प्यार के सप्ताह में इस बार हम आपको लव स्टोरी से जुड़ी लोकप्रिय चुनिंदा किताबों के बारे में बताने जा रहे हैं। हिंदी साहित्य की दुनिया में प्रेम कहानियों ने हमेशा से अपनी एक खास जगह बनाई है। कई ऐसे लेखक रहे हैं. जो कि प्रेम कहानी की गहराई में छिपी तड़प, उलझन और सुलझन का मार्ग दिखाने का कार्य भी किया है। कई हारी हुई प्रेम कहानी, तो कहीं अमर प्रेम गाथा की कथा अपना बखान करती हुई दिखी है। आइए जानते हैं विस्तार से।
लाल रेखा किताब रिव्यू

साल 1950 में पहली बार कुशवाहा कांत का लिखा हुआ उपन्यास लाल रेखा प्रकाशित हुआ था। यह माना गया है कि लाल रेखा में भावनाओं की सारी रेखाओं को समाहित किया गया है। आज भी यह उपन्यास प्रेमियों के लिए प्रासंगिक मानी जाती है। देश की आजादी की पृष्ठभूमि पर इस उपन्यास को लिखा गया है। प्रेम कहानी इसी के ईद-गिर्द बुनी गई है। यही वजह है कि हिंदी के लोकप्रिय उपन्यासों के बीच लाल रेखा को मील का पत्थर माना गया है। रहस्य, रोमांस, राष्ट्रवाद और सामाजिक सोच और मूल्यों को इस उपन्यास की धरातल पर रखा गया है, जो कि इस उपन्यास को पढ़ने योग्य बनाता है। इस उपन्यास की सबसे बड़ी खूबी यह है कि प्रेम का त्याग होना। प्रेम जब भी त्याग की सीमा के पार पहुंचता है, तो उसकी गहराई का माप करना मुश्किल हो जाता है। इस उपन्यास में प्रेम से बढ़कर और प्रेम से पहले राष्ट्र प्रेम को बताया गया है। इस किताब में न सिर्फ प्यार की कीमत की बात बताई गई है, बल्कि महिला और पुरुष के बीत की समानता और साथ ही समाज के साथ एक व्यक्ति के निजी हित पर भी बात की गई है। हर किसी को एक बार यह किताब जरूर पढ़नी चाहिए।।
गुनाहों का देवता पुस्तक समीक्षा

देश की सबसे दर्दभरी प्रेमगाथा गुनाहों के देवता को मानी जाती है। धर्मवीर भारती की गुनाहों का देवता सबसे पहले साल 1959 में प्रकाशित हुई थी। इस किताब को 60 साल से अधिक का समय बीत गया है, लेकिन आज भी यह किताब प्रासंगिक बनी हुई है। प्रयागराज के चार प्रमुख किरदारों के बीच गुनाहों के देवता की इस प्रेम कहानी को पिरोया गया है। चन्दर अपने प्यार सुधा के घर आता-जाता रहता है। क्योंकि सुधा के पिता चंदर को अपना सबसे प्रिय छात्र मानते हैं। इसी बीच सुधा को चंदर से प्यार हो जाता है। वह देवता की तरह चंदर को पूजती है। लेकिन चंदर चाह कर भी अपने मन की बात सुधा से नहीं कर पाता है। क्योंकि सुधा के पिता के किए गए एहसान चंदर के प्रेम पर हावी है। इस बीच पम्मी आती है, जो कि चंदर से प्यार करती है और उसे चंदर और सुधा के प्रेम के बारे में भी पता है। इस उपन्यास में प्यार और वासना का जिक्र भी है। हालांकि वासना के बारे में धर्मवारी भारती ने बड़े ही सहज तरह से लेखन किया है, जो आपको पढ़ने पर कहीं पर भी अटपटा नहीं लगता है। इस बीच कहानी में बिनती भी शामिल होती है। चंदर की जिंदगी में मौजूद तीन लड़कियां कैसे प्रेम के हर मायने में खरी उतरती है, उसी को यह कहानी आकर्षित करती है। आप प्रेम कहानी को पढ़ना पसंद करते हैं या नहीं, अगर आप किताब पढ़ने का शौक रखते हैं, तो एक बार आपको गुनाहों का देवता जरूर पढ़नी चाहिए। गुनाहों का देवता बताती और बड़े ही गहराई से समझाती है कि प्रेम सिर्फ पाने का नाम नहीं है, बल्कि त्याग देने की दिशा भी दिखाती है। सरल भाषा में लिखी गई यह किताब आपके मन में अंत तक पहुंचती है। गुनाहों का देवता आपको अंत तक बांधे रखती है औऱ इसका अंत आपकी आंखों के साथ आपके मन को भी झिंझोड़ कर रख देता है।
फॉलिंग इन लव अगेन किताब रिव्यू

