होमस्टे, आपकी यात्रा को न सिर्फ अनोखा और यादगार बनाता है, बल्कि यह स्थानीय समुदाय को आर्थिक रूप से मजबूत करने में भी योगदान देता है। इसी के साथ आप जहां गए हैं, उस जगह की जीवनशैली के साथ वहां की संस्कृति, खान-पान और परंपराओं को गहराई से जानने और उनसे जुड़ने का अवसर भी देता है। आइए जानते हैं होमस्टे से जुड़ी कुछ खास बातें।
क्यों जरूरी है होमस्टे
यात्राएं जीवन की दिशा ही नहीं बदलती, बल्कि ये आपके मन की दशा भी बदल देती हैं, किंतु घूमने का असली मजा घुमक्क्ड़ी में है और घुमक्क्ड़ी का असली मजा है स्थानीय जीवनशैली और उसकी सांस्कृतिक सभ्यता को बेहद करीब से जानने में, जो आपको होटल की चारदीवारी में नहीं मिल सकती। ऐसे में आपके अनुभवों को प्रामाणिकता देने का सबसे बेहतर तरीका है होमस्टे। होमस्टे में रहने का अनुभव कई स्तरों पर संतोषजनक होता है। यह सिर्फ ठहरने का एक साधन नहीं, बल्कि आपकी यात्रा अनुभव को गहराई और नए दृष्टिकोण से भरने का एक तरीका भी है। होमस्टे विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए एकदम सही है, जो खुद को रोजमर्रा के शहरी जीवन से अलग करके एक धीमे, शांत और वास्तविक जीवनशैली को अपनाना चाहते हैं।
होमस्टे के फायदे
एक होटल की तुलना में अधिक व्यक्तिगत और आरामदायक होने के साथ-साथ आर्थिक रूप से भी यह काफी किफायती होता है, जिससे आप अपने बजट में रहकर यात्रा का आनंद ले सकती हैं। होमस्टे में रुकने से आप स्थानीय लोगों के साथ सीधे संपर्क में रहती हैं और उनके जीवन का हिस्सा बनती हैं। रोजमर्रा की गतिविधियों का अनुभव करते हुए घर के बनें भोजन के साथ पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद लेना भी आपको एक असली देसी अनुभव देता है। होमस्टे में रहते हुए आप सिर्फ भोजन करने की बजाय इसे पकाने की प्रक्रिया का हिस्सा भी बन सकती हैं। होमस्टे में रहते हुए आपके होस्ट आपको पर्यटक स्थलों के साथ कई ऐसी अनदेखी जगहों, छुपी हुई झीलों और स्थानीय प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव करा सकते हैं, जिनके बारे में आपने शायद ही सुना हो। इसके अलावा होमस्टे में रहकर आप वहां की लोक संस्कृति के साथ नृत्य-संगीत, कला, कहानियों, स्थानीय त्योहारों और रीति-रिवाजों से भी परिचित हो सकती हैं, जो आपकी यात्रा को और खास बना देता है।
होमस्टे की अनूठी विशेषताएँ
सही मायनों में मेहमाननवाजी होमस्टे की विशेषता है, जहां आप एक मेहमान नहीं, बल्कि परिवार के सदस्य की तरह महसूस करती हैं। आपके होस्ट आपकी तरफ व्यक्तिगत ध्यान देते हुए आपकी हर जरूरत का पूरा ख्याल रखते हैं। ऐसे में होमस्टे के दौरान आपके अनुभव के साथ आपका सामाजिक कनेक्शन भी बढ़ता है। विशेष रूप से अलग-अलग संस्कृतियों से आए अलग-अलग बैकग्राउंड के लोगों से आपको मिलने का मौका मिलता है। सच पूछिए तो सामाजिक नेटवर्क को बढ़ाने के साथ नई दोस्ती करने का यह एक बेहतरीन मौका आपको देता है। होमस्टे का अनुभव होटल के कमर्शियल माहौल से अलग भावनात्मक होता है, जहां आप प्रकृति और स्थानीय जीवन के करीब रहते हुए मानसिक शांति का अनुभव कर सकती हैं। होमस्टे के जरिए आप स्थानीय रीति-रिवाजों, भाषा, और पारंपरिक जीवन शैली के उस स्वरूप को प्रत्यक्ष रूप से अनुभव कर सकती हैं, जिनका वर्णन आपको किताबों या गाइड्स में कहीं नहीं मिलेगा।
