भारत के इतिहास में पंजाब की अपनी खासियत रही है, ऐसे में आइए पंजाब के बारे में जानें कि वे कौन-कौन सी जगह हैं, जहां हमें एक बार जरूर जाना चाहिए।
क्या है पंजाब का इतिहास
'पंजाब' शब्द, दरअसल, फारसी के शब्दों 'पंज' पांच और 'आब' पानी के मेल से बना है, जिसका शाब्दिक अर्थ 'पांच नदियों का क्षेत्र' है। इन पांच नदियों में सतलुज, व्यास, रावी, चिनाब और झेलम का नाम शामिल हैं। गौरतलब है कि पंजाब देश के उत्तर-पश्चिमी भाग में स्थित है और इसके पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर में जम्मू और कश्मीर, उत्तर-पूर्व में हिमाचल प्रदेश और दक्षिण में हरियाणा और राजस्थान स्थित है। यहां घूमने की कई जगहें हैं।
जालंधर
पंजाब के और भी कई खूबसूरत शहरों की बात करें, तो जालंधर भी उनमें से एक है, जो कि ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण औद्योगिक शहर माना जाता है। यहां की खास बात यह है कि यहां कई तरह के गेम और हैंड टूल बनाए जाते हैं और आज यह पूरे विश्व में इन चीजों के लिए लोकप्रिय हैं। यहां की मेडिकल फेसिलिटीज या सुविधा पूरी दुनिया में खास मानी जाती है, साथ ही यह पंजाब के सबसे पुराना शहर में से एक माना जाता है। इसकी वजह यह भी है कि इस जगह से स्वतंत्रता संग्राम में कई बड़े योद्धा भी आये। साथ ही साथ जालंधर में ऐसे कई मंदिर, गुरुद्वारे और संग्रहालय हैं, जहां घूमने के लिए जाया जा सकता है। यह भी गौरतलब है कि जालंधर जिले का नाम भगवान आदिनाथ यानी शिव जी के शिष्य जालंधर नाथ के नाम पर रखा गया है, और जिसका उल्लेख आपको महाभारत में भी जरूर मिलेगा। ऐसी मान्यता भी है कि जालंधर का अर्थ पानी के अंदर होता है यहां पर सतलज और व्यास नदी का संगम होता है, इसलिए इस जगह को जालंधर नाम से जाना जाता है। यहां के घूमने फिरने की जगहों की बात करें तो देवी ताला मंदिर, रंगला पंजाब हवेली, नेहरू पार्क, वंडरलैंड थीम पार्क और जंग ए आजादी स्मारक भी बेहद लोकप्रिय हैं।
पटियाला
पटियाला एक ऐसा शहर है, जिसकी विरासत अनोखी है। पंजाब के शाही शहरों में से पटियाला भी माना जाता है। यहां की जनसंख्या की बात की जाए, तो हर जगह बहुत ही ऐतिहासिक और भव्य माने जाते हैं। सन् 1765 में बाबा आला के पोते राजा अमर सिंह ने पटियाला को संभाला उनकी दिलेरी और राजनीतिक सूझबूझ के कारण कुछ ही सालों पटियाला की हदें चारों तरफ फैल गई । 1845 महाराजा नरेंद्र सिंह ने पटियाला का सिहांसन संभाला वह एक महान कला प्रेमी थे उन्होंने शानदार आर्किटेक्चर मोती महल और शीश महल का निर्माण करवाया । पर्यटकों के लिए इन इमारतों की कारीगरी आज भी आकर्षण की वजह बनी हुई है खेलों के विकास के लिए महाराजा यादविंदर सिंह ने राष्ट्रीय स्टेट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स की स्थापना की ।
लुधियाना
लुधियाना की बात की जाए, तो यह शहर पंजाब के मध्य भाग में स्थित है और लुधियाना का प्राचीन नाम लोदी-आना था, जो लोदी वंश के नाम पर हुआ करता था और इसकी स्थापना सन् 1480 में दिल्ली के लोदी वंश द्वारा हुई थी। ऐसी मान्यता है कि इस क्षेत्र में युसूफ खान और निहंद खान की प्रतिनियुक्ति की गई थी, फिर उन्होंने लुधियाना के स्थल पर डेरा डाला जो मीर होता नामक गांव था। महाराजा रंजीत सिंह जी के शासन के दौरान लुधियाना पूर्ण ब्रिटिश छावनी बन गया। यही वजह है कि पंजाब के सबसे लोकप्रिय जगहों में से एक महाराजा रंजित सिंह वार संग्रहालय लुधियाना में स्थित है ।
अमृतसर
