वर्ष 2022 में कुछ महिलाओं ने एक शानदार तरीके से पहचान बनाई है और पूरे भारत को उन पर गर्व करने का मौका दिया है, ऐसे में आइए ऐसी पांच महिलाओं के बारे में जानें, जिन्होंने हमें मुस्कुराने का मौका दिया है।
पीटी उषा
पीटी उषा ने भारत के नाम कई कीर्तिमान स्थापित किये हैं, लेकिन वर्ष 2022 में उन्होंने एक और कीर्तिमान भारत के नाम किया है। इसी वर्ष पीटी उषा को भारतीय ओलंपिक संघ का अध्यक्ष चुना गया है। वह आईओए की पहली महिला अध्यक्ष बनी हैं, गोल्डन गर्ल के नाम से जानी जाने वाली पीटी उषा ने कमाल किया है। उड़नपरी के नाम से मशहूर 58 साल की पीटी उषा कई एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता रह चुकी हैं। 1984 में ओलंपिक में वह 400 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में चौथे स्थान पर रही थीं।
डॉ पूर्णिमा देवी बर्मन
भारत के लिए यह भी किसी गर्व की बात से कम नहीं है कि महिलाओं ने विज्ञान के क्षेत्र में भी कमाल किया है। जी हां, भारतीय वन्य जीव वैज्ञानिक डॉ. पूर्णिमा देवी बर्मन को संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार चैंपियंस ऑफ द अर्थ से इसी साल सम्मानित किया गया। उन्हें इकोलॉजिकल सिस्टम के इरोजीन की रोकथाम के लिए की गई परिवर्तनकारी कार्रवाई के लिए यह सम्मान दिया गया है। गर्व की बात यह भी है कि वन्य जीव विज्ञानी पूर्णिमा हरगिला आर्मी का नेतृत्व करती हैं, जो सारस को विलुप्त होने से बचाने के लिए समर्पित आंदोलन है, जिसमें केवल महिलाएं शामिल हैं, यह भी हमारे लिए एक गर्व की बात है।
द्रौपदी मुर्मू
द्रौपदी मुर्मू वर्तमान में भारत की राष्ट्रपति हैं। वह भारत की 15 वीं राष्ट्रपति हैं। उन्होंने वर्ष 2022 में ही देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति के रूप में शपथ लिया। 64 वर्ष की उम्र में द्रौपदी मुर्मू देश में सबसे कम उम्र में राष्ट्रपति बनने का रिकॉर्ड बना चुकी हैं। वर्तमान दौर में वह महिलाओं के लिए उत्थान के लिए कई सार्थक प्रयास कर रही हैं।
गीता गोपीनाथ
भारतीय मूल की गीता गोपीनाथ आईएमएफ में पहली डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। वह आईएमएफ में दूसरे नंबर पर हैं। भारतीय मूल की वह पहली शख्सियत हैं, जो इस मुकाम तक पहुंच पाई हैं। गौरतलब है कि गीता गोपीनाथ का जन्म 1971 में कोलकाता में एक मलयाली परिवार में हुआ था।
विनेश फोगाट
विनेश फोगाट ने भी भारत को उन पर गर्व करने का मौका दिया है, जी हां, भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में 53 किलोग्राम के कांस्य पदक मुकाबले में स्वीडन की एम्मा जोना मालमग्रेन को हरा कर, दो पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला पहलवान इसी साल बनीं। वर्ष 2022 के एशियाई चैम्पियनशिप की रजत पदक विजेता मंगोलिया की खुलन बटखुयाग से हारने के बाद विनेश ने रेपचेज दौर के माध्यम से कांस्य प्ले ऑफ में जगह बना ली थी। बटखुयाग के फाइनल में पहुंचने के बाद विनेश को रेपचेज दौर में मौका मिला था। बता दें कि विनेश हरियाणा के भिवानी जिले से हैं और एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली विनेश फोगाट पहली महिला भारतीय पहलवान हैं।
लांस नायक मंजू
लांस नायक मंजू ने इस साल हर महिला को मुस्कुराने का मौका दिया है। वह सेना की पहली स्काई डाइवर बनी हैं। उन्होंने एक नया इतिहास रचा है, उन्होंने 10 हजार फीट की ऊंचाई से छलांग लगा कर एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। इंडियन आर्मी की महिला सैनिक लांस नायक मंजू ने असम के मिसामारी के पास ड्रॉपजोन में 10, 000 फीट की ऊंचाई से छलांग लगा कर एक खास उपलब्धि अपने नाम कर ली और वह इंडियन आर्मी की पहली महिला स्काई डाइवर बन गई हैं। लांस नायक मंजू ने अपनी इस उपलब्धि को अपने दिमाग और मेहनत के साथ तालमेल बिठा कर हासिल किया है।