घर के लिए सही पेंट का चुनाव करना बेहद जरूरी और महत्वपूर्ण काम है, क्योंकि इसका सीधा प्रभाव आपके घर की सुंदरता और माहौल पर पड़ता है। आइए जानते हैं घर को पेंट करवाने के दौरान किन बातों का ध्यान रखा जाना बेहद जरूरी है।
पेंट चुनने से पहले छोटे हिस्से पर टेस्ट करें
सबसे पहले, जिस रंग को आप चुन रहे हैं, उसे एक छोटे हिस्से पर लगाकर देखें। यह आपको वास्तविक रंग का अनुभव देगा और आप यह तय कर सकेंगे कि यह रंग पूरे कमरे में कैसा लगेगा। कई बार एक ही रंग दिन और रात की रौशनी में अलग-अलग दिखाई पड़ता है। इसलिए रंग का चयन करते समय इसे विभिन्न प्रकार की रोशनी में देखें। इसके अलावा संभव हो तो कमरे के अनुसार रंगों का चयन करें, जैसे लिविंग रूम को खुला और हवादार महसूस करवाने के लिए हल्के और चमकीले रंग, जैसे सफेद, पीला, या हल्का नीला रंग चुनें। बेडरूम के लिए हल्के और शांतिपूर्ण रंग जैसे हल्का हरा, लैवेंडर, या हल्का ग्रे रंग चुने और किचन के लिए पीला, सफेद, या हल्का नारंगी रंग चुनें, जिससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो। बाथरूम में स्वच्छता और ताजगी के लिए आप सफेद, हल्का नीला, या हल्का हरा रंग चुन सकती हैं।
फिनिश और टेक्सचर के साथ पेंट की क्वालिटी पर भी ध्यान दें
अपने घर के लिए रंगों का चयन करते समय हमेशा अच्छी क्वालिटी के पेंट का ही इस्तेमाल करें, क्योंकि यह न सिर्फ लंबे समय तक टिकती हैं, बल्कि दीवारों को सुरक्षा देने के साथ उन्हें चमकदार भी बनाए रखती हैं। इसके विपरीत सस्ते पेंट से दीवारें जल्दी फीकी पड़ सकती हैं। यदि आपके घर में छोटे बच्चे हैं, तो वॉशेबल पेंट चुनें ताकि दीवारों पर लगे धब्बों को आसानी से साफ किया जा सके। अच्छे पेंट के साथ यह भी जरूरी है कि आप फिनिश और टेक्सचर का भी ख्याल रखें क्योंकि इससे दीवारों को एक सॉफ्ट और ग्लॉसी लुक मिलता है। इसके लिए मैट फिनिश की बजाय सैटिन या सेमी-ग्लॉस फिनिश पेंट चुनें। यह पेंट चमकदार होने के साथ साफ करने में भी आसान होता है। विशेष रूप से किचन और बाथरूम जैसी जगहों के लिए यह सबसे अच्छा होता है। दीवारों को खास लुक देने के लिए टेक्सचर पेंट भी अच्छा विकल्प है।
मौसम के साथ अन्य बातों का रखें ध्यान
घर को पेंट करवाते समय जरूरी है कि आप सही मौसम का चुनाव करें। बारिश के मौसम में दीवारों में नमी हो जाती है, जिससे पेंट सही से नहीं चिपकता, वहीं गर्मियों में पेंट जल्दी सूख जाता है, लेकिन गर्मियों में पेंट करवाते समय इस बात का भी ख्याल रखें कि ज्यादा गर्मी न हो, वरना पेंट में दरारें आ जाएंगी। हालांकि घर की पेंटिंग के लिए सही मौसम के साथ सही उपकरणों का चुनाव करना भी बेहद जरूरी है। इनमें रोलर्स और ब्रश की बहुत बड़ी भूमिका होती है। उदाहरण के तौर पर यदि आपको किसी बड़े हिस्से में पेंट करना हो तो रोलर का बिल्कुल