होमस्टे का आनंद उठाने के तरीके
होमस्टे का आनंद उठाने का सबसे पहला और बेहतरीन तरीका है अपने होस्ट और उनके परिवार को करीब से जानते हुए उनसे आत्मीयता बढ़ाना। इसके लिए उनसे बातचीत करते हुए आप उनकी कहानियां और अनुभव सुनें। होस्ट के साथ उनके खान-पान से भी जुड़ते हुए घर के बने स्थानीय व्यंजनों का स्वाद लें। यह आपको उस क्षेत्र की अनोखी पाक परंपरा से भी परिचित कराएगा। अपनी यात्रा में होमस्टे के दौरान वहां की संस्कृतियों से जुड़ने के साथ आप वहां की स्थानीय गतिविधियों में भी भाग ले सकती हैं, जैसे खेतों में काम करना, कोई स्थानीय कला सीखना या फिर उनके किसी त्योहार में भाग लेना। ये आपके होमस्टे के आनंद को दुगुना कर देगा। हालांकि होमस्टे के दौरान कोशिश करें कि आप अपनी खुशियों में अपनी जिम्मेदारियों को न भूलें। उदाहरण के तौर पर होमस्टे के दौरान यह आपकी जिम्मेदारी बनती है कि आप स्थानीय पर्यावरण के साथ उनके संसाधनों का भी सम्मान करें और स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता देते हुए प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करें।
होमस्टे को खास बनाने के टिप्स
आपकी यात्रा आपके स्वभाव अनुसार होती है और उसी के अनुसार आपका होमस्टे चयन भी होता है। उदाहरण के तौर पर यदि आप प्राकृतिक और पारंपरिक अनुभव लेना चाहती हैं तो आपको अपने होमस्टे का चुनाव कहीं पहाड़ी इलाकों में, समुद्र तट के किनारे या ग्रामीण इलाकों में करना चाहिए। कुछ इलाकों में लकड़ी या मिट्टी से बने पारंपरिक घर होते हैं, जहां की वास्तुकला की कहानियां आपको रोमांचक लग सकती हैं और आपकी यात्रा को यादगार बना सकती है। यदि आप अपनी यात्रा के दौरान होमस्टे के अनुभव को और खास बनाना चाहती हैं तो कोशिश कीजिए कि आप उस जगह की लोकल फेस्टिवल के दौरान वहां जाएं, जिससे आप उस फेस्टिवल का हिस्सा भी बन सकें। यकीन मानिए त्योहारों के दौरान होमस्टे में रुकना एक शानदार अनुभव हो सकता है। विशेष रूप से होली, दिवाली, बिहू या पोंगल जैसे त्योहारों की प्रामाणिकता को यदि सचमुच महसूस करना है तो आपको शहरी संस्कृति से दूर ग्रामीण संस्कृति को आजमाना ही चाहिए। उनके रिवाजों और दिनचर्या को अपनाकर, उनके साथ अपनों की तरह खुले आंगन में बैठकर गपशप करके, घर की छोटी-मोटी जरूरतों में सहयोग करके और अपनी यात्रा से जुड़े अनुभवों को साझा करके आप न सिर्फ अपने होस्ट के साथ व्यक्तिगत रिश्ते बना सकती हैं, बल्कि अपनों से दूर अपनापन भी कायम कर सकती हैं।
भारत के प्रमुख होमस्टे डेस्टिनेशन
भारत में होमस्टे के लिए यूं तो कई डेस्टिनेशंस हैं लेकिन बीते कुछ सालों में कुछ जगहें काफी लोकप्रिय हुई हैं। आप चाहें तो इन जगहों को खुद आजमा सकती हैं। उदाहरण के तौर पर यदि आप पहाड़ों के बीच बसे छोटे गांवों में शांतिपूर्ण माहौल के साथ प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव चाहती हैं, तो उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जा सकती हैं। शाही जीवनशैली के साथ राजसी खानपान और लोक कलाओं से रूबरू होने के लिए आप राजस्थान का चुनाव कर सकती हैं। इसके अलावा ‘गॉड्स ओन कंट्री’ के नाम से मशहूर केरल में होमस्टे, बैकवाटर, मसालों की खेती और आयुर्वेदिक उपचार का अनुभव कराते हैं, तो सिक्किम, मेघालय, नागालैंड, झारखंड और छत्तीसगढ़ के होमस्टे आपको आदिवासी संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य का अहसास कराते हैं। सिर्फ यही नहीं पार्टी की चकाचौंध की बजाय पुर्तगाली वास्तुकला, समुद्री भोजन और शांतिपूर्ण ग्रामीण जीवन का आनंद लेने के लिए आप गोवा भी जा सकती हैं।
