महिलाएं इन दिनों लगातार खुद को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कुछ न कुछ कदम उठा रही हैं, खासतौर से ग्रामीण इलाकों में वे बहुत कुछ कर रही हैं। ऐसे में एक अद्भुत मिसाल सामने आई है और वह मिसाल कोई और नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश के खंडवा की महिलाएं हैं। जी हां, करीब 120 महिलाओं ने 125 एकड़ में कुसुम के फूलों की फसल उगाई है। आजीविका मिशन के तहत जिला पंचायत के माध्यम से महिलाओं ने कुसुम के फूल की खेती शुरू की है और खुद को आत्मनिर्भर बना रही हैं। स्वयं सहायता समूह द्वारा ये कदम उठाया गया है। आजीविका मिशन के तहत जिला पंचायत के माध्यम से महिलाओं ने कुसुम फूलों की खेती शुरू की है, एक एकड़ में कुसुम फूल 60 से 70 किलोग्राम और बीज से 12 क्विंटल तक का उत्पादन होता है। खास बात यह है कि कई शहरों के बड़ी कंपनियों से इनकी सांठ-गांठ करने की योजना बनाई जा रही है। गौरतलब है कि कुसुम के फूल और तेल का उपयोग आयुर्वेदिक दवाओं में करने की योजना है और साथ ही इसका उपयोग हर्बल टी के साथ ही हृदय रोग, गर्भधारण में किया जा सकेगा और साथ ही यह ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करने में सहायक है।
इससे जुड़े अधिकारीयों का मानना है कि आने वाले समय में इस व्यवसाय में उन्हें काफी फायदा होगा और वह अच्छी आय कमा सकेंगी। वाकई में महिलाओं के लिए यह सार्थक कदम है और रोजगार का माध्यम भी बना है।