कई बार यह सवाल सामने आता है कि टोफू ज्यादा सेहतमंद है या पनीर? कई लोग ऐसे भी हैं, जो इस बात से अनजान हैं कि आखिर यह टोफू होता क्या है? इन सारे सवालों के जवाब हम आपको इस लेख के माध्यम से देने की कोशिश कर रहे हैं। वैसे, सेहत की दुनिया में टोफू का जन्म सोया के दूध से हुआ है। इसके साथ यह आपकी सेहत को कई सारे लाभकारी फायदे भी पहुंचाता है। आइए जानते हैं विस्तार से टोफू के बारे में सारी जानकारी।
क्या है टोफू?
आप टोफू को पनीर का सेहतमंद पर्याय भी समझ सकती हैं। टोफू की खूबी यह है कि वह पनीर जैसा ही दिखता है, लेकिन यह दूध से नहीं बनता। टोफू को खासतौर पर सोया दूध से बनाया जाता है। जिस तरह पनीर को दूध से बनाया जाता है, ठीक इसी तरह टोफू को भी सोया दूध के उपयोग से बनाया जाता है। इसी वजह से इसे सोया पनीर भी पुकारा जाता है। आपको यह भी बता दें कि टोफू को खाने के कई फायदे हैं। टोफू में खासतौर पर कैल्शियम, आयरन के साथ कई सारे पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं, जो कि सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। आप टोफू को पनीर की तरह ही घर पर आराम से बना सकती हैं।
टोफू कैसे बनाता है, आपके खाने की थाली को सेहतमंद
टोफू की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इसमें एक नहीं, बल्कि कई सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो कि आपके खाने की थाली को सेहतमंद बनाते हैं। जानकारों के अनुसार टोफू को अपने खाने की थाली में शामिल करके महिलाएं खुद को ओवरिन कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर से सुरक्षित रख सकती हैं। टोफू में एक प्रकार का स्रोत होता है, जो कि महिलाओं के हार्मोन में पनपने वाले कैंसर के खतरे को कम करता है। दिलचस्प यह है कि एक अध्ययन अनुसार सप्ताह में एक बार टोफू के सेवन से हृदय रोग का खतरा भी कम हो जाता है। इस वजह से इसे सप्ताह में एक बार डायट में शामिल करने की सलाह दी जाती है।
एक टोफू के फायदे अनेक
डायबिटीज से लेकर किडनी के रोगों के लिए टोफू काफी फायदेमंद बताया गया है। हालांकि डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही टोफू का सेवन करना चाहिए। यह भी है कि जो लोग शाकाहारी हैं, उनके लिए टोफू कई सारे प्रोटीन को अपने साथ लेकर आता है। साथ ही जो लोग पनीर खाना पसंद नहीं करते हैं, उनके लिए टोफू खाने में पौष्टिक आहार बनकर आता है। यह भी माना गया है कि अगर आप अपने वजन को नियंत्रित करना चाहती हैं, तो टोफू का इस्तेमाल कर सकती हैं। इसकी वजह यह है कि सोया प्रोडक्ट होने के कारण टोफू का सेवन करने से भूख कम लगती है और साथ ही यह आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी को भी पूरा करता है।
महिलाओं की हड्डियों और लिवर को मिलेगा फायदा
कैल्शियम की कमी होने के कारण महिलाएं एक उम्र के बाद शारीरिक दर्द का सामना करती हैं। कई लोग ऐसे हैं जो कि दूध और मांसाहार भोजन का सेवन नहीं करते हैं। ऐसे लोगों के शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करने का काम टोफू आसानी से करता है। हालांकि जब भी टोफू का सेवन करें, तो एक बार अपनी बीमारी अनुसार चिकित्सक से संपर्क करें।
चेहरे की त्वचा और बालों के लिए भी लाभदायक
माना गया है कि सोया से बनने वाली चीजें शरीर की त्वचा के लिए लाभकारी होती हैं। साथ ही सोया से उत्पन्न होने वाले टोफू के सेवन से चेहरे की त्वचा स्वस्थ रहती है। बालों की मजबूती के लिए भी टोफू को वरदान माना गया है। इसकी वजह यह है कि टोफू में कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, जिंक, मैंगनीज, विटामिन-सी के साथ विटामिन बी और भी कई सारे आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमारी जीवनशैली के लिए महत्वपूर्ण माने गए हैं।
टोफू के कई प्रकार
