मानसून की शुरुआत होते ही कोई पहाड़ों में ट्रेकिंग के लिए निकल पड़ता है, तो कोई अपने रोजमर्रा की व्यस्त दिनचर्या से कुछ वक्त चुराकर कहीं ऐसी जगह चले जाना चाहता है, जहां वे अपने लेजी मोमेंट्स का भी मजा ले सकें। तो आइए जानते हैं जुलाई महीने में जाने लायक कुछ ऐसी जगहों के बारे में, जो आपको तरोराजा कर देंगे।
लद्दाख
भारत के उत्तरी छोर पर स्थित ये जगह जुलाई माह में घूमने के लिए सबसे खूबसूरत और अद्भुत जगहों में से एक है। जुलाई महीने में न सिर्फ यहां का मौसम बेहद खुशनुमा और अच्छा रहता है, बल्कि यहां बेहतरीन दृश्य भी देखने को मिलते हैं। खूबसूरत दृश्यों के अलावा यहां आप ट्रेकिंग, रिवर राफ्टिंग और माउंटेन पास राइडिंग भी कर सकती हैं, जो यहां का मुख्य आकर्षण है। विशेष रूप से मानसून के दौरान रिवर राफ्टिंग सबसे लोकप्रिय है। इस जगह की एक खासियत ये भी है कि मानसून में भी यहां बहुत ज्यादा बारिश नहीं होती, जिससे ट्रेकिंग के रास्ते खुले रहते हैं।
धर्मशाला
बुद्धिज्म की शान दलाई लामा के घर के नाम से लोकप्रिय धर्मशाला, अपने लुभावने मंदिरों, मठों और खूबसूरत परिदृश्यों के लिए जाना जाता है। विशेष रूप से जुलाई माह में अपने पर्यटकों को यह गर्म दोपहर और ठंडी रातों के साथ सबसे खूबसूरत मौसम देता है। जुलाई में यहां आनेवाले पर्यटक नामग्याल मठ में रहकर वृक्षारोपण करते हैं और डल झील में नौकायन का आनंद उठाते हुए मौसम का आनंद उठाते हैं।
केरल
‘गॉड्स ओन कंट्री’ के नाम से विख्यात केरल, दक्षिण भारत का सबसे खूबसूरत राज्य माना जाता है। सिर्फ मानसून में ही नहीं, साल भर यहां पर्यटकों का तांता लगा रहता है। अगर ये कहें तो गलत नहीं होगा कि केरल, एक वास्तविक स्वर्ग है, जो मानसून में और खूबसूरत हो जाती है। मानसून की शुरुआत के साथ जुलाई महीने में यहां बैकवॉटर और झीलें पानी से भर जाती हैं और साथ ही साथ जहां रोमांचकारी पर्यटकों के लिए कई साहसिक खेलों का आयोजन किया जाता है। हालांकि अगर आप इन सबकी बजाय शांत प्रकृति के पर्यटक हैं, तो आपके लिए अल्लापुझा के पानी पर क्लासिक बैकवॉटर क्रूज और आयुर्वेदिक मालिश सबसे बेहतर विकल्प होगा।
गोवा
जरा सोचिए, समुद्र का किनारा हो और घनघोर बारिश हो रही हो। हमें यकीन है कि यह वाक्य पढ़ते ही आपने इस खूबसूरत नजारे की कल्पना कर ली होगी। यकीन मानिए मानसून में समुद्र तट और खूबसूरत हो जाते हैं। और गोवा की बात करें तो सिर्फ गोवा में लगभग 30 से ज्यादा समुद्र तट हैं। ऐसे में मानसून के दौरान इन समुद्र तटों की शोभा देखते बनती है। सिर्फ यही नहीं मानसून के दौरान इन सभी को देखना, अपने आपमें एक अद्भुत अनुभव होता है। इसी के साथ जुलाई में गोवा के दूधसागर जलप्रपात, मोलम राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभ्यारण्य की छटा और बढ़ जाती है। और हां मंडोवी नदी पर क्रूज के आनंद को कैसे भुला जा सकता है। तो जल्दी से अपना बैग पैक कीजिए और जुलाई में गोवा जाने की योजना बनाइए।
तवांग
माना जाता है कि अरुणाचल प्रदेश में बसा खूबसूरत तवांग हिल स्टेशन, एक आश्चर्यजनक स्थान है। दलाई लामा का जन्म स्थान होने के कारण धार्मिक दृष्टि से भी इसका काफी महत्व है। सुंदर पहाड़ियों और घाटियों से घिरी यह जगह बारिश के मौसम में और खूबसूरत हो जाती है। इनके अलावा, तवांग में और भी कई दिलचस्प नजारे हैं, जिनमें बाप तेंग कांग और तवांग मठ उल्लेखनीय है। आम तौर पर यह जगह काफी ठंडी होती है, इसलिए गर्मी का सुखद अनुभव लेने के लिए जुलाई माह सर्वश्रेष्ठ है।
माउंट आबू
राजस्थान का प्रसिद्ध हिल स्टेशन माउंट आबू अपनी खूबसूरती के लिए देश ही नहीं, विदेश में भी काफी लोकप्रिय है। सिर्फ यही नहीं राजस्थान में यह एकमात्र ऐसी जगह है, जहां बारिश होती है। बारिश के अलावा माउंट आबू में ऐसे कई आकर्षण है, जिनका आनंद आप जुलाई महीने में उठा सकते हैं। इनमें विशेष रूप से दिलवाड़ा जैन मंदिर, माउंट आबू का वन्यजीव अभ्यारण्य, अचलगढ़, गुरु शिकार, ट्रेवर टैंक और आबू रोड काफी प्रसिद्ध है।