सही होगा, वहीं किनारों और बारीक हिस्सों के लिए ब्रश का इस्तेमाल आप कर सकती हैं। इससे पेंट समान रूप से फैलेगा। हां दीवारों पे पेंट करवाने से पहले सैंडिंग और प्राइमिंग जरूर करवा लें। इससे दीवार की सतह चिकनी होती है और पेंट का बेहतर फिनिश मिलता है। दीवारों को पेंट करने से पहले हो सके तो उसे अच्छे से साफ कर लें ताकि उस पर धूल, गंदगी या चिकनाई न हो। साफ सतह पर पेंट लंबे समय तक टिका रहता है। यदि आपकी दीवारों पर गड्ढे हों या वे असमान हों तो उन्हें पहले लामी या व्हाईट सीमेंट से चिकना करवा लें। दीवारों में फंगस या सीलन हो, तो उसे भी ठीक करना बेहद जरूरी है।
पेंटिंग प्रोफेशनल्स चुनें, असुविधा से बचें
घर की पेंटिंग के दौरान एक गलती जो आम तौर पर सभी करते हैं, वो है पेंटिंग करनेवाले कारीगरों के चुनाव की। अच्छी पेंटिंग के लिए सही पेंट, सही उपकरण सब कुछ लाने के बावजूद कई बार हम कारीगर इतने खराब चुन लेते हैं कि हमारी सारी तैयारियों और मेहनत पर पानी फिर जाता है। यदि आप खुद से पेंट नहीं कर रही हैं, तो कुशल और अनुभवी पेंटिंग कारीगरों का चयन करें क्योंकि प्रोफेशनल्स न सिर्फ सही तकनीक और उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं, बल्कि काम को तेजी और कुशलता से पूरा भी करते हैं। हालांकि यदि आप किसी प्रोफेशनल से ही काम करवा रही हैं, तब भी रोजाना उनके काम की क्वालिटी का निरीक्षण करती रहें, जिससे किसी भी गलती को तुरंत ठीक किया जा सके। हां किसी प्रोफेशनल को काम देने से पहले बजट और प्लानिंग पर काम करना न भूलें, जैसे महंगे पेंट के साथ प्रोफेशनल्स की फीस और वे कितने वक्त में आपका काम पूरा करेंगे। यदि आप पेंटिंग के दौरान घर में रह रही हैं, तो बेहतर यही होगा कि एक-एक कमरों को पेंट करवाती जाएं, जिससे आपको असुविधा न हो।
स्वास्थ्य के साथ फर्नीचर्स का भी ध्यान रखें
पेंट में मौजूद वोक (वॉलेटाइल ऑर्गेनिक कंपाउंड्स) स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं। इसलिए लो-वोक (low VOC) या नो-वोक (No VOC) पेंट का इस्तेमाल करें, जो पर्यावरण के अनुकूल और सुरक्षित होते हैं। इसके अलावा पेंटिंग के दौरान इस बात का खास ख्याल रखें कि कमरे में अच्छी वेंटिलेशन हो, जिससे ताजगी बनी रहे और पेंट की गंध बाहर निकल सके। इससे फ्यूम्स से भी बचाव होता है। पेटिंग के दौरान अपने स्वास्थ्य के साथ जिस चीज की सबसे ज्यादा चिंता होती है, वे हैं घर भर में बिखरे फर्नीचर्स और अन्य सजावटी वस्तुओं की , जिन पर पड़ा हल्का सा पेंट उनकी पूरी खूबसूरती बिगाड़ देता है। ऐसे में पेंटिंग के दौरान अपने फर्नीचर, फर्श, और अन्य वस्तुओं को ढककर रखें, जिससे उन पर पेंट के छींटे न पड़ें। इसके लिए आप प्लास्टिक शीट्स या अनुपयोगी बेडशीट या पुराने कपड़ों का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। हालांकि पेंट का रंग चुनते समय आप इन आइटम्स के रंग और डिज़ाइन का भी ध्यान रखें तो ये आपके घर में चार चांद लगा देंगे। उदाहरण के तौर पर यदि आपका फर्नीचर गहरे रंग का है, तो दीवारों के लिए हल्के रंग का चुनाव करें, जिससे दोनों में अच्छा कंट्रास्ट बने।
