बिहार सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक माना जाता है, चूंकि इसका ऐतिहासिक महत्व रहा है। यहां ऐसे कई स्थान हैं, जहां आपको घूम कर न सिर्फ अच्छा लगेगा, बल्कि आपकी जानकारी का भी विस्तार होगा। तो आइए बिहार दिवस के मौके पर बिहार के कुछ खास स्थानों के बारे में जान लेते हैं।
बोध गया : ज्ञान का नगरी
बिहार की पहचान गया से है, इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि इस जगह का इतिहास भगवान बुद्ध से जुड़ा हुआ है। यह यहां के सबसे प्राचीन स्थलों में से है। इस शहर के बारे में आपको बता दें कि यह जगह फल्गु नदी के तट पर बसा है। साथ ही ऐसी मान्यता है कि गौतम बुद्ध ने फल्गु नदी के तट पर बोधि वृक्ष के नीचे ही तपस्या करके ही ज्ञान की प्राप्ति की थी। इस शहर का नाम बोध गया क्यों रखा हुआ, तो माना जाता है कि बोधि नाम का एक पेड़ बिहार के गया में मौजूद है। साथ ही महाबोधि मंदिर परिसर में एक पीपल का पेड़ है, इसी पेड़ के नीचे बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त हुआ। इसलिए इस जगह का नाम बोध गया रखा गया है।
गया : राज्य की सबसे पुरानी लाइब्रेरी है यहां
बिहार के गया की ही बात की जाए, तो एक और विशेष कारण से यह जगह जानी जाती है, क्योंकि राज्य की सबसे पुरानी लाइब्रेरी मौजूद है। जी हां, 1855 में इसे अंग्रेजों ने स्थापित किया। इस लाइब्रेरी की खास बात यह है कि इसे बिहार का म्यूजियम भी कहा जाता है। और यहां इतिहास से जुड़ी भी कई जरूरी किताबें मौजूद हैं। सबसे अनोखी बात यह है कि संविधान की मूल प्रति यानी कि ओरिजनल कॉपी को भी बिहार के गया की इस लाइब्रेरी में रखा गया है।
नालंदा : विश्व का सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय
नालंदा बिहार के महत्वपूर्ण स्थानों में से एक है। इस जगह का अपना ऐतिहासिक महत्व रहा है। विश्व का सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय नालंदा में ही है। यहां बौद्ध धर्म के लोग शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। इस विश्वविद्यालय की खास बात यह है कि यह विश्वविद्यालय जीवन के दर्शनशास्त्र पर ध्यान फोकस करता है और साथ ही कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विषयों पर शोध करने पर अधिक ध्यान देता है।
दरभंगा : शास्त्रीय संगीत का मुख्य केंद्र
बिहार के मुख्य शहरों में से एक है दरभंगा। इस जगह की खासियत इसलिए मानी जाती है, क्योंकि दरभंगा 18वीं शताब्दी से ही बिहार के लिए ही नहीं, पूरे भारत के लिए संगीत का शहरी केंद्र माना गया है और यहां की खास बात यह रही है कि इस जगह ने कई भारतीय शास्त्रीय संगीत संगीतकारों को जन्म दिया है। यहां मखाना की खेती की जाती है। जिन्हें संगीत में दिलचस्पी है, उन्हें एक बार यहां आकर ज्ञान हासिल करना चाहिए।
वैशाली : महावीर का जन्मस्थान
वैशाली बिहार के सबसे लोकप्रिय जगहों में से एक माना जाता है। वैशाली को कई लोक कथाओं के साथ-साथ बौद्ध साहित्य के लिए मुख्य रूप से जाना जाता है। यह बौद्ध तीर्थ माना जाता है और साथ ही यह महावीर का जन्मस्थान भी माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि बौद्ध ने इस जगह तीन बार यात्रा की थी। ऐसी मान्यता है कि बौद्ध ने इस जगह तीन बार यात्रा की थी। यहां लोकप्रिय अशोक के खंभे भी हैं।