पूरे भारत में बड़े ही शौक से खीर बनाई जाती है, हर राज्य की अपनी रेसिपी होती है, आइए जानें कैसे बनती है तरह-तरह से खीर।
बिहार में गुड़ की खीर
बिहार के कई पर्व में गुड़ की खीर बनाई जाती है, जैसे छठ, दुर्गा पूजा और ऐसे कई त्यौहार में। आइए जानें रेसिपी। रसियाव यानी कि गुड़ की खीर बनाई जाती है और इसको बनाने के लिए सबसे पहले गुड़ को बारीक तोड़ लेना है, मेवा को बारीक काट कर रखें। और इसके बाद, चावल धोकर कम से कम 2 घंटा भिगोकर रख दें, अब गैस पर बर्तन रख देना है और उसमें दूध डाल देना है। ध्यान रहे कि जब दूध में उबाल आ जाएं तो इसमें चावल डाल देना है। फिर इसे धीमी आंच पर धीरे-धीरे चलाते रहना है। फिर इसमें 2 चम्मच पानी और गुड़ डालकर इसे गर्म होने देना है, फिर जब गुड़ अच्छी तरह से खीर में मिल जाएं, ऊपर से मेवा डालकर इसे मिक्स कर दें। खीर तैयार है।
जन्माष्टमी में केसरिया खीर
केसरिया खीर खासतौर से जन्माष्टमी के मौके पर खूब बनाई जाती है। इसे शाही खीर भी कहते हैं। और इसे बनाना आसान है, इसमें अधिक मेहनत आपको करने की जरूरत नहीं होती है, बस धैर्य से काम करना जरूरी है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले एक बड़ा चम्मच चावल धो लें और उसे घंटे के लिए 3 कप पानी में भिगो कर रख लें। दूसरी तरफ 1 चम्मच केसर को दूध में भिगोकर एक तरफ रख लें। गैस पर दूध को गर्म करने के लिए रख लें और जब तक दूध गाढ़ा नहीं होता, तब तक उसे पकने दें। आपको जैसे लगे कि दूध गाढ़ा हो चुका है, तो उसमें भिगोए हुए चावल और चीनी को डाल दें। फिर 15 मिनट बाद इस खीर के मिश्रण में केसर वाला दूध, इलायची पाउडर और अपने पसंदीदा मेवे (ड्राई फ्रूट्स) को मिला दें। ठंडा या फिर गर्म आपका जैसे मन हो, उस तरह शाही केसरिया खीर का सेवन करें।
ईद का शीर खुरमा
बात अगर ईद की करें, तो ईद में काफी शौक से खीर बनाई जाती है, इन्हें शीर खुरमा का नाम दिया जाता है। आप बड़े ही शौक से इसे बना और खा सकती हैं। आइए जानें इसकी रेसिपी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इससे जुड़े रोचक पहलू यह हैं कि इस खास डिश के कारण भी मीठी ईद का इसे खास डिश माना जाता है। यह एक बांग्लादेशी डेजर्ट भी माना गया है। इसे सेवई, ड्राई फ्रूट्स और कंडेंस मिल्क के साथ बनाते हैं। रमजान के मौके पर खजूर की खपत बढ़ जाती है, इसलिए यही कोशिश की जाती है कि खजूर भी इसमें जरूर डाल कर खाया जाए। यह फारस (पर्सिया) में सबसे पहले बनाई गई थी। शीर का मतलब दूध और फ़ारसी में खजूर को खुरमा कहते हैं। इसलिए इस डिश का नाम ऐसा पड़ा। इसे भारत मुगल लेकर। अफगानिस्तान में इसे खजूर और मेवे के साथ बनाया जाता है। हैदराबाद में लगभग हर दुकानों में ईद के मौके पर आपको यह खाने को मिल जाएगी। इसे बनाने के लिए दूध को अच्छे से आधा कर लेना है, उसमें कंडेंस मिला लेना है, फिर इसमें भूनी हुईं सेवइयों को डालना है, खजूर को बारीक करके काट लेना है और फिर इसमें बारीक ड्राई फ्रूट्स भी मिला कर आखिरी में चीनी मिला लेना है, शीर खुरमा खाने के लिए तैयार है।
ओणम की खीर
