दिवाली का मौका त्योहार के साथ बच्चों के लिए वेकेशन का मौसम भी लेकर आता है। ऐसे में या तो बच्चे दोस्तों के साथ खेलने में समय व्यतीत करते हैं या फिर परिवार के साथ त्योहार का उत्सव मनाने में, लेकिन इस बार क्यों न आप अपने बच्चों को दिवाली में किताब उत्सव से मुलाकात कराएं, जहां से उन्हें रोचक और प्रेरणादायक कहानियों से मिलने का अवसर मिले और इसके साथ किताब और पढ़ाई के प्रति उतना रूझान भी बढ़े। आइए विस्तार से जानते हैं ऐसी पांच पुस्तकों के बारे में जो कि बच्चों को दिवाली वेकेशन पर जरूर पढ़नी चाहिए।
पंचतंत्र
पंचतंत्र की कहानियां भी जीवन की सीख के लिए जानी जाती हैं। पंचतंत्र की कहानियां मानव स्वभाव को समझने और सावधानीपूर्वक व्यवहार करने की समझ को भी विकसित करती है। पंचतंत्र की कथाएं मानव स्वभाव को समझने और जीवन के हर क्षेत्र में सफलता की सीख देती है। इस उपन्यास की हर कहानी बताती है कि हार के बाद भी जीत है और किसी भी असफलता के बाद अपना आत्मविश्वास न खोएं। इस किताब में पांच विभाग है। पहला मित्रभेद, दूसरा मित्रलाभ, तीसरा काकोलुकीयम्, चौथा लब्धप्रणाश और पांचवा अपरीक्षित कारक। बच्चों के लिए इन पांच तंत्र से जुड़ी सारी जानकारी अहम है।
हितोपदेश
भारत की कई अनोखी और लाजवाब कहानियों से निपुण यह किताब उपदेशात्मक कहानियों से भरी हुई हैं। इस किताब की यह भी खास खूबी है कि विभिन्न पशु-पक्षियों पर भी आधारित कहानियां भी इस किताब की खास विशेषता है। यह भी उल्लेखनीय है कि इसकी सभी कथाएं एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं। इसके साथ ही हितोपदेश में कुल मिलाकर 41 कथाएं हैं और इसके साथ 679 नीति विषयक पद्य हैं।
बाल कहानी संग्रह
बाल कहानी संग्रह में भी कई रोचक कहानियां हैं। इसमें कई सारी मौलिक कहानियां हैं। इसके साथ बाल कहानी में ईदगाह जैसी उच्च कोटि की बाल मन चित्रण की भी कहानियां हैं। साथ ही प्रेमचंद और अन्य लोकप्रिय लेखकों की भी कहानियां मौजूद हैं। सारी बाल कहानियां प्रेरणादायक हैं।
तेनालीराम की कहानियां
तेनालीराम की कहानी दिलचस्प होने के साथ शिक्षा से भरी हुई भी होती हैं। हर कहानी में एक सीख होती है। तेनालीराम के जीवन से जुड़ीं सभी कहानियों के संग्रह को तेनालीराम की कथा कहते हैं। लोकप्रिय कथाओं के अनुसार तेनालीराम को हाजिरजवाब माना जाता है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अकबर और बीरबल की कथाओं का निर्माण हुआ है। तेनालीराम की सारी कहानियां मजेदार और दिलचस्प होती है।
वाइज एंड अदरवाइज
लोकप्रिय लेखिका सुधा मूर्ति का उपन्यास वाइज एंड अदरवाइज एक दिलचस्प कहानियों का संग्रह है। इस किताब में देश के लोगों से जुड़ी मार्मिक और चौंका देने वाली कई कहानियां हैं। इस किताब में विनम्रता, बड़ों का सम्मान, माता-पिता के साथ रिश्ते और परिवार से जुड़े रिश्तों के साथ विकट हालातों में भी कैसे शुक्रिया अदा किया जाता है, इसे बताया गया है। साल 2002 में प्रकाशित हुई वाइज एंड अदरवाइज की अंग्रेजी में 50 हजार से अधिक कॅापी बिक चुकी है। साथ ही सभी भारतीय भाषाओं में इसका अनुवाद हो चुका है।