ट्रेकिंग करना आपकी जिंदगी का सबसे बेहतरीन अनुभव होता है। इसमें एडवेंचर के साथ-साथ आप अपने आपको भी समझने लगते हैं। आगर आप नेचर लवर हैं, तब भी आपके लिए ट्रेकिंग एक बेहतरीन विकल्प बन सकता है। भारत में तो पहाड़ों की कोई कमी नहीं है। इन पहाड़ों की चोटी पर दिखने वाल दृश्य आप जीवन भर भूल नहीं पाएंगे। लेकिन, अगर आप कंफ्यूज हैं कि आपको अपनी अगली ट्रेकिंग कहां करनी है, तो परेशान न हों, क्योंकि हम आपके लिए लाए हैं ट्रेकिंग स्पॉट की एक लंबी फेहरिस्त। यहां देखिए भारत के वे स्थान, जहां आपको ट्रेकिंग जरूर करनी चाहिए।
राजमाची ट्रेक
महाराष्ट्र के लोनावला में है 826 एल्टीट्यूड का ट्रेक राजमाची ट्रेक। एडवेंचर के साथ-साथ यहां आपको खूबसूरत व्यूज भी मिलेंगे। लोनावला में आने वाले हर टूरिस्ट के लिए यह एक बेहतरीन स्पॉट है। इस ट्रेकिंग की खास बात यह है कि इसकी चढ़ाई के समय आपको कोंडना केव्स भी दिखेंगे। यहां जाने के लिए जून से सितंबर तक का महीना बिल्कुल सही है।
अरौकु वैली ट्रेक
अरौकु वैली आंध्र प्रदेश का एक हिल स्टेशन है, जो विशाखापट्टनम से 120 किमी दूर है। विशाखापट्टनम से ट्रेन जाती है, जिसके रास्ते में 15 टनल आते हैं। यह ट्रेक 36 किमी तक फैला हुआ है और आप यहां बोरा केव्स और कतिकी वाटरफॉल्स भी देख सकती हैं। यहां ट्रेक करने के लिए अक्टूबर से फरवरी तक का महीना बेस्ट हैं।
क्लाउड्स एंड ट्रेक
नाम से ही समझ गए होंगे कि इस ट्रेक पर आपको क्या शानदार नजारा देखने को मिलने वाला है। जी हां, मसूरी का यह ट्रेक सीधे बादलों से मिलता है। 2240 मीटर के एल्टीट्यूड के क्लाउड्स एंड ट्रेक पर आपको खूबसूरत व्यू के साथ-साथ हॉर्स सफारी और भी कई तरह के एडवेंचर करने को मिलेंगे। अप्रैल से अक्टूबर तक आप इस ट्रेकिंग का फायदा उठा सकती हैं।
चदर ट्रेक
ट्रेकिंग की बात हो और लद्दाक को भूल जाएं, ऐसा नहीं हो सकता। लद्दाक में चदर ट्रेक काफी मुश्किलों से भरा है, लेकिन इसका व्यू आपके दिल में छप जाएगा। 3850 एल्टीट्यूड के इस ट्रेक को पूरा करने के लिए 10 दिन से भी ज्यादा लग सकते हैं। बर्फ से जमी हुई जांस्कर नदी, आपको ट्रेकिंग के दौरान दिखेगी। इसके अलावा यहां की जमीन बर्फ की वजह से काफी फिसलन वाली होती है। यहां आपको अपनी रातें गुफाओं में बितानी होगी। पूरे साल में चदर ट्रेकिंग सिर्फ जनवरी और फरवरी के महीने में किया जा सकता है। इन बातों का ख्याल रख कर ही आपको योजना बनानी चाहिए।
हर की दून वैली ट्रेक
हर की दून ट्रेक भारत में यादगार और साहसिक ट्रेकिंग टूर के लिए सबसे लोकप्रिय है। आकर्षक पहाड़ी नजारे, जंगल, सुंदर घास के मैदान, मनमोहक नदियां और बड़े अल्पाइन झीलें हर की दुन ट्रेक को बहुत खूबसूरत बनाती है। समुद्र तल से 3566 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, हर की दुन में बर्फ से ढके पहाड़, अलग-अलग लेकिन खूबसूरत गांव और मंत्रमुग्ध करने वाली घाटियां, आपको यहां हमेशा के लिए बस जाने पर मजबूर कर देंगी।अपने लुभावने दृश्यों के कारण इस ट्रेक का आनंद गर्मियों के साथ-साथ सर्दियों में भी लिया जा सकता है।