दक्षिण भारत के केरल इलाके में ओणम पर्व बहुत शौक से मनाया जाता है और इस दौरान खीर बनाई जाती है, जिसे पायसम का नाम दिया जाता है। इसे अद्भुत तरीके से बनाया जाता है। दरअसल, केरल में लोग खीर यानी पायसम खाने के भी काफी शौकीन होते हैं, ओणम के लिए भी खासतौर से मैदे में बनाई जाने वाली खीर को पलाड़ा कहते हैं, तो गेहूं में बनने वाली खीर को गोडम्ब कहते हैं, अरहर की दाल से बने पायसम को पझम कहते हैं। केरल में पायसम तरह-तरह से बनाये जाते हैं, जिन्हें अलग-अलग नामों से जाना जाता है। इनमें पलाडा प्रधानमन, पारिप्पु प्रधानमन, सेमिया पायसम, गोथंबु पायसम, सूजी गोथंबु पायसम, अनानास पायसम, ओट्स पायसम, चुकंदर गाजर पायसम, पाल पायसम, अवल पायसम, रोसापू पायसम, चक्का प्रधान, पजम प्रधान और माथांगा पायसम के कुछ ऐसे प्रकार हैं, जो बड़े ही शौक से खाये जाते हैं और बनाये भी जाते हैं। पायसम को चूड़ा, दाल और चावल से भी बनाया जाता है।
हर दिन खाने वाली खीर
यूं तो हर पर्व में खीर बनती है, लेकिन कई बार हम सामान्य दिनों में भी खीर खाते हैं और बनाते हैं। दूध और चावल से बनने वाली यह खीर काफी स्वादिष्ट रहती है। आपको सबसे पहले चावल को घी में भूनकर या पानी में भिगोकर रख लेना है। इसके बाद, दूध को गर्म करने के लिए गैस पर चढ़ा दें। फिर या तो भूने हुए चावल इसमें डालें, चाहें चावल को पानी में डाला है, तो उन्हें धो कर डालें। फिर 5 से 7 मिनट तक भूनें। अब दूध में उबाल आने के बाद भीगे हुए चावल या भूने हुए चावल डाल देना है, फिर इसको हिलाती रहीं। गैस को धीमी आंच पर कर लें। जब यह पूरी तरह से पक जाए और दूध चावल के साथ गाढ़ा हो जाये, तो ढेर सारे इसमें ड्राई फ्रूट्स डाल दीजिए। गर्म करने के बाद इसमें चीनी मिलाइए, चीनी इसमें घुल जाएगी, चाहें तो इसमें थोड़ी सी कूटी हुई इलायची भी मिला दें।
मैंगो खीर
मैंगो खीर खाने में भी काफी मजा आता है, अगर इसका मौसम रहेगा तो इसमें और अधिक मजा आता है। बस इस खीर को खाने या बनाने में एक ही दिक्कत है कि हम इसे सिर्फ मैंगो यानी आम के महीने में ही खा सकते हैं। इसको बनाने के लिए इसके लिए आपको सबसे पहले लोगों के अनुसार पके हुए आम लेना है और फिर इसे अच्छे छील लेना है, फिर इसके एक्सट्रैक्ट करके इसका पल्प निका लेना है और फिर इसको निकाल कर रखें। अब चावल की खीर नियमित जिस तरह से बनती है, बना लें और उसमें आम को ग्रैंड करके उसमें मिला दें, फिर थोड़ी देर पका कर बंद कर दें और ऊपर से आम के पल्प से सजा दें। आपकी खीर तैयार है। इसमें आप चाहें तो ड्राई फ्रूट्स भी अच्छे से मिला सकती हैं।
सामक चावल की खीर
सामक चावल की खीर खासतौर से व्रत के दौरान बनाई जाती है। आइए इसकी रेसिपी जान लेते हैं। सबसे फेल सामक चावल को धो लेना है और पानी में थोड़ी देर के लिए छोड़ देना है। अब एक बर्तन में दूध गर्म करें। फिर दूध में आपको चावल डालना है और धीमी आंच पर इसको पकते रहने देना है। फिर जब यह बन कर तैयार हो जाये, तो उसमें ड्राई फ्रूट्स डालें, चीनी डालें और इलायची पाउडर डालें। आपको इसे खाने में काफी मजा आएगा। आप व्रत में भी इसे आसानी से खा पाएंगी।
मखाना की खीर
मखाने की खीर सबसे अधिक खाई जाती है व्रत के दौरान। इसके लिए आपको अधिक मेहनत करनी ही नहीं है। मखाना को कड़ाही में हल्का ब्राउन भून लेना है। घी डालना है, तब भी हल्का ही डालें। इसको भूनने के बाद, थोड़ा ठंडा होने देना है और फिर इसको मिक्सर में डाल कर एक बार ग्राइंडर चला दें। फिर दूसरे बर्तन में दूध गर्म कर लें और फिर उसमें मखाना डालें, 5 से दस मिनट तक चलाती रहें, फिर गैस बन करके, इसमें थोड़ी चीनी और थोड़े ड्राईफ्रुइट्स डालें, चीनी नहीं भी डालेंगी, तब भी मखाने की खीर काफी टेस्टी लगती हो और यह हेल्दी भी रहती है।