भी स्काइडाइविंग करें, हमेशा सर्तक रहें।