इन दिनों मार्केट में इतनी चीजें उपलब्ध हैं कि किन चीजों को खरीदा जाये और किन चीजों को छोड़ा जाये, समझ नहीं आता है। हर किसी की चाहत होती है कि अपने घर को बेहद खूबसूरत बनाया जाये, लेकिन इस क्रम में हम यह भूल जाते हैं कि घर को सजाते हुए, हमें ऐसे कुछ कदम भी उठाने चाहिए कि घर और वातावरण को प्रदूषण से बचाया जाए, ताकि पर्यावरण के लिए हम इतना तो योगदान दें, तो हम यहां आपको ऐसे पांच तरीके बता रहे हैं, जिनसे आप घर को खूबसूरत भी बना पाएंगी और पर्यावरण को भी नुकसान होने से बचा पाएंगी।
घर में अगर इस्तेमाल कर रही हैं सेंटेड कैंडल
इन दिनों हर कोई सेंटेड कैंडल्स का इस्तेमाल करना पसंद करता ही है, क्योंकि इससे आपके घर का माहौल एक दम रिलैक्सिंग हो जाता है। तो ऐसे में इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है कि आप ऐसे कैंडल जो बहुत अधिक सुगंध देने वाले हों, उनका इस्तेमाल न करें या फिर जो अधिक धुंआ करते हों, साथ ही ऐसी सेंटेड अगरबत्ती का भी इस्तेमाल न करें, इससे आपके घर में प्रदूषण ही फैलेगा और इससे आपकी सेहत को नुकसान ही होगा, इसलिए इस बात का खास ख्याल रखें।
वैक्यूम करना भी है जरूरी
इस बात पर अमूमन हमारा ध्यान नहीं जाता है, लेकिन घर में अगर आपने ऐसे सोफे या फर्नीचर रखे हैं, या कालीन रखी है, तो इनको वैक्यूम करना समय-समय पर जरूरी है, इससे भी गंदगी बाहर जायेगी और आपके घर में प्रदूषण नहीं फैलेगा।
प्लास्टिक के डेकोर आयटम न करें इस्तेमाल
आपकी कोशिश यही हो कि अगर आप अपने घर को प्रदूषण से फ्री करना चाहती हैं, तो प्लास्टिक के डेकोर का इस्तेमाल एकदम न करें। न ही प्लांटर में न ही बाकी किसी भी आयटम में। यह प्रदूषण को पूरी तरह से नुकसान पहुंचाता है।
नॉन टॉक्सिक वॉल पेंटिंग्स
घर की खूबसूरती में चार चांद लगाने में वॉल पेंटिंग्स की अहम भूमिका होती है, इसलिए बेहद जरूरी है कि वॉल पेंटिंग्स ऐसे हों, जिनमें नॉन-टॉक्सिक पेंट्स का इस्तेमाल किया गया हो। यह बेहद जरूरी है। इससे घर को इको-फ्रेंडली बनाने में मदद मिलती है।
सेकेंड हैंड फर्नीचर विंटेज लुक के लिए
इन दिनों, कई लोग अपने घरों को विंटेज लुक देने के लिए विंटेज फर्नीचर का इस्तेमाल करते हैं, इससे वह सेकेंड हैंड फर्नीचर के रूप में लेते हैं। इससे होता यही है कि रिसाइकल फर्नीचर से लकड़ियां कम काटी जाती हैं और इससे भी इको फ्रेंडली बनने में मदद मिलती है।