कुअरी पास ट्रेक
ट्रेकिंग जिनको पसंद है, वे जानते हैं कि कुअरी पास ट्रेक कितना मशहूर है। कुअरी पास ट्रेक ग्रेटर हिमालयन रेंज की बर्फ से ढकी चोटियों के खूसबूरत व्यूज दिखाता है। इसे लॉर्ड कर्जन ट्रेल के नाम से भी जाना जाता है, यह ट्रेक हरी-भरी घाटियों, प्राचीन जंगलों और छोटे गांवों से होकर गुजरता है। कुअरी की चोटी पर पहुंचने पर ट्रेकर को नंदा देवी, चौखंबा, कामेट, हाथी-घोड़ी पर्वत और द्रोणागिरी की शानदार चोटियों के दृश्य भी दिखेंगे।
हम्पटा पास ट्रेक
हिमाचल में मशहूर हम्पटा पास ट्रेक एडवेंचर के साथ-साथ काफी खूबसूरत भी है। इसके आसपास आपको ऊंचे पहाड़, हरियाली घाट और छोटे-छोटे गांव भी दिखेंगे। 4298 एल्टीट्यूड में फैले इस ट्रेक को पूरा एक्सप्लोर करने के लिए आपको 8 से 10 दिन लग सकते हैं।
चंद्रताल लेक ट्रेक
लेक ऑफ द मून के नाम से फेमस चंद्रताल लेक ट्रेक काफी रोमांटिक फील देता है। स्पिटी वैली में स्थित इस ट्रेक की खूबसूरती आप कहीं और नहीं देख पाएंगे। 4300 मिटर ऊंचे इस ट्रेक को पूरा करने में आपको कम से कम 5 दिन लगेंगे। इसकी चोटी से चांद बहुत करीब और बेहद सुंदर दिखाई देता है। इस ट्रेक के लिए आपको मई से अक्टूबर तक के महीनों को चुनना होगा।
खीर गंगा
हिमाचल प्रदेश के ही लोकप्रिय ट्रेक में से एक है खीरगंगा। इस ट्रेकिंग में आपको काफी पर्वत और प्रकृति के नजारे देखने को मिलेंगे। यहां एक पार्वती घाटी है, यहां जाने के लिए आपको कसोल से 10 किमी के ट्रेक को पर करना होता है। यहां जाने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से जून के बीच है।
कश्मीर के ट्रेक
कश्मीर अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए तो जाना ही जाता है। साथ ही यहां पर ऐसे कई ट्रेक हैं, जहां आपको एक बार जाने के बारे में जरूर सोचना चाहिए। कश्मीर में एक से बढ़ कर एक ट्रेकिंग हैं। कश्मीर ग्रेट झीलों का ट्रेक 72 किमी की ट्रेकिंग है। यह ट्रेकिंग सोनमर्ग से 7800 फीट पर शुरू होता है और 13750 तक पहुंचता है और नारनग में 7450 फीट तक पहुंच जाता है। यहां के ट्रेक पर जाने के लिए सितंबर, अक्टूबर, फरवरी का महीना अच्छा होता है।
एक अच्छी ट्रेकिंग ट्रिप तब होगी, जब आपके पास पर्याप्त समय होना चाहिए। कई लोगों के लिए ट्रेकिंग मुश्किल होती है और वे अन्य लोगों के मुकाबले ज्यादा समय लेते हैं। इसके अलावा, आप ट्रेकिंग से लौटने के बाद काफी थक जाएंगे, तो अपने काम पर जाने से पहले एक या दो दिन का गैप ले लें और आराम करें।