भारत की मौजूदा केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण अपनी सटीक योजनाओं के लिए जानी जाती हैं। निर्मला सीतारमण भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री पर कार्यरत रहकर कई महिलाओं के लिए प्रेरणा बनी हैं, हालांकि उनके लिए इस ऊंचाई पर पहुंचना आसान नहीं रहा है। इस समय जहां वह देश के वित्तीय मामलों की जिम्मेदारी बड़ी ही होशियारी के साथ बखूबी निभा रही हैं। वहीं उन्हें अपने इस पूरे सफर के दौरान कई सारी आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा। गौरतलब है कि शुरू से ही उनकी रुचि राजनीति में रही है। सीतारमण के जिंदगी के खास अनुभव रहे हैं, जिससे महिलाओं को सीख लेनी चाहिए। आइए जानते हैं विस्तार से।
निर्मला सीतारमण पढ़ाई में रही हैं सबसे आगे
निर्मला सीतारमण को पढ़ने का शौक हमेशा से रहा है और उन्होंने कभी-भी इससे पीछे नहीं हटी हैं। साल 1980 में तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली के सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में अपनी पढ़ाई पूरी की। उन्होंने फिर एमफिल की डिग्री प्राप्त की। शादी के बाद वह लंदन शिफ्ट हो गयीं और वहां पर भी उन्होंने एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स एसोसिएशन में अर्थशास्त्री के सहायक के तौर पर कार्य किया है। निर्मला सीतारमण खुद इस बात को स्वीकार करती हैं कि पढ़ाई महिलाओं के विकास के लिए एक बड़ा हथियार है। यहां तक कि अभी भी मंत्री की जिम्मेदारी संभालते हुए वह नौ से अधिक अखबार हर दिन पढ़ती हैं।
निर्मला सीतारमण की कोई प्रेरणा नहीं
Image credit : @twitter, Nirmala Sitaraman
निर्मला सीतारमण ने एक बार मीडिया से बातचीत में कहा था कि उनके जीवन में कभी कोई भी प्रेरणा नहीं रही है और न ही उन्होंने कभी कोई सपना देखा है। उनका मानना है कि उन्होंने हमेशा हर काम में अपना सौ प्रतिशत देने की कोशिश की है। उनकी यही कोशिश रही है कि अपने हर काम को जिम्मेदारी से निभाना, ताकि किसी को उनकी वजह से कोई निराश न हो। निर्मला सीतारमण का मानना है कि उनके सामने जो भी रास्ता आया, वे उसी पर चलती चली गईं। उन्होंने अपने जीवन में कभी कोई रास्ता तय नहीं किया। वर्तमान में चलते हुए निर्मला सीतारमण ने खुद को देश की पहली रक्षा मंत्री के तौर पर भी बखूबी पेश किया। उल्लेखनीय है कि निर्मला सीतारमण को किताबें पढ़ने का बहुत शौक है। साथ ही भारतीय शास्त्रीय संगीत में भी दिलचस्पी है।
निर्मला सीतारमण की साधारण जिंदगी
यह भी जान लें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण फोर्ब्स (Forbes) की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं में शामिल हुई हैं। उनकी गिनती सेल्फ मेड महिलाओं में की जाती है। उनके साधारण और सादगी से जीना पसंद है। वह सबसे अधिक सूती (कॉटन) की साड़ी पहनना पसंद करती हैं। अपनी साधारण छवि के लिए लोकप्रिय भी हैं। उनका मानना है कि सूती (कॉटन) की साड़ियां पहनकर वे भारतीय उद्योग को बढ़ावा देती हैं। नीला सीतारमण का मानना है कि काम बड़ा या छोटा नहीं होता है। इसका उदाहरण यह है कि निर्मला शादी के बाद लंदन शिफ्ट हो गयीं, जहां पर उन्होंने एक सेल्स वुमन के रूप में शुरुआत की। थोड़े ही समय के लिए उन्होंने होम डेकोर स्टोर में काम किया था।
नीला सीतारमण की महिलाओं के लिए योजना
साल 2019 में केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने महिलाओं के लिए नारी तू नारायणी योजना को शुरू किया। इसके जरिए जनधन बैंक खाता रखने वाली महिलाओं को पांच हजार रुपये के ओवरड्राफ्ट की सुविधा दी गयी। इसके साथ ही सेल्फ हेल्प ग्रुप में काम करने वाली महिला को मुद्रा स्कीम के तहत 1 लाख रुपए का कर्ज भी दिया जाएगा। साल 2020 में उन्होंने महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण को देखते हुए 10 करोड़ परिवारों के लिए पोषण (न्यूट्रिशन) की घोषणा की। इसके साथ ही महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए भी कई योजनाएं शुरू की गई है।
नीला सीतारमण ने खुद के लिए कहा : मैं उस लड़की से ईर्ष्या करती हूं
उन्होंने एक बार खुद के बारे में कहा था कि मैं उस लड़की से ईर्ष्या करती हूं, जो मैं एक समय में हुआ करती थी। मुझे अपने जीवन में सबसे अच्छी सलाह मिली है कि हमेशा बीच का रास्ता चुनें और समरसता( सामंजस्य) बनाये रखने की कोशिश करें। उनका मतलब यह है कि कभी किसी अति पर नहीं जाना चाहिए। ज्यादा बनने से बेहतर है, आप अपनी गरिमा बनाये रखें। अगर आप कभी भी अति आत्मविश्वासी होंगे, तो आप अपना मैदान खो देंगी।