रस्किन बॅान्ड की यह किताब का नाम उनकी लोकप्रिय लेखनी में से एक माना जाता है। फॉलिंग इन लव अगेन इसी फेहरिस्त में शामिल है। यह किताब कई सारी लघु कथाओं का एक संग्रह है। यह किताब बताती है कि प्यार कई सारे चेहरों के साथ होते हुए भी हमेशा अपने उचित स्थान तक पहुंच जाता है। प्यार के साथ उन्होंने इस किताब में कामुकता को दिखता है। इसमें जो कामुकता बताई गई है, उसमें कहीं पर भी असलीलता के तौर पर नहीं बताया गया है, जो कि इस पुस्तक के साथ पाठकों को बांधे रखती है। इस पुस्तक की कुछ कहानियां से लेषक रस्किन बॅान्ड के जीवन से मेल खाती है। यह सभी कहानियां उन आम लोगों के बारे में है, जो कि अपने जीवन में पहली बार प्यार के अहसास से जुड़ते हैं। इस उपन्यास में प्यार, गुस्सा, खुशी, त्याग और दिल टूटना भी शामिल है। भाषा के लिहाज से इस उपन्यास को ब़ड़े ही सरल और सहज शब्दों में लिखा गया है। कई कहानियों को पढ़कर आप हंस देंगे और कुछ कहानियां आपको सपने दखने और जीवन को जीने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। इसमें लेखक ने यह भी बताया है कि वह अपनी युवावस्था के दिनों में अपनी प्रेमिका का पीछा किया करते थे। इस किताब में प्यार को पढ़कर आप भी इस उपन्यास की तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पायेंगे। इस उपन्यास में प्यार और प्यार की मासूमियत को दिल छूने वाले तरीके से दिखाया गया है।
90 इज लव किताब
प्रेम कहानी का आनंद और अधिक तब आता है, जब आपके पास एक नहीं बल्कि कई सारी प्रेम कहानियां होती हैं। अगर आप एक साथ कई सारी प्रेम कहानियों को सुनने और जानने में दिलचस्पी रखती हैं, तो आप प्रेम कहानियों का यह संकलन खरीद सकती हैं। यह किताब आपको प्यार और उसके त्याग के भाव के और भी करीब लेकर जाती है। आप यह कह सकती हैं कि 90 इज लव किताब खूबसूरत छोटी कहानियों का एक संकलन है। यह किताब खासकर उन लोगों के लिए हैं, जिनके सामने सोशल मीडिया ने जन्म लिया हैं। आप यह भी कह सकती हैं कि सोशल मीडिया की पीढ़ी के आने के पहले की प्रेम कहानी 90 इज लव किताब में शामिल है। एक तरह से यह पीढ़ी गवाह है इस बात की कि मोहब्बत में अचानक आने वाली क्रांति फेक प्यार से होते हुए कैसे एक पीढ़ी तय करती है। यह पीढ़ी एक तरह से बेहद खास है और इस खास पीढ़ी को ही इस किताब में आप देख और महसूस कर सकती हैं। आपको इस किताब में कई सारी चटपटी प्रेम कहानियां पढ़ने के लिए मिलेंगी। इस किताब की खूबी यह है कि इस किताब में लिखी हुई कहानी आपको किसी न किसी अपने की सुनी हुई लगेग।
निर्मला किताब

मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास निर्मला दिल में घर बनाने वाली त्याग और प्रेम की कहानी है। यह कहानी एक तरह से प्रेम, त्याग और सामाजिक अपेक्षाओं के विषयों पर आधारित है। यह उपन्यास एक तरह से आपको कई बातों की सीख भी देती है। यह किताब न सिर्फ प्यार और सर्मपण को दिखाती है, बल्कि यह किताब अपनी स्टोरी लाइन से भारतीय समाज और संस्कृति को समझने में मदद भी करती है। यह किताब एक तरह से प्रेम और त्याग की एक मार्मिक कहानी कहती है। दूसरी तरफ यह उपन्यास नारी जीवन की पीड़ा को भी दिखाती है। जहां पर दहेज प्रथा से लेकर बेमेले शादी के साथ कई एक स्त्री के जीवन से जुड़े हुई कई सारे सामाजिक मुद्दें भी मौजूद हैं। इस उपन्यास का प्रकाशन साल 1927 में हुआ था। ड्रामा, इमोशन और कई सारे ट्विस्ट के साथ यह कहानी आपको बांधें रखती हैं। कुल मिलाकर यह किताब आपको सच्चे प्यार के अर्थ और त्याग की शक्ति के बारे में जीवन की बड़ी सीख देती है। यह कहानी एक युवा लड़की की है, जिसे अपने पिता के उम्र के व्यक्ति से मजबूरी में शादी करनी पड़ती है।