ग्रामीण जीवन के लिए चुनें ये होमस्टे
कहते हैं भारत गांवों में बसता है और हर भारतीय के दिल में एक गांव बसता है। ऐसे में पारंपरिक ग्रामीण होमस्टे का अनुभव आपको भारत के असली दिल तक ले जा सकता है। ऐसे में यदि आपको राजस्थान में ग्रामीण इलाकों की सैर करनी है, तो रेगिस्तानों की सैर करनी होगी और महाराष्ट्र के लिए कोकण इलाके में बसे गांव को महसूस करना होगा। पहाड़ी ग्रामीण जीवन के लिए आप हिमालय के साथ उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की वादियों में बसे गांवों में होमस्टे का अनुभव ले सकती हैं। पहाड़ी गांवों में बर्फबारी के साथ ऊंचे देवदार के जंगल और लकड़ियों से बने मकान एक स्वर्गीय सुख का आनंद तो देते ही हैं, इसके अलावा उत्तराखंड में हो रही जैविक खेती और देसी गाय के दूध का आनंद आपको एक शानदार अनुभव दे सकता है।
होमस्टे में ध्यान रखने योग्य बातें
होमस्टे के दौरान आपको इस बात का खास ख्याल रखना होगा कि आपकी यात्रा का उद्देश्य भव्यता नहीं, बल्कि सादगी है। ऐसे में अपनी अपेक्षाओं पर नियंत्रण रखते हुए इस बात का खास ख्याल रखें कि होमस्टे आपको होटल जैसा आराम नहीं देगा, लेकिन यह आत्मीयता से भरा होगा। इसके लिए आप जहां भी होमस्टे के लिए रुकें, वहां की परंपराओं, रीति-रिवाजों और जीवनशैली का आदर करते हुए उनके स्थानीय समुदाय का सम्मान करें। जिस परिवार में आप रुकें, वहां के सदस्यों से अधिक निजी सवाल पूछने से बचें। यदि आप ईमानदारी से उनकी आर्थिक मदद करना चाहती हैं, तो इस तरह करें, जो उन्हें एहसान न लगकर आपकी आत्मीयता लगे। होमस्टे की फीस के अलावा आपकी आर्थिक मदद उन्हें खुश कर सकती है।
होमस्टे का भविष्य
आजकल होमस्टे, ट्रैवल इंडस्ट्री का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। अपनी यात्रा के दौरान यात्री अब होटल्स की बजाय होमस्टे में रुकने को प्राथमिकता दे रहे हैं और उसका श्रेय जाता है Airbnb, MakeMyTrip और Booking.com जैसे ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफॉर्म्स को, जिन्होंने होमस्टे को लोकप्रिय बनाया है। इसके अलावा भारत सरकार ने भी ग्रामीण पर्यटन और होमस्टे को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनमें स्वदेश दर्शन योजना, एक भारत श्रेष्ठ भारत, ग्रामीण पर्यटन नीति, मिशन ग्रामीण अर्थव्यवस्था, स्टार्टअप इंडिया और वोकल फॉर लोकल शामिल हैं। इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य इको-टूरिज्म के क्षेत्र में स्टार्टअप्स के साथ भारत की विभिन्न सांस्कृतिक परंपराओं को जोड़कर ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देना है। विशेष रूप से उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यों में ग्रामीण होमस्टे को प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे वहां रोजगार पैदा हो और युवाओं को अपना राज्य छोड़कर किसी और राज्य में न आना पड़े।