बारिश में दीमक लगने पर परेशानी बढ़ जाती है, हमारे घर में भी और हमारे घर या किचन के सामानों में भी। ऐसे में आइए जानते हैं इनसे कैसे बचा जा सकता है।
क्यों लगती है सीलन और दीमक
बारिश के महीने में धूप नहीं निकलती है। ऐसे में होता यही है कि दीवारों पर जरूरत से ज्यादा मानसून की नमी और सीलन दिखने लगती है और फिर घर के फर्नीचर और किचन के सामान में कीड़े- मकौड़े लगने लग जाते हैं। फिर इसे ही दीमक कहने लगते हैं, जिसे टरमाइट प्रॉब्लम के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन यह घर के फर्नीचर और बाकी जगहों की क्वालिटी को खराब कर देती है, इसलिए इससे निजात पाने की सख्त जरूरत होती है।
सिरका है अच्छा
आपको इस बारे में जानकारी होनी चाहिए कि दीमक से निजात पाने के लिए सबसे अधिक सिरके से मदद मिलती है, सिरके का इस्तेमाल करना आपके लिए काफी अच्छा होगा, क्योंकि सिरके से सीलन वाली परेशानी नहीं होती है, साथ ही जब आप आधा कप सिरका लें और फिर उसमें नींबू का रस भी मिला लें, तब भी काफी फायदा होता है। इस मिश्रण को एक बोतल में भर कर आपको पूरे घर में स्प्रे कर देना है, इससे घर में लगे दीमक खत्म हो जाते हैं, इसलिए इस नुस्खे को एक बार आपको अपनाकर जरूर देखना चाहिए।
नीम का इस्तेमाल
नीम की भी खास बात यह होती है कि इसके एंटी-बैक्टेरियल गुण होते हैं, जो कमाल तरीके से काम करते हैं। यह फर्नीचर और दीवारों दोनों को ही दीमक से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। इसके लिए नीम का लिक्विड फॉर्म बना कर, उसे स्प्रे किया जाना चाहिए। नीम की पत्तियों को अच्छे से पानी में खौला लिया जाता है और उसके बाद ही उस पानी को दीमक के पास लगा कर दो तीन मिनट रख देना है और फिर इससे पानी को
दीवारों और फर्नीचर में लगी दीमक से छुटकारा पाने के लिए इस्तेमाल होता है।
लहसुन का स्प्रे
लहसुन के स्प्रे से आपको दीमक से छुटकारा मिल सकता है। इसके लिए आपको बस आठ-दस लहसुन की कलियों को छीलकर क्रश कर लेना है, फिर इसे दो से तीन कप पानी में डाल कर उबाल ले लेना है, फिर इसमें थोड़ी सी नीम की पत्तियों को पीस कर डाल कर उबाल लेना है, फिर इसे दीमक वाली जगहों पर स्प्रे करना है, इसमें अगर नीम का तेल भी मिक्स कर देंगी, तो अच्छा रहेगा, यह काफी सही साबित होगा।
बोरिक एसिड की मदद
बोरिक एसिड भी काफी अच्छी चीज है, जिससे घर के दीमक को चीजों से दूर किया जा सकता है। इसकी खास बात यह होती है कि बोरिक एसिड कीड़ों को भगाने के काम में आता है। उसके लिए ज्यादा आपको मेहनत नहीं करनी है, बल्कि 2 कप बोरिक एसिड को एक स्प्रे बोतल में डाल लेना है, फिर इसे फर्नीचर पर छिड़क देना है, इससे घर में लगी दीमक तुरंत चली जायेगी।
कार्डबोर्ड का इस्तेमाल
जी हां, यह भी एक जरूरी काम है कि कार्डबोर्ड को भी आप इस्तेमाल अच्छी तरह से कर सकती हैं, इसके लिए आपको कार्डबोर्ड लेना है, फिर उसको पानी से भिगो लेना है और गीले कार्डबोर्ड को दीमक के ऊपर लगा देना है, इससे सारे दीमक कार्डबोर्ड पर आ जायेंगे और फिर इसको आपको कहीं बाहर ले जाकर फेंक देना है।
ऑरेंज तेल है अच्छा
