सुबह-सुबह आंखें खुलीं, आपके पैर सीधे किचन में गए, किचन की खिड़कियां खोलीं और सामने तुलसी के पौधे से पत्ते तोड़े, गैस पर चाय चढ़ाई. उसमें वे पत्तियां डाल दीं. फिर हाथ पुदीना की तरफ़ बढ़े, कुछ पत्तियां उसकी भी डाल दी. फिर एकदम कड़क चाय बना कर, मज़े से चुस्की लेते हुए किचन के बाक़ी काम निपटाए. ये आपको किसी विज्ञापन की शूटिंग या फ़िल्म के दृश्य का सेटअप तो नहीं लग रहा है. इतनी रोमैंटिक सुबह भी भला हो सकती है क्या? आपके ज़ेहन में यही बात आ रही होगी, है ना? लेकिन यह सच है कि आपकी हर सुबह इतनी ही रूमानी हो सकती है, अगर आप अपने किचन को ग्रीन किचन बना दें तो. लेमन ग्रास किचन गार्डन में उगा कर थाई फ़ूड घर पर ही बना कर उसका ज़ायका लेने का जो मज़ा है, वह बाहर के खाने में कहां आएगा? यही नहीं, किचन की सजावट भी ख़ूबसूरत प्लांट्स से कर सकती हैं. आइए आपको बताते हैं कि किचन को ग्रीन किचन यानी पौधों से हरा-भरा किचन कैसे बनाएं, क्योंकि यह आपको सुकून देता है, सेहत को बेहतर और मूड को फ्रेश करता है. और साथ ही पर्यावरण को भी नुक़सान से बचाता है.
प्लांटर और पॉट्स में प्लांट्स
किचन को ग्रीन किचन बनाने के लिए बेहद ज़रूरी है कि आप प्लांट्स के जो पॉट इस्तेमाल कर रहे हैं, वह किसी भी तरह से पर्यावरण को नुक़सान पहुंचाने वाले नहीं होने चाहिए. कई बार जब आप बाहर से खाना ऑर्डर करते हैं तो इन दिनों मिट्टी के बर्तन में खाना आता है. आप उन बर्तनों को अच्छे से साफ़ करें और फिर उसे चाहें तो कलर कर लें और फिर इसमें मिट्टी व खाद डाल कर प्लांट्स लगाएं. पीस लिलीज़, स्पाइडर, पोल्का डॉट प्लांट्स, चाइनीज़ एवरग्रीन जैसे प्लांट्स ऐसे पॉट्स में सुंदर दिखते हैं.
यह भी ध्यान रखें कि हर दिन उसमें पानी डालें. इन्हें किचन की खिड़कियों के कोने में दोनों तरफ़ भी रख सकते हैं या फिर किसी शेल्फ़ पर भी सजा सकते हैं. छोटे-छोटे मिट्टी के पॉट्स को की खिड़कियों पर हैंग भी कर सकते हैं.
प्लांट्स जो किचन में दिखेंगे खूबसूरत
किचन की खिड़कियों पर खाना बनाने की वजह से काफी कचरा जम जाता है. फिर वह धीरे-धीरे बेहद गंदा नजर आने लगता है. लेकिन कुछ ऐसे प्लांट्स जिसमें ब्रांचेज या लत्तर होती हैं, उन्हें अगर किचन की खिड़की की रेलिंग पर लगाया जाए तो उनके लत्तर धीरे-धीरे बढ़ते जाते हैं और फिर वह पूरी खिड़कियों में ब्रांच फैला देते हैं, इससे किचन की गंदगी छुप जाती है और किचन में गजब की ग्रीनरी नजर आती है. मनी प्लांट्स, इंग्लिश एवी, जैसे प्लांट्स लगाएं. इन्हें किचन के शेल्फ, फ्रिज के ऊपर व कई कोनों में सजाया जा सकता है.
हर्बल प्लांट्स और किचन गार्डन
किचन हैं, तो इसका सबसे अहम हिस्सा खाना ही होता है. और खाने का डायरेक्ट कनेक्शन हमारी सेहत से जुड़ा है. ऐसे में किचन गार्डन कांसेप्ट इन दिनों ट्रेंड में हैं. हालाँकि बड़े शहरों में खिड़कियां बेहद छोटी होती हैं तो आप बहुत अधिक तो नहीं, मगर कुछ हर्बल प्लांट्स लगा सकती हैं. जैसे एलो वेरा ब्यूटी, हेयर व सेहत तीनों के लिए अच्छा है, यह आपके किचन में होना ही चाहिए. लेमन ट्री, तुलसी, पुदीना, धनिया, लेमन ग्रास भी आप आसानी से उगा सकती हैं. इनके अलावा मिर्च, मेथी, टमाटर जैसी चीजें भी कम मेहनत में फल देते हैं.
प्लांट्स जिनको नहीं चाहिए सूर्य की रौशनी
इन दिनों हर इमारत के बगल में दूसरी इमारत बन रही होती है, ऐसे में सूर्य की पर्याप्त रौशनी नहीं मिलने पर हो सकता है कि कई प्लांट्स ख़राब हो जाएँ तो इन बातों का भी ख्याल रखना जरूरी है, कई ऐसे प्लांट्स हैं, जो कम सूर्य की रौशनी पाकर भी सुंदर दिखते हैं. ऐसे प्लांट्स कम लागत में भी मिल जाते हैं. पीस लिलिज के अलावा, कास्ट आयरन, ड्रसेना, डम्ब केन, पीकॉक ऐसे कुछ प्लांट्स हैं. ये प्लांट्स एयर प्यूरीफायर होते हैं, इसलिए यह टॉक्सिक हवा को घर से बाहर निकाल देते हैं.
रीसायकल
किचन को ग्रीन वे में बदलने के लिए ऐसी कई चीजें हैं जो रीसायकल की जा सकती हैं. मिठाइयों के टिन के डिब्बों को कलर करके, उसे आकर्षक बना कर, प्लांटर बनाया जा सकता है. इस्तेमाल किये हुए नारियल के कवर को हैंगिंग प्लांट का रूप दिया जा सकता है.