भारत झीलों से संपन्न देश है, जिसकी खूबसूरती महाकाव्यों में भी वर्णित की गई है। भारत की कुछ झीलें प्राकृतिक हैं, तो कुछ मानव निर्मित, लेकिन सभी एक से बढ़कर एक हैं। आइए जानते हैं पूरे भारत में पसरी ये झीलें, कहां-कहां अपने सौंदर्य की छटा बिखेर रही हैं।
कश्मीर की डल झील
‘श्रीनगर का गहना’ कहा जानेवाला डल झील, भारत की सबसे खूबसूरत झीलों में से एक है। विशेष रूप से इस पर तैरते शिकारे पर सवारी करते हुए रहना, खाना, सोना और जागना हमारे अनुभव को सबसे खूबसूरत बनाता है। सूरज की रौशनी में पानी पर प्रतिबिंबित छाया मन को मोह लेती है। डल झील पर तैरते हुए निशात बाग, शालीमार बाग, चश्म-ए-शाही और हजरतबल के साथ मुगल गार्डन का दौरा इस अनुभव में चार चांद लगा देता है।
लद्दाख की पैंगोंग झील
4000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित खारे पानी की ये झील, लद्दाक की अविस्मरणीय खूबसूरती का अद्भुत नजारा है। सूरज की रौशनी में विभिन्न कोणों से देखने पर ये रंग बदलती दिखाई देती है। लद्दाक की उबड़-खाबड़ पहाड़ों के समक्ष पैंगोंग झील की असली सुंदरता को देखने का सबसे अच्छा समय सूर्योदय और सूर्यास्त है।
महाबलेश्वर की वेन्ना झील
महाबलेश्वर जाते समय, रास्ते में पड़नेवाला वेन्ना झील, कुछ देर रुककर आराम करने के लिए एक आदर्श जगह है। सुबह-सुबह इस खूबसूरत झील में निर्बाध गति से प्रवाहित साफ पानी को देखना, अपने आपमें एक अद्भुत अनुभव है। यहां आमतौर पर एक छोटा-सा स्थानीय बाजार लगता है। साथ ही पानी शांत होने पर नाव की सवारी भी होती है, लेकिन ऐसा मौका बहुत कम मिलता है।
एलिप्पी की वेम्बनाड़ झील
माना जाता है कि एलिप्पी की वेम्बनाड़ झील, एशिया की सबसे लंबी और दक्षिण भारत की सबसे खूबसूरत झील है। झील के किनारे लगे नारियल के पेड़ों को देखकर ऐसा लगता है, जैसे किसी सधे चित्रकार की चित्रकारी हो। उस पर झील में तैरते हाउसबोट में सवार होकर क्षितिज में डूबते सूरज को देखकर ऐसा लगता है, जैसे सूरज की लालिमा ने पूरे पानी को लाल रंग से भर दिया है।
स्पीति की चंद्रताल झील
समुद्र तल से 4300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हिमालय की सबसे खूबसूरत झीलों में से एक चंद्रताल झील टूरिस्ट और ट्रेकर की सबसे पसंदीदा जगह है। अर्धचंद्राकार होने के कारण ही इस झील को चंद्रताल का नाम मिला है। साथ ही पठार पर स्थित इस झील से चंद्रा नदी भी दिखाई देती है। इस झील को रामसर स्थलों के रूप में भी नामित किया गया है। कभी इसके आस-पास की जगह स्पीति और कुल्लू घाटी की यात्रा करनेवाले तिब्बती व्यापारियों का अस्थायी निवास हुआ करती थी।
उड़ीसा की चिल्का झील
एशिया की सबसे बड़ी खारे पानी की लैगून का दर्जा प्राप्त कर चुकी चिल्का झील, तटीय उड़ीसा के मध्य में स्थित है। विभिन्न प्रकार के पक्षियों के कारण इस झील को दुनिया की सबसे खूबसूरत झीलों में से एक माना जाता है। नवंबर और फरवरी के बीच इस झील में पर्यटकों के लिए लगभग 1600 प्रजातियों के अलग-अलग रंगों और किस्मों वाली पक्षियों का प्रदर्शन किया जाता है, जो यहां का मुख्य आकर्षण है।