जी हां, ऑरेंज तेल दीमक हटा देने के लिए काफी अच्छा होता है, इसके लिए आपको अधिक दिमाग नहीं लगाना है, बस ऑरेंज ऑयल जैसे आवश्यक तेल का इस्तेमाल करना है, क्योंकि यह जैविक कीटनाशक माना जाता है, साथ ही इनका उपयोग सीलन को हटाने के लिए भी किया जा सकता है। यह तेल दीमक को हटाने के लिए शानदार तरीके से काम करते हैं और फिर दीमक झड़-झड़ के साफ हो जाते हैं। इसको बनाना भी अधिक मेहनत का काम नहीं होता है। इसको बनाने के लिए एक स्प्रे बोतल लेना है, उसमें दो कप पानी डालना है, उसमें डिश शॉप की बूंदें डालनी हैं, फिर अपनी पसंद का तेल उसमें डालना है और फिर स्प्रे करना है, इससे आपकी परेशानी पूरी तरह कम हो जाएगी।
कीड़ों को ऐसे हटाएं
आपको बता दें कि बेनिफिशियल नेमाटोड होते हैं और ये परजीवी राउंडवॉर्म सूक्ष्म होते हैं, जो काफी छोटे-छोटे होते हैं। लेकिन यह दीमक को हटाने में मदद करते हैं। यह छोटे होते हुए भी काफी शक्तिशाली होते हैं, जिन्हें दीमक का शिकारी माना जाता है, यह एक लाभकारी नेमाटोड होते हैं, जो दीमक में घुस जाते हैं, और फिर उन्हें खत्म करने की कोशिश करते हैं। बता दें कि ये जो जीव होते हैं, कई अन्य उद्यान कीटों के लिए प्राकृतिक परजीवी होते हैं और दीमक के बाहरी क्षेत्रों में रहते हैं, इसलिए अगर इसका संक्रमण दूर करना है, तो इससे निपटने के लिए प्रभावित क्षेत्रों पर गमले की मिट्टी, पानी और लाभकारी नेमाटोड छिड़कना अच्छी बात होगी।
दीमक चारा
अगर दीमक चारा की बात करें, तो यह अन्य चारा जालों की तरह, दीमक चारा उन जिद्दी कीटों को आकर्षित करता है, जो खाद्य स्रोत के रूप में आपके घरों में लेकर आते हैं, उन्हें हटाने में दीमक चारा काम करता है।
दीमक को कैसे पहचानें
कई बार दीमक को गलती से चींटियां समझ लिया जा सकता है, लेकिन दोनों कीड़ों के बीच कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं, जिन्हें आपको जानने की कोशिश करनी चाहिए, इसके लिए आपको गौर करना चाहिए कि जहां चींटी के एंटीना मुड़े हुए होते हैं, वहीं दीमक के एंटीना सीधे होते हैं। वहीं, जहां दीमकों का आकार चौड़ा, सीधा होता है, जबकि चींटियों की कमर पतली और शरीर संकीर्ण होता है। साथ ही साथ चींटियां लाल, काली या गहरे भूरे रंग की हो सकती हैं, तो अधिकांश दीमक भूरे और हल्के भूरे रंग के बीच के होते हैं। वहीं उड़ने वाली चीटियां और पंख वाले दीमक दोनों के पंखों की जोड़ियां होती हैं, वहीं दीमकों के पंखों के जोड़े समान आकार के होते हैं, जबकि उड़ने वाली चींटियों के पंखों का एक जोड़ा छोटा और एक बड़ा होता है।
दीमक लगने पर क्या-क्या होते हैं नुकसान
आप गौर करेंगी कि आपकी दीवार के अंदर अजीब और छोटे-छोटे जो सुरंग या छेद हो जाते हैं, वह दीमक की उपस्थिति को दर्शाते हैं। आपने शायद यह भी गौर किया होगा कि सूखी लकड़ी के दीमक भोजन स्रोत के रूप में सेलूलोज़ का उपयोग करके लकड़ी में छेद कर सकते हैं। वहीं गौरतलब है कि अगर आप अपने घर के आस-पास की लकड़ी में छोटे-छोटे छेद देखती हैं, तो दरवाजे या खिड़की के फ्रेम, बेसबोर्ड, खिड़कियां या फर्श भी परेशानी का सबब बनते हैं। वहीं दीमक की बूंदें बेसबोर्ड या खिड़कियों, दरवाजे के फ्रेम और अन्य लकड़ी की सतहों के आसपास देखी जा सकती हैं। आपको यह भी गौर करना चाहिए कि दीमक आपकी लकड़ी के अंदरूनी हिस्से को खा जाते हैं, वे आपके घर की लकड़ी की संरचनाओं को खोखला करना शुरू कर देते हैं। साथ ही साथ यह पेंट को भी नुकसान पहुंचा देता है।