पंजाब के सबसे महत्वपूर्ण जगहों में से एक है अमृतसर, क्योंकि अमृतसर काफी महत्वपूर्ण जगह माना जाता है, इसके पीछे भी कई कहानियां जुड़ी हैं। दरअसल, अमृतसर सिख धर्म के लोगों की सबसे पवित्र नगरी मानी जाती है। यह पंजाब के महत्वपूर्ण शहरों में से एक माना जाता है । इस शहर को गोल्डन टेंपल की वजह से जाना जाता है और इसकी स्थापना सिख के पांचवें गुरु अर्जन देव किए थे, बाद में यह मंदिर हरिमंदिर साहिब के नाम से जाना जाने लगा । ब्रिटिश शासन काल में जलियांवाला बाग में जो हत्याकांड हुआ था वह भी यहीं पर ही स्थित है। अमृतसर जाने पर एक बार इंडिया-पाकिस्तान का बाघा बॉर्डर जरूर देखना ही चाहिए। जी हां, यहां पर हर दिन बीएसएफ की सेरेमनी को देखने के लिए 30 से 50 हजार लोग आते हैं और यहां के स्वर्ण मंदिर में हर दिन लाखों लोग मुफ्त में खाना खाते हैं। यहां का गुरु के महल, हॉल बाजार, महाराजा रणजीत सिंह संग्रालय, पार्टीशन म्यूजियम, विवेक साहिब गुरुद्वारा भी जरूर जाना चाहिए, गोविन्दगढ़ किला और तरनतारन साहिब गुरुद्वारा भी काफी लोकप्रिय है।
बठिंडा
पंजाब के सबसे पुराने शहरों में से एक है बठिंडा और इसके खास होने की वजह यह है कि यह स्थान ऐतिहासिक और धार्मिक केंद्र के रूप में जाना जाता है। गौरतलब है कि बठिंडा को एक भाटी राजपूत राजा वाला राव भट्टी द्वारा आधुनिक रूप से स्थापित किया गया है । यहां के किले और गार्डन बेहद लोकप्रिय हैं। ऐतिहासिक रूप से भी इस शहर को जानना बेहद जरूरी है। साथ ही इस शहर का सांस्कृतिक महत्व भी है। इस शहर की बात करें, तो यह पंजाब के बीचों-बीच बसने वाला शहर है, इसलिए इसे पंजाब का दिल भी कहा जाता है। यहां का चेतक पार्क बठिंडा के पिकनिक स्पोर्ट् में काफी लोकप्रिय है, साथ ही यह चेतक झील के पास स्थित है।
पठानकोट
पठानकोट पंजाब का सबसे बड़ा हिल स्टेशन में से एक माना जाता है और खासतौर से हिमाचल प्रदेश के बॉर्डर पर ही स्थित यह शहर है। खास बात यह है कि यह पंजाब के सबसे बड़े शहरों में से एक है, जो गेटवे ऑफ कांगड़ा वैली के नाम से भी जाना जाता है । यहां की वादियां बेहद खूबसूरत हैं और यहां के मंदिर भी विश्व विख्यात हैं। यहां कई किले हैं और इनकी वास्तुकला अद्भुत है। यहां घूमने के महत्वपूर्ण जगहों की बातें करें तो मुक्तेश्वर मंदिर, नूरपुर किला, रणजीत सागर बांध, शाहपुरकंडी किला, काठगढ़ मंदिर, हाइड्रोलिक रिसर्च स्टेशन, नागिन मंदिर, नोवेल्टी मॉल,शनिदेव मंदिर और सिटी सेंटर मॉल मुख्य जगहों में से एक हैं।
चंडीगढ़
चंडीगढ़ पंजाब के महत्वपूर्ण जगहों में से एक है और यह शहर अपने ऐतिहासिक,भौगोलिक और राजनीतिक महत्व के कारण महत्वपूर्ण है। इस शहर की खास बात यह भी है कि यह पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी है। यहां के कई गार्डन हैं, जिनमें रोज गार्डन भी हैं। इसके अलावा, सुखना झील चंडीगढ़ घूमने की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। यहां के घूमने की जगहों के बारे में बात करें तो रॉक गार्डन, पिंजौर गार्डन, गुड़िया संग्रहालय, सुखना लेक, फन सिटी, टेरेस गार्डन, वॉटर पार्क थंडर जोन, एक्वा विलेज, संग्रहालय और आर्ट गैलरी और मोहाली क्रिकेट स्टेडियम महत्वपूर्ण हैं।
कपूरथला
कपूरथला की अगर बात की जाए, तो इसे महलों और बागों का शहर कहा जाता है। गौरतलब है कि इस शहर का नाम राणा कपूर के नाम पर रखा गया है, साथ ही इसे पंजाब का पेरिस भी कहां जाता है, क्योंकि यहां की वास्तुकला बहुत ही उत्कृष्ट है।