उदयपुर की पिछोला झील
शाही शहर उदयपुर के मुकुट का रत्न कहे जानेवाले पिछोला झील के चारों ओर नाव की सवारी करना और घाट से सूर्यास्त देखना, सबसे खूबसूरत अनुभवों में से एक है। यही वजह है कि उदयपुर को भारत के सबसे रोमांटिक जगहों में से एक माना जाता है। इस झील के चार आकर्षण है। पहला अरसी विलास नामक पक्षी अभ्यारण्य, दूसरा जग मंदिर, तीसरा जग निवास और चौथा मोहन मंदिर, जहां से राजा गणगौर उत्सव देखते थे। इसके अलावा एक गोला बारूद केंद्र था, जो अब नहीं है।
उत्तराखंड का सात ताल
समुद्र तल से लगभग 1370 मीटर की ऊंचाई पर स्थित आपस में जुडी सात झीलों का समूह, सात ताल, उत्तराखंड के एक अज्ञात और खूबसूरत ठिकानों में से एक है। हिमालय की तलहटी में बसे ये झील, प्रवासी हिमालयी पक्षियों का निवास स्थान है। गहरे रहस्यमयी ओक और देवदार के पेड़ों से घिरे इन झीलों का नाम है, राम ताल, लक्ष्मण ताल, सीता ताल, दमयंती ताल, पन्ना ताल, पूर्ण ताल और सूखा ताल। यहां तरह-तरह के प्रवासी पक्षियों के साथ मछलियों की भी कई किस्में हैं, जो यहां आनेवाले पर्यटकों को आनंदित करती हैं। यहां आने का सर्वोत्तम समय अप्रैल से जून और सितंबर से दिसंबर है।
अनंतनाग की मानसबल झील
तीन तरफ से ग्रामीण भागों से घिरी ये झील, भारत के सबसे उत्तरी छोर के छिपे हुए रत्न के समान है, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। जुलाई और अगस्त के महीने में इस झील में बड़ी संख्या में कमल के फूल खिलते हैं। यहां मौसमी पक्षियों के साथ स्थायी पक्षियों की विविध श्रेणियां हैं। यहां के मुख्य आकर्षणों में महारानी नूरजहां द्वारा बनवाया गया एक मुगल गार्डन है, जो आज भी उतना ही हसीन है, जितना अपने निर्माण के समय था।
हैदराबाद की हुसैन सागर झील
उत्तम रखरखाव और पर्यटन के लिए अनुकूल होने के कारण हुसैन सागर झील को हैदराबाद का गौरव कहा जाता है। भारत की सबसे खूबसूरत झीलों में से एक इस झील को और खास बनाती है, यहां स्थित संगमरमर से बनी गौतम बुद्ध की मूर्ति, जिसे एक ही शिलाखंड से तराशकर बनाया गया है। कहते हैं इसे बनाने में 200 कलाकारों को 2 वर्ष का समय लगा था। इस प्रतिमा को देखने के लिए नाव की सवारी अनिवार्य है। इसके अलावा जब झील की खूबसूरती अपने चरम पर होती है, तब यहां एक लेजर शो होता है, जो यहां आनेवाले पर्यटकों को बेहद लुभाता है।
भोपाल की अपर लेक
भोपाल के अपर लेक का निर्माण 11वीं शताब्दी में वहां के राजा भोज ने त्वचा रोग से पीड़ित लोगों के लिए करवाया था। इसके पास कमला पार्क नामक एक शाही बगीचा है, जो इस झील को और खास बनाता है।
नाहन की रेणुका झील
