हैदराबाद में घूमने-फिरने की अगर जगहों की बात की जाए, तो एक बार तो वहां जरूर जाना चाहिए, साथ ही वहां के खान-पान का भी मजा लेना चाहिए। हैदराबाद को मोतियों का शहर भी कहा जाता है। आइए जानें विस्तार से।
चारमीनार
चारमीनार हैदराबाद के मुख्य लैंडमार्क में से एक रहा है। इसकी खासियत की बात करें, तो इस ऐतिहासिक इमारत का निर्माण 1591 में सुल्तान मुहम्मद कुली कुतुब शाह द्वारा किया गया था। इसे भारतीय अरबी वास्तुशैली में अपनी बेगम के सम्मान में बनवाया था। चार मंजिला इमारत की सबसे ऊपरी हिस्से में एक मस्जिद का निर्माण किया गया है और पर्यटकों को केवल प्रथम फ्लोर तक ही जाने की अनुमति रहती है। चार मीनार के उत्तर में चार कमान और मक्का मस्जिद बने हुए हैं। यहां एक बार तो घूमने-फिरने जाना ही चाहिए और वहां के आस-पास की जगहों को भी एक्सप्लोर करना चाहिए।
रामोजी फिल्म सिटी
हैदराबाद गए और रामोजी फिल्म सिटी नहीं घूमे, तो जीने का कोई फायदा ही नहीं है। यह सिटी तेलुगु फिल्म निर्माण के लिए जानी जाती है। दरअसल, फिल्म सिटी का निर्माण 1991 में रामोजी राव ने किया था और यह दुनिया के सबसे बड़े फिल्म स्टूडियो में से एक हैं। गौरतलब है कि रामोजी फिल्म सिटी में 50 से अधिक फिल्मों के सेट मौजूद है। यहां घूमने के लिए कई ऐसी जगहें हैं, जहां आपको जाना ही चाहिए। रामोजी फिल्म सिटी को गिनीज बुक रिकॉर्ड का दर्जा प्राप्त है। यह फिल्म स्टूडियो 2500 एकड़ के विशाल क्षेत्रफल में फैला हुआ है।
हुसैन सागर झील
सिकंदराबाद और हैदराबाद जैसे शहरों को आपस मे जोड़ने वाली हुसैन सागर झील एशिया की सबसे बड़ी मानव निर्मित झीलों में से एक है। हुसैन सागर झील का निर्माण 1562 में इब्राहिम कुतुब शाह के शासन काल में करवाया गया था। झील के किनारे लुंबनी पार्क, इंद्रा पार्क और संजीवनी पार्क घूमने के लिए आदर्श पार्क में से एक रहे हैं।
गोलकुंडा किला
गोलकुंडा किला हैदराबाद शहर के लोकप्रिय किलों में से एक है और यह हैदराबाद से 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। दरअसल, गोलकुंडा का मतलब चरवाहों की पहाड़ी होता है और इस प्रसिद्ध किले का निर्माण राजा कुतुब शाह ने करवाया था। गोलकुंडा का किला अपनी सुंदर बनावट और वास्तुकला के लिए जाना जाता है। गोलकुंडा किले के बारे में एक बात तो आपको जरूर जाननी चाहिए कि यह ‘कोहिनूर हीरे’ के लिए भी जाना जाता है, क्योंकि यही के खानों से ‘कोहिनूर’ और ‘दरयाई नूर हीरा’ निकाला गया था।
चौमोहल्ला पैलेस
चौमोहल्ला पैलेस का अर्थ चार महल होता है। चौमोहल्ला पैलेस पहले हैदराबाद के निजाम का निवास स्थल हुआ करता था। चौमोहल्ला पैलेस का इस्तेमाल शाही मेहमानों की मेजबानी के लिए किया जाता था। हैदराबाद जाने पर यहां घूमना भी कभी नहीं भूलना चाहिए।
हैदराबाद में खान-पान की ये चीजें करें एक्सप्लोर
हैदराबाद जाने पर बिरयानी, ईरानी चाय, तरह-तरह के कबाब, बाकलवा, फिरनी, हलीम, बोटी कबाब, कुबानी का मीठा और कीमा समोसा जरूर ट्राई करना चाहिए।