भारत की विविधताओं की यह खूबी है कि यहां हर प्रांत के लिए कुछ अलग और खान-पान की संस्कृति है, ऐसे में आइए जानने की कोशिश करते हैं कि महाराष्ट्र के खान-पान और पाक कला की क्या खासियत है और जानते हैं इनकी रेसिपीज के बारे में।
पूरन पोली
महाराष्ट्र में पूरन पोली में लोगों की जान बसती है। इसे महाराष्ट्र की खास क्वीन डिश भी कहा जाता है। इसके बारे में यह भी जानकारी मिलती है कि संस्कृत लिपि ‘मानसोल्लासा’ में लिखा गया है कि 12 वीं शताब्दी में कर्नाटक पर शासन करने वाली कल्याणी चालुक्य राजा सोमेश्वर तृतीय के जरिए रचित लिपि में इसे ऐतिहासिक व्यंजन के तौर पर बताया गया है। दिलचस्प बात यह है कि भारत के विभिन्न भागों में पूरन पोली को अलग-अलग नामों से भी लोकप्रियता हासिल हुई है। महाराष्ट्र में इसे पूरन पोली, कोंकणी में इसे पोली या फिर उबत्ती कहा जाता है। गुजराती में इसे पूरन पुरी और वेदमी, तेलुगु में बक्शम और ओलिगा, कर्नाटक में होलीगे, मलयालम में इसे पायसाबोल्ली और बोल्ली के साथ तमिल में इसे ‘उप्पिट्टू’ के नाम से जाना जाता है। इसको बनाना काफी आसान है और इसमें अधिक सामग्री की भी जरूरत नहीं होती है। इसके लिए आपको जरूरत होती है चना दाल, चीनी, गुड़ और इलाइची पाउडर की। इन सब सामग्रियों को मिलाकर फीलिंग तैयार करने के बाद मैदे की रोटी बनाकर उसमें इस फीलिंग को भर दिया जाता है। फिर देसी घी के साथ इसको सर्व किया जाता है। सबसे पहले चने की दाल को धो लेना है और फिर इसे प्रेशर कुकर में डाल देना है, फिर पानी डालकर सीटी लगा कर पका लेना है। फिर दाल से पानी निकाल लेना है। फिर मैश कर लेना है। फिर जायफल और इलायची मिला लेना है, फिर मैदा लेना है, उसमें घी डाल कर मिक्स करना है। फिर आटा गूंथ लेना है। अब लोई बना कर बेल लेना है। फिर लोई में मिश्रण भरना है और इसको बेल लेना है। फिर सेंकें। फिर घी के साथ परोसें।
कोथिंबीर वड़ी
कोथिंबीर वड़ी खाने में काफी अच्छी लगती है। यह भी स्नैक्स के रूप में जम कर खाई जाती है और काफी पसंद भी की जाती है। यह महाराष्ट्र और गुजरात में खूब बनाई जाती है। इसे चाय या हाई टी के समय बहुत अच्छे से खाया जाता है। महाराष्ट्र में कोथिंबीर धनिया पत्ती को कहा जाता है। वड़ी का मतलब क्यूब्स होता है। आइए जानें इसकी रेसिपी। आपको सबसे पहले धनिया पत्ती को अच्छे से अलग कर लेना है, फिर इसको धो लेना है। अब अदरक, लहसुन और हरी मिर्च को साफ करके काट लेना है, इसे बारीक तरीके से काट लेना है। फिर स्टीमर या कड़ाही में दो गिलास पानी डालकर गर्म होने के लिए रख देना है। फिर एक ढोकला प्लेट या थाली में तेल लगा लें और फिर 1 टी स्पून तिल अलग रख दें, अब एक बड़े बरतन में धनिया पत्ती और सारी सामग्री डालकर अच्छे से मसाला कर मिक्स कर लेना है, फिर अब इसका आटा बना लाइन, इसमें थोड़ा बेसन मिला लें। फिर हल्के हाथों से इसे थपथपा लें, फिर तिल लगाएं, फिर स्टीम पर रखें। अब इसको पकने दें। फिर इसे बाहर निकाल कर काट लें। अब इसको बर्फी की तरह काट कर इसमें तड़का लगा दें। अब चटनी के साथ इसको परोसें।
कांदा पोहा
कांदा पोहा काफी शौक से खाया जाता है महाराष्ट्र में। कांदा पोहा की खूबी यह होती है कि इसे फटाफट बना लिया जाता है और मजेदार तरीके से इसे खाया जाता है। यह चूड़ा से बनने वाली रेसिपी होती है। तो इस पोहे को बनाने के लिए सबसे पहले प्याज को बारीक-बारीक टुकड़ों में काट लेना है। फिर इसके बाद इसमें हरी मिर्च और हरा धनिया भी काट लेना है। फिर पोहा (चूड़ा) लेकर उसे साफ कर पानी में भिगोकर रख देना है। जब यह पोहा अच्छी तरह से नरम हो जाए, तो उसे एक छन्नी में डालकर उसका सारा पानी निकाल लेना है। अब इसमें नमक डालें, फिर एक कड़ाही में 2 टेबलस्पून तेल डालें, इसे अच्छे से गर्म करें, फिर इसमें मूंगफली डाल दें। फिर धीमी आंच पर फ्राई करें। फिर बचे हुए तेल में राई, जीरा और एक चुटकी हींग डालकर भूनें। जब राई और जीरा चटकने लगे, तो इसमें बारीक कटा प्याज डालकर भून लें। सुनहरा और नरम होने तक भूनें। फिर इसमें पोहा, मूंगफली, नारियल और बाकी चीजें डालें, अच्छे से मिलाएं। फिर नींबू और धनिया डाल दें। फिर इसे खाएं। अब पोहे का मजा लें।
