इन दिनों इस बात पर पूरी तरह से ध्यान दिया जा रहा है कि किस तरह से घरों के लिए सस्टेनेबल तरीके से डिजाइन, जगह, साइज यानी आकार चुना जाए और सजाने की कोशिश की जाये, इसके लिए कई तरह के उपाय ढूंढे जा रहे हैं। आइए विस्तार से इसके बारे में जान लेते हैं।
लोकेशन है पहली शर्त
लोकेशन का ध्यान रखना बेहद जरूरी है, खासतौर से अगर आपके जेहन में यह है कि आपको सस्टेनेबल घर की संरचना तैयार करनी है, तो लोकेशन का ध्यान रखना एक जरूरी चीज हो जाती है। ऐसे में कुछ बातों का ख्याल रखना जरूरी है। जैसे कि अगर परिवहन की बात की जाए, तो सार्वजनिक परिवहन से अगर आपकी पैदल दूरी है, तो यह बहुत अच्छा होगा, क्योंकि इससे पर्यावरण पर आपका प्रभाव कम हो जाएगा। इसके साथ ही साथ आपको ऐसी चीजों का इस्तेमाल करना है, जिसमें आपका जो भी बुनियादी ढांचा है, वह गड़बड़ न हो, नहीं तो पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे। लोकेशन चुनते हुए उन जगहों से भी बचने की कोशिश करें, जहां बाढ़ की संभावनाएं अधिक रहती हैं। लेकिन अगर आपको ऐसी जगह चुननी ही पड़ रही है, जहां जोखिम है, तो सबसे पहले आपको इस बात की कोशिश करनी चाहिए कि आपके घर के डिजाइन उस जोखिम को झेलने की हिम्मत रखे।
साइज यानी आकार रखता है मायने
इस बात का आपको खास ख्याल रखना चाहिए कि आपका घर जितना अधिक सस्टेनेबल होगा, उतना अच्छा होगा, इसके लिए अगर घर को बहुत अधिक बड़ा नहीं, बल्कि छोटा बनाने की कोशिश की जाए, तो यह सबसे बेस्ट होगा, क्योंकि छोटे घर अधिक टिकाऊ होते और अधिक कुशल भी होते हैं। दरअसल, होता यह है कि छोटा घर बनाने से आपकी सामग्री का उपयोग और ऊर्जा की जरूरतें कम हो जाएंगी, जबकि अगर आप एक छोटी जगह चुनती हैं, तो हीटिंग और कूलिंग के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होगी। इसलिए इस बारे में भी एक बार सोच कर जरूर देख लें।
नेचुरल रोशनी है जरूरी
सस्टेनेबल घरों के लिए ओरिएंटेशन और नेचुरल रोशनी उपलब्ध होना बेहद जरूरी है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि अगर आप उत्तरी गोलार्ध में ठंडी जलवायु में रहते हैं, तो आप दक्षिण की ओर अधिक खिड़कियां रखकर सूर्य की रोशनी से राहत मिलती है। घर में इस तरह से डिजाइन करना जरूरी है कि घर में रोशनी आये। साथ ही आस-पास पेड़-पौधे ही हों, खिड़कियों के पास इस बात का भी ख्याल रखें। अधिक ऊर्जा बचत के लिए आप अपनी दक्षिण मुखी खिड़कियों के सामने एक पेड़ लगा सकते हैं। ऐसे पेड़, जिन पर सर्दियों में पत्ते नहीं होते हैं।
चीजों को रीसायकल करें
पुरानी चीजों को रीसायकल करना बेहद जरूरी है, इसके लिए चीजों को बार-बार इस्तेमाल करें, इसके लिए ग्लास जो कि रीसायकल किया जा सके, साथ ही ऐसे मेटल या धातु, जो की रीसायकल किया जा सके। रीसायकल की गयीं ईंट भी अच्छा विकल्प हो सकती हैं।
स्थानीय चीजों का इस्तेमाल करें
एक बात का खास ख्याल रखना जरूरी है कि स्थानीय चीजों का इस्तेमाल बहुत जरूरी होता है। आपके घर में जो भी चीजें इस्तेमाल हो रही हैं, उनमें स्थानीय चीजों का इस्तेमाल ही सही होता है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि जब घर में स्थानीय सामग्रियों का उपयोग होगा, तो उसे शिपिंग की आवश्यकता कम हो जाएगी। साथ ही ग्रीन वुड्स घर के लिए लेना सबसे अच्छा विकल्प होता है। स्थानीय चीजें अधिक टिकाऊ होती हैं, जिन्हें आप देख परख कर भी इस्तेमाल कर सकती हैं। इसलिए इन चीजों का ही इस्तेमाल ठीक रहेगा। छोटे व्यवसाय करने वाले लोगों को प्रोमोट करें, वे बेहतर चीजें भी देते हैं और आपके लिए वे चीजें बजट फ्रेंडली भी होंगी। रूफ शिंगल्स और ड्राईवॉल मेट्रियल को भी रीसायकल किया जा सकता है।