कलर कॉम्बिनेशन पर भी रखें पैनी नजर
आप चाहें तो एक ही कमरे में एक से अधिक कलर कॉम्बिनेशन वाले पेंट भी करवा सकती हैं। उदाहरण के तौर पर दीवारों के लिए हल्का दरवाजों या खिड़कियों के फ्रेम के लिए गहरा रंग, आपके कमरे को एक नया और रोचक रूप देगा। आज-कल एक्सेंट वॉल का ट्रेंड भी काफी लोकप्रिय है, जहां एक दीवार पर गहरा या चमकीला पेंट किया जाता है, तो बाकी दीवारों को हल्के कलर से। इससे कमरे में फोकल प्वाइंट बनता है। वैसे दीवारों पर आई हल्की दरारों या किसी अन्य छोटे-मोटे दोष छिपाने के लिए आप टेक्सचर पेंट या डार्क कलर्स का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। डार्क कलर्स और टेक्सचर जहाँ दीवार की खामियों को छिपाते हैं, वहीं टेक्सचर पेंट या रफ फिनिश दीवार को आकर्षक बनाने के साथ छोटे-छोटे दोषों को भी कवर कर देते हैं। अपने घर की दीवारों को आप अपनी क्रिएटिविटी देना चाहती हैं तो स्पॉन्जिंग, स्टेंसिलिंग या रैगिंग की भी मदद ले सकती हैं। पेंटिंग में स्पॉन्जिंग, स्टेंसिलिंग, या रैगिंग जैसे टेक्निक का इस्तेमाल कर आप दीवारों को अनोखा और आकर्षक रूप दे सकती हैं। इसके अलावा मेटैलिक फिनिश पेंट दीवारों को एक प्रीमियम लुक देता है, जिसका उपयोग आप विशेष रूप से लिविंग रूम या हॉल में कर सकती हैं।
थर्मल पेंट्स के साथ बच्चों के कमरों की न करें अनदेखी
आजकल थर्मल इंसुलेटिंग पेंट्स का उपयोग भी काफी बढ़ गया है। दरअसल ये पेंट दीवारों की सतह को ठंडा या गर्म रखने में मदद करते हैं, जिससे आपके घर में इलेक्ट्रॉनिक एनर्जी की खपत कम हो। थर्मल पेंट खासकर ऐसे इलाकों में फायदेमंद होते हैं, जहां तापमान में ज्यादा उतार-चढ़ाव होता है। हालांकि यदि आप थर्मल पेंट नहीं करवा रही हैं तो पेंटिंग के बाद एक प्रोटेक्टिव कोटिंग लगवाना न भूलें. खासकर ऐसे क्षेत्रों में जहां ज्यादा धूल-मिट्टी होती है या जहां दीवारें गंदे होने की संभावना ज्यादा रहती है, वहां इस कोटिंग से पेंट लंबे समय तक सुरक्षित रहता है। बात जब पेंटिंग की हो तो आप बच्चों के कमरों की अनदेखी नहीं कर सकतीं। ऐसे में बच्चों के कमरों में पेंटिंग का चुनाव करते हुए थीम बेस्ड क्रिएटिव पेंटिंग जैसे कार्टून, नेचर, या स्पेस थीम को चुन सकती हैं। इसके अलावा बच्चों के कमरों के लिए चॉकबोर्ड पेंट भी एक मजेदार और उपयोगी विकल्प हो सकता है, जिससे बच्चे इस पर लिख सकें और आपके लिए इसे साफ करना आसान हो। आप चाहें तो पेंट की बजाय खास टेक्सचर और डिजाइन के वॉलपेपर का विकल्प भी आप चुन सकती हैं।