जुन्का भाकरी
जुन्का भाकरी एक तरह का सूप जैसी नमकीन दाल से बनी डिश है, जिसे भाकरी के साथ खाने की परम्परा है। आपको सबसे पहले तेल गर्म कर लेना है, फिर इसमें सरसों और जीरा डालना है, फिर इसमें कटा हुआ लहसुन, हरी मिर्च और हरे प्याज डालने हैं। फिर इसको अच्छे से पकाना है। अब इसमें हल्दी, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, जीरा पाउडर और गरम मसाला जैसे मसाले डालने हैं और फिर इसकी खासियत होती है कि यह बेहद स्वादिष्ट हो जाता है। इसके बाद, इसमें बेसन और थोड़ा पानी डालना है, फिर इसको अच्छे से पकाना है। फिर इन्हें धनिया पत्ती से सजा लेना है।
वड़ा पाव
वड़ा पाव को खास तौर से महाराष्ट्र की डिश में से एक माना जाता है। इन्हें काफी टेस्टी तरीके से बनाया जाता है और हर कोई इसे खाना पसंद करते हैं। इसे बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में तेल लेना है, फिर इसमें हींग,सरसों के दाने और सौंफ डाल लेने हैं, फिर इन्हें रोस्ट कर लेना है। फिर प्याज और हरी मिर्च-लहसुन का पेस्ट डालकर भून लेना है। फिर इसमें उबले हुए आलू, हल्दी पाउडर, नमक, लाल मिर्च पाउडर और हरा धनिया डाल लेना है। फिर इनको भून कर मसाला तैयार रखना है। फिर एक पैन में थोड़ा सा तेल लें और इसमें लहसुन के साथ साबुत लाल मिर्च, सफेद तिल और नारियल डालें, फिर इसे अच्छे से मिलाएं और इसमें रोस्टेड मूंगफली डाल लें। फिर आधा चम्मच नमक और लाल मिर्च पाउडर डाल लें। फिर इसका अच्छे से पेस्ट बनाएं। फिर इसमें बेसन, सोडा, नमक और लाल मिर्च पाउडर डाल लें। फिर थोड़ा सा पानी डालकर बेसन का घोल तैयार कर लें। फिर इसमें पेस्ट में जो बॉल बनाया था, वो तैयार कर लें। फिर इसको डिप फ्राई करें। अब एक पाव लेना है, उसमें हरी चटनी और बाकी मसाला पेस्ट लगाकर जो फ्राई किया हुआ वड़ा है वो डाल दें।
मोदक
मोदक एक मीठी डिश है, जो खासतौर से भगवान गणेश को अति प्रिय है और शौक से खाई जाती है। मोदक की खूबी यह भी है कि यह कई तरीकों से बनाई जाती है। चावल और गुड़ वाले मोदक खूब पसंद किये जाते हैं। एक पैन में आंच को गर्म करके उसमें कद्दूकस किया हुआ नारियल और गुड़ डाल देना है, फिर अच्छे से पांच मिनट के लिए मिश्रण को चला लेना है। फिर इसमें जायफल और केसर मिक्स कर लेना है। फिर पांच मिनट के लिए दोबारा मिश्रण को पका लेना है। अब आंच से इसको उतार कर साइड रख देना है। अब मोदक तैयार करने के लिए एक गहरा बर्तन लें, फिर उसमें घी डाल दें। फिर नमक और आटा डालें। फिर एक गहरे बर्तन में पानी और घी डालकर उबाल लेना है, फिर इसमें नमक और आटा डाल देना है। फिर इसे अच्छे से मिला लेना है। अब बर्तन को ढक कर मिश्रण को पकने के लिए छोड़ देना है। अब एक स्टील की कटोरी पर थोड़ा घी लगाएं। इसके बाद, हल्का गर्म गूंथे हुए आटे को अच्छी तरह गूंथ लेना है। फिर छोटी-छोटी लोई बना लेना है। फिर फूल के आकार में इसके किनारे तैयार कर लेना है। फिर तैयार किया भरावण मिश्रण बीच में रख लेना है । चारों किनारों को जोड़कर इसे बंद कर देना है। अब इन्हें मलमल के कपड़े पर रख लेना है। फिर करीब 10 से 15 मिनट के लिए इन्हें भाप पर पका कर सर्व करें।