आपकी लाइफस्टाइल कितनी हेल्दी है, ये सबसे ज्यादा इस बात पर निर्भर करता है कि आपका लिविंग स्टाइल कितना हेल्दी है. सिर्फ पोषक तत्वों को आहार के रूप में लेना ही आपको पूरी तरह से फिट नहीं बनाता है. बेहद जरूरी है कि अंदरूनी रूप से तो हम अपने शरीर को हेल्दी बनाएं, लेकिन इसके साथ ही जरूरी है कि हम जहां रहते हैं, जहां हमारी दिनचर्या का अहम समय गुजरता है, वह भी हेल्दी रहे. उदाहरण के लिए, अगर हम हर दिन बैलेंस डायट ले रहे हैं, लेकिन बाहर सिर्फ अनहेल्दी एयर ले रहे हैं तो हमारी हेल्थ कभी अच्छी नहीं रह सकती. इसलिए बेहद जरूरी है कि हम ऐसे लाइफस्टाइल को अपनाने की कोशिश करें, जिससे हमारे आस-पास की जगह भी पॉल्यूशन फ्री हो. आइए आपको पांच तरीके बताते हैं, जिन्हें अपना कर आप प्रदूषण को ना कह सकती हैं.
गो ग्रीन किचन व होम है जरूरी
आपका घर और आपका किचन, ये दोनों जगह आपकी हेल्थ को बेहतर और खराब बना सकती हैं. इसलिए इन्हें ग्रीन रखना जरूरी है. जो ग्रीन किचन और होम इन दिनों खूब ट्रेंड में हैं. किचन को ग्रीन बनाने के लिए यानी पॉल्यूशन फ्री बनाने के लिए, कई अच्छे तरीके अपनाये जा रहे हैं. जैसे इन दिनों फ्रिज, माइक्रो वेब जैसी चीजें एनर्जी एफिशिएंट को देख कर खरीदी जा रही हैं. इनमें किसी भी तरह के हानिकारक केमिकल्स का इस्तेमाल नहीं होता है. वहीं बर्तन व कंटेनर्स की बात करें तो प्लास्टिक की चीजों की जगह नॉन प्लास्टिक की चीजें इस्तेमाल करने से भी हम पर्यावरण को नुकसान से बचा सकते हैं. इनके अलावा एयर क्वालिटी को इम्प्रूव करने के लिए चिमनी लगा रहे हैं. फूड्स आयटम की बात करें तो फ्रोजेन, प्रोसेस्ड, पैकेज्ड किये हुए खाने की जगह, फ्रेश फूड पर हम सबका जोर है. साथ ही किचन को हरा-भरा बनाये रखने के लिए प्लांट्स लगाने पर भी जोर दिया जा सकता है, ताकि फ्रेश एयर हमें मिलती रहे. इसके अलावा घर में जरूरत न हो तो बेवजह कहीं भी बिजली, फैन स्विच ऑन करके न छोड़ें. जरूरत खत्म होने पर इन्हें बंद कर दें. इससे भी आप अपने पर्यावरण के लिए योगदान ही दे रहे हैं. घर में अगर किसी भी जगह की नल खराब है, तो उसकी मरम्मत कीजिए, क्योंकि उससे पानी गिर कर बर्बाद ही होता है और इससे भी नुकसान ही पहुंच रहा है वातावरण को.
लोकल फूड आयटम लें
जी हाँ, वोकल फॉर लोकल ट्रेंड को फॉलो करना हमारे पर्यावरण के लिए बेहतर है. अमूमन इम्पोर्टेड विदेशी फूड आयटम्स, जिनकी पैकेजिंग काफी आकर्षित होती है, हमें उन्हें खरीदने में नहीं झिझकते हैं. लेकिन वहीं, ऑग्रेनिक लोकल फूड खरीदने में हम कई बार सोचते हैं, जबकि ऑर्गेनिक लोकल फूड आयटम न सिर्फ हेल्दी होते हैं, बल्कि इसका उत्पादन भी बिना किसी हानिकारक केमिकल्स के इस्तेमाल से होता है. साथ ही आपको फ्रेश चीजें आसानी से मिल जाती हैं. पूरा नहीं तो कम से कम 50 प्रतिशत चीजें आपको लोकल स्तर पर खरीदनी चाहिए. जैसे अनाज व फ्रूट्स तो खासतौर से लोकल फार्मर्स से लें. इससे भी आप पर्यावरण को बचाने में मदद ही कर रहे हैं.
इको ड्राइविंग
इको ड्राइविंग भी आपकी लाइफ स्टाइल को हेल्दी व पॉल्यूशन फ्री बनती है. दरअसल, कई देशों में इको ड्राइविंग को अहमियत दी जा रही है. इसका मतलब है कि आपको अपनी ड्राइविंग से पहले हमेशा अपनी गाड़ी की मेंटेनेंस जाँच करती रहनी चाहिए. जैसे नियमित रूप से टायर प्रेशर की जांच करते रहे. इससे आपकी गाड़ी के ईंधन की क्षमता दस प्रतिशत तक बढ़ जाती है. अपनी कार को कभी ओवरलोड न करना, साथ ही गाड़ी में जरूरत न होने पर एयर कंडीशनर न चलना और खिड़की खोल कर, बाहर की हवा लेना भी ईंधन की क्षमता को दो प्रतिशत तक बढ़ा देता है.
अपने वार्डरोब पर भी नजर डालें
अब आप सोचेंगे कि वार्डरोब से भला कैसे प्रदूषण हो सकता है. तो हम आपको बताएं कि कई बार हम ऐसे कपड़े भी खरीद लाते हैं, जो हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचा कर, बना कर आप तक पहुंचाए गए हैं. ऐसे में वैसी चीजों को अपने वार्डरोब से हटाने की कोशिश करें. जरूरत से ज्यादा कपड़े खरीदना भी सही नहीं है. कोशिश करें कि वैसे फैब्रिक्स ही चुनें, जो हानिकारक केमिकल्स के इस्तेमाल से न बने हों. आपकी छोटी सी कोशिश भी पर्यावरण को लम्बे समय तक सुरक्षित बनाये रखने के लिए काफी है.
ग्रीन स्किन फ्रेंडली प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल
इन दिनों ऐसे कई ब्रांड्स हैं जो एनिमल क्रुएल्टी फ्री रहते हैं, साथ ही वे पैराबेन व बाकी केमिकल से भी फ्री रहते हैं. आप जब भी स्किन प्रोडक्ट्स चुनें तो कोशिश करें कि उसके लेबल की जांच करें, उन्हें गौर से पढ़ें अगर वे क्रुएल्टी फ्री प्रूवेन हैं तो ऐसे ही प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें. आप खुद सोच कर देखें बल्कि वैसे प्रोडक्ट्स जिसे बनाने में जानवर या किसी अन्य रूप में पर्यावरण को नुकसान हुआ है, वह आपकी स्किन के लिए बेहतर कैसे हो सकती है. इसलिए ऐसे प्रोडक्ट्स को न अपनाएं.