उदयपुर
‘झीलों की नगरी’ के नाम से लोकप्रिय उदयपुर की छटा मानसून में और निखर जाती है, क्योंकि बारिश का मौसम झीलों की सुंदरता में चार चांद लगा देता है और यह शहर न चाहते हुए भी रोमांटिक हो जाता है। बेहतरीन नजारों से सजे इस शहर का मुख्य आकर्षण सज्जनगढ़ है। जुलाई माह में दूर-दूर से पर्यटक यहां आते हैं। इसके अलावा, अन्य आकर्षणों में अंबराई घाट, मानसून पैलेस, फतेशसागर झील, लेक पैलेस, कुंभलगढ़ किला, जग मंदिर, बंगोर की हवेली, पिछोला झील और सिटी पैलेस शामिल हैं।
शिलॉन्ग
मेघालय में स्थित शिलॉन्ग को पूर्व का स्कॉटलैंड कहा जाता है और यह उन जगहों में से एक है, जो मानसून में ढेर सारे पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है। विशेष रूप से जुलाई महीने में पर्यटकों के घूमने के लिए ये सबसे बेहतरीन जगह है। लैटलम घाटी, हाथी झरना, मावजीमबुईम गुफाएं, शिलॉन्ग चोटी और स्वदेशी संस्कृति संग्रहालय जैसे आकर्षण, जुलाई माह में शिलॉन्ग आनेवाले पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण हैं। इनके अलावा पूरे शिलॉन्ग का जो अद्भुत दृश्य होता है, उसकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती। झीलों, पहाड़ियों से संपन्न शिलॉन्ग हर कदम पर खूबसूरती का एहसास दिलाता है।
ऊटी
प्रकृति प्रेमियों के लिए ऊटी, एक सच्चा स्वर्ग है और अगर आप जुलाई में ऊटी जाने की योजना बना रहे हैं तो अपना मजा दोगुना करने के लिए कोयंबटूर से ऊटी के लिए टॉय ट्रेन लें। यकीन मानिए बड़े हों या छोटे, सभी इस टॉय ट्रेन में बैठकर अपने बचपन को दोबारा जी लेंगी। बचपन के एहसास के साथ खूबसूरत दृश्यों की छटा देखना, एक अनोखा और मंत्रमुग्ध करनेवाला अनुभव होता है। दिलचस्प बात यह है कि यहां जुलाई महीने में एक ही दिन सारे मौसम का आनंद ले सकती हैं, जैसे धुंधली सुबह के साथ हल्की बारिश, गर्म दोपहर और ठंडी रातें। यही वजह है कि तमिलनाडु के सबसे खूबसूरत हिल स्टेशनों में से एक, इस हिल स्टेशन को ‘हिल स्टेशनों की रानी’ की संज्ञा दी गई है। यहां के मुख्य आकर्षणों में कामराज सागर बांध, रोज गार्डन, डोड्डाबेट्टा, स्टोन हाऊस, मुकुर्थी राष्ट्रीय उद्यान, एमराल्ड झील, एवलांच झील और ऊटी झील है। विशेष रूप से प्रेमी परिंदों के लिए यहां का रोमांटिक मौसम बेमिसाल है।
स्पीति घाटी
रोमांचकारी लोगों के लिए स्पीति घाटी किसी वरदान से कम नहीं है। शानदार पहाड़ों और ग्लेशियर से घिरी स्पीति घाटी शांत रहकर, शांत रहने का संदेश देती है। यदि आप आध्यात्मिक मठों में रहते हुए भव्य ग्रामीण जीवन और समृद्ध बौद्ध संस्कृति का आनंद उठाना चाहते हैं, तो यह जगह जुलाई महीने में आपके लिए बिल्कुल सही है, क्योंकि इस माह यहां के दर्शनीय स्थलों, की मठ, बारा शिगरी ग्लेशियर और ताबो मठ की छटा अद्भुत होती है।
कोडाइकनाल
दक्षिण भारत के अद्भुत पर्यटन स्थलों में से एक कोडाइकनाल, जुलाई माह में घूमने के लिए सर्वश्रेष्ठ जगहों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि ये हिल स्टेशन तमिलनाडु के सभी हिल स्टेशनों की राजकुमारी है। सुखद और धुंध भरा मौसम कोडाइकनाल की पहचान है। यहां आनेवाले पर्यटक प्लांटेशन के साथ ग्रीन वैली व्यू, पलानी हिल्स, बेरिजम झील, बियर शोल फॉल्स और कोडाई झील जैसे रमणीय स्थलों का आनंद उठा सकती हैं। इसी के साथ रोमांचकारी लोगों के लिए भी यह जगह खासा रोमांच लिए हुए है।
चेरापूंजी
मेघालय में स्थित चेरापूंजी को विश्व का दूसरा सबसे नम स्थान होने का गौरव प्राप्त है, क्योंकि यहां साल के 12 महीने भारी वर्षा होती रहती है। ट्रेकिंग प्रेमियों के लिए ये जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं है। यह जगह अपने चाय के बागानों के लिए भी काफी प्रसिद्ध है। खूबसूरत सड़कों पर ड्राइविंग का आनंद लेते हुए चाय के बागानों की सैर, जैसे फिल्मी एहसास देता है। इसके अलावा, प्रेमी परिंदें, हाथों में हाथ डाले पेड़ों के पुलों पर पैदल भी चल सकती हैं।