प्रकृति में रुचि रखनेवालों के लिए रेणुका झील एक आदर्श स्थान है। प्राचीन सुंदरता और परिवेश के अलावा ये अपने सांस्कृतिक इतिहास के लिए भी प्रसिद्ध है। लेटी हुई महिला के आकार में होने के कारण इस झील को देवी रेणुका का अवतार माना जाता है। इसके अलावा 3214 मीटर की परिधि में फैली यह झील, हिमाचल प्रदेश की सबसे बड़ी प्राकृतिक झील है।
सापुतारा की सापुतारा झील
अपने दोनों तरफ हरे-भरे और रंग-बिरंगे बगीचों से भरी यह झील नौकायन के लिए शांत और सुंदर स्थान है। विशेष रूप से सुबह के समय यहां सैर करना बहुत शांतिमय लगता है।
नैनीताल की नैनी झील
नैनी मंदिर और उसके पास के ताल यानी झील के कारण ही इस जगह का नाम नैनी ताल पड़ा है। कहते हैं एक यूरोपीय को इस झील से इतनी मोहब्बत हो गई थी कि वो अपना देश छोड़कर यहीं बस गया था। हालांकि नैनी झील अब देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक हो चुका है।
ऊटी की ऊटी झील
अंग्रेजी अक्षर के एल (L) आकार में स्थित यह झील, ऊटी के सबसे मध्य में स्थित है और नौकायन के लिए सबसे उपयुक्त है। यही वजह है कि यहां कई नाव दौड़ प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं।
सिक्किम की गुरुडोंगमार झील
सिक्किम के उत्तरी भाग में स्थित ये झील भारत की सबसे खूबसूरत किंतु अज्ञात जगहों में से एक है। समुद्र तल से 5210 मीटर की ऊंचाई पर स्थित ये झील, दुनिया की 15 सबसे ऊंची और भारत की दूसरी सबसे ऊंची झीलों में से एक है। गौरतलब है कि समुद्र तल से 18000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित भारत की पहली सबसे ऊंची झील चोलमू भी सिक्किम में ही है।
माउंट आबू की नक्की झील
लीक से हटकर यात्रा करनेवालों के लिए नक्की झील एक खास और दर्शनीय स्थान है। कहा जाता है कि भारत की सबसे खूबसूरत झीलों में से एक नक्की झील, इंसानी नाखूनों का उपयोग करके खोदी गई थी। माउंट आबू के प्रमुख आकर्षणों में से एक इस झील के पास ही पत्थर से बनी एक विशाल मेंढक की मूर्ती है, जो पानी में छलांग लगाता प्रतीत होता है।
राजस्थान की पुष्कर झील
भारतीय लोगों के साथ विदेशियों को आकर्षित करनेवाली पुष्कर झील, भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। 52 घाटों से घिरे इस झील को तीर्थ का स्थान भी प्राप्त है, जहां कार्तिक पूर्णिमा के दिन हजारों की संख्या में लोग पवित्र स्नान के लिए आते हैं।
हिमाचल प्रदेश की पराशर झील
मंडी शहर से लगभग 50 किलोमीटर दूर पराशर झील, भारत की सबसे खूबसूरत झीलों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि नीले दर्पण की भांति चमकते इस झील के साथ काफी रहस्य जुड़ा हुआ है। ये भी कहा जाता है कि इसकी गहराई अनिश्चित है और इसके अंदर एक द्वीप बसा है।
मणिपुर की लोकटक झील
अगर आप किसी शांत जगह पर बैकपैक के साथ निकल जाना चाहती हैं, तो लोकटक झील आपके लिए सबसे सही जगह है। लोकटक झील, भारत की सबसे प्राचीन और कभी न बदलनेवाली जल निकायों में से एक है। इस झील पर छोटे छोटे द्वीप तैरते रहते हैं, जिन्हें स्थानीय लोग फुमदिस कहते हैं। ये द्वीप हर समय अपना आकार और स्थान बदलते रहते हैं।