पनीर की तरह टोफू एक ही प्रकार का नहीं होता है। टोफू के कई प्रकार पाए जाते हैं। जिसमें टोफू दिखने में अलग-अलग रूप लेता है। इसमें खासतौर पर रेशमी टोफू, मुलायम टोफू, मध्यम सख्त टोफू, अतिरिक्त सख्त टोफू और सुपर सख्त टोफू शामिल है। साथ ही नियमित टोफू भी बाजार में मौजूद है, जिसका सेवन सबसे अधिक किया जाता है। आप अपनी पसंद के हिसाब से टोफू का सेवन कर सकती हैं।
टोफू में पाया जाने वाले पोषक तत्व
टोफू में बाकी के डेरी प्रोडक्ट की तुलना में सबसे अधिक आयरन पाया जाता है। साथ ही इसमें कोलेस्ट्रॉल जीरो प्रतिशत होता है। यह भी जान लें कि टोफू में अमीनो एसिड, विटामिन बी 1 भी होता है, जो कि टोफू को सेहतमंद पर्याय बनाता है।
टोफू से बनती हैं कई सारी रेसिपी
आप टोफू से एक नहीं, बल्कि कई सारी रेसिपी को बना सकती हैं। यह भी बता दें कि पनीर की तरह ही आप टोफू का इस्तेमाल कई तरह से कर सकती हैं। इसकी सब्जी बनाने के लिए टोफू को भूरा होने तक भून लें। इसके बाद जीरा, कड़ी पत्ता, अदरक के साथ कटा टमाटर, कटा प्याज, कटा शिमला मिर्च में लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर और गर्म मसाला डालकर अच्छी तरह से पकाएं। इसके बाद टोफू को मिलाकर आप इस सब्जी का सेवन कर सकती हैं, या फिर आप आप अपने पसंद अनुसार चावल बनाएं और उसमें भूनें हुए टोफू को मिलाकर सेवन कर सकती हैं। आप अपने पसंद के सलाद में भी टोफू को शामिल कर सकती हैं। किसी भी सूप में टोफू को मिलाकर इसका सेवन कर सकती हैं। अगर आप सैंडविच खाना पसंद करती हैं, तो टोफू को हल्का सा घी में भूनकर आप इसे अपने सैंडविच में शामिल कर सकती हैं।
घर पर ऐसे बनाएं टोफू
सबसे पहले सोयाबीन दूध को उबलने तक पकाएं। इस दूध को पकाते समय इसमें इलायची मिला दें और दूध हल्का सा ठंडा होने के बाद इसमें नींबू का रस मिला लें। अब इस दूध को छान कर मलाई अलग कर दें। अब इस मलाई को साफ पानी से धो लें, ताकि नींबू का खट्टा पन चला जाए। अब इस मलाई को किसी कपड़े में बांधकर किसी भारी बर्तन को इस पर रख दें। कुछ घंटे बाद आप देखेंगी कि टोफू बन चुका है। यह भी जान लें कि आप जितना सॉफ्ट टोफू बनायेंगे उसमें उतना ही फैट कम होगा।
टोफू को आप कैसे स्टोर कर सकती हैं
टोफू को ठीक उसी तरह स्टोर किया जाता है, जैसे आप पनीर को संभाल कर रखती हैं। इसे आप फ्रिज में रख सकती हैं। आप एक साफ और खुले बर्तन में पानी में टोफू भिगोकर रख सकती हैं। आप इसे एक सप्ताह तक पानी में डाल कर फ्रिज में रख सकती हैं, लेकिन यह ध्यान रखें कि आपको टोफू का पानी बदलते रहना होगा। इतना ही नहीं टोफू को बाजार से खरीदते समय भी आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना है। सबसे पहले टोफू में दाग या फफूंदी न लगा हो, साथ ही हल्का सा पीला होने पर टोफू को न खरीदें। अगर आप पैक्ड टोफू खरीद रही हैं, तो इसकी तारीख की जांच कर लें। अगर आप खुला टोफू ले रही हैं, तो ध्यान दें कि पानी ताजा होना चाहिए।
कुल मिलाकर देखा जाए, तो टोफू आपकी सेहत को लाभकारी फायदा दे सकता है। हालांकि इसका सेवन कितनी मात्रा में करना है, इसके लिए डायटिशियन से संपर्क करें। वहीं जो लोग पनीर खाना पसंद नहीं करते हैं, उनके लिए टोफू पनीर से अधिक सेहतमंद पर्याय बनकर आता है। मुमकिन हो, तो सप्ताह में एक बार जरूर टोफू को खाने में इस्तेमाल करिए।
सवाल-जवाब
क्या पनीर से ज्यादा टोफू खाना सेहत के लिए फायदेमंद होगा?
पनीर से अधिक पोषक तत्व टोफू में पाए जाते हैं, इसलिए आप टोफू का सेवन कर सकती हैं, लेकिन जरूरत से अधिक नहीं।
क्या टोफू रोज खाना चाहिए?
जी नहीं, आप सप्ताह में एक या दो बार इसका सेवन कर सकती हैं। वहीं अगर आप किसी बीमारी का शिकार हैं, तो आपको टोफू खाने से पहले चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए।
टोफू से क्या बनाया जा सकता है?
टोफू से आप सब्जी, सलाह, सूप के साथ पनीर की तरह इसकी भुर्जी बनाकर भी इसका सेवन आप कर सकती हैं।