एयर सीलिंग
सस्टेनेबल और टिकाऊ घर बनाने के लिए एयर सीलिंग का ध्यान रखना भी एक अहम प्रक्रिया है, जिनके बारे में जानना और समझना जरूरी है और इन्हें घरों में सही से कराना भी जरूरी है। तो ऊर्जा कुशल गृह डिजाइन के लिए एयर सीलिंग, जिसे ड्राफ्ट स्टॉपिंग के रूप में भी जाना जाता है, इन्सुलेशन के साथ की जाती है। एयर सीलिंग कम-ज्ञात ऊर्जा-कुशल घर डिजाइन की एक महत्वपूर्ण शर्तों में से है, तो उचित सीलिंग होनी इसलिए जरूरी है, क्योंकि यह आपके घर में हवा के रिसाव( लिकिंग) को रोकती है। इसलिए इस बात का भी ध्यान अच्छे से रखें। एयर सीलिंग में इस बात को ध्यान दें कि आपकी छतों और दीवारों के सभी खुले स्थानों और प्रवेश द्वारों पर सीलिंग होनी चाहिए। साथ ही साथ खिड़कियों, दरवाजों, वेंट और अन्य छिद्रों या प्रवेश द्वारों के आस-पास भी वायु सीलिंग आवश्यक है।
जल संरक्षण पाइपलाइन फिक्स्चर
हमें इस बात का भी खास ध्यान देना चाहिए कि घर में किस तरह से पानी आएगा और निकलेगा, इसका ध्यान भी पूरी तरह से देना जरूरी है। नल और शॉवर हेड सहित आपके सभी प्लंबिंग फिक्स्चर में पानी का उपयोग कम या कम प्रवाह वाले ये फिक्स्चर बहुत लोकप्रिय हो रहे है। बता दें कि आपको कम प्रवाह दर पर पानी का उपयोग करने वाले प्लंबिंग फिक्स्चर ढूंढने में कोई परेशानी नहीं होगी। इसके अलावा, इस बात का ख्याल रखें कि सोलर से जुड़ीं चीजें भी आपके घर में हों, जैसे सौर हॉट वॉटर, सूर्य का उपयोग करके पानी गर्म करने की एक प्रणाली है। इसे आपकी छत पर स्थापित किया जा सकता है और यह आपके पानी को गर्म कर सकता है। यह आपके घर के ऊर्जा व्यय को कम करेंगी और ऊर्जा-कुशल घर डिजाइन के लिए एक बेहतरीन सुविधा उपलब्ध कराएगी।
स्टडी टेबल बन जायेगा सस्टेनेबल
आजकल सबसे महत्वपूर्ण जगहों में से एक चीज है आपके घर में, वह है आपका स्टडी टेबल, जी हां, उसका ख्याल रखना बेहद जरूरी है, ऐसे में अगर उसे सस्टेनेबल तरीके से सजा दिया जाए, तो लुक काफी अच्छा नजर आता है। ऐसे में कैसे इसे लुक देंगे, आइए जानते हैं। आप टेबल हमेशा ऐसी चीजों का ही बनाएं, जो कि पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाए। इसके लिए अगर आप पेन स्टैंड की बात करें, तो इन्हें सस्टेनेबल तरीके से घर पर ही DIY के रूप में बनाया जा सकता है। अगर आपके घर में खाली पड़े टीन वाले केन को अच्छे से रंगों से भर कर या कुछ अच्छी कलाकारी करके इसे तैयार किया जा सकता है। चाहें तो रंगों की जगह, तरह-तरह के जो डिजाइनर या प्रिंटेड पेपर आते हैं, उसे रैप करके या टीन वाले केन पर रस्सी बांध कर भी इसे सुंदर और टिकाऊ रूप दिया जा सकता है, यह आपके स्टडी टेबल को शानदार लुक दे देगा। इसका अलावा, अपनी डेस्क पर हमेशा प्लांट्स रखें। बैंबू वाले प्लांट्स आपके टेबल के लिए बेस्ट रहेंगे। अगर आप चाहें तो छोटा सा बुक शेल्फ भी रख सकती हैं, इन्हें पुराने बचे कार्टन से भी बनाया जा सकता है। इस बात का ध्यान रखें।