अरे तू इत्ती मोटी लग रही है यार! इस बेल्ट ड्रेस के साथ तुमने बूट क्यों पहन लिया? और ज़्यादा मोटी दिख रही हो. हल्के कलर्स, डीप नेक्स, हाफ़ स्लीव्स एकदम मत पहनो, थाइज़ कितनी मोटी लग रही हैं तुम्हारी? इसी तरह के न जाने कितने कमेंट्स लगातार प्लस साइज़ लड़कियों को फ़ैशन में मामले में सुनने पड़ते रहे हैं. लेकिन थैंक्स टू सोशल मीडिया और इन पर छा जाने वाली प्लस साइज़ ब्लॉगर्स, जिन्होंने अपने बढ़े हुए वज़न को प्राइड समझा, न कि उसे लेकर शर्म महसूस की और उनकी वजह से ही कई अंडर-कॉन्फिडेंट लड़कियां, जो पहले अपने साइज़ को लेकर कॉन्शस रहती थीं, अब उन्हें देख कर इंस्पायर होती रहती हैं और फ़ैशन लुक के साथ लगातार एक्स्पेरिरिमेंट्स करती रहती हैं. तो आइए जानें, प्लस साइज़ फ़ैशन से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में.
आपकी बॉडी में हॉर्मोन्स ने क्या तबाही मचा रखी है, ट्रोलर्स को इस बात से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता. हमारे ख़ुद के घरों में ही आए दिन हमारी बॉडी का एक्स रे होता रहता है आपकी खाने की प्लेट पर सभी निगाह रहती है कि आपने क्या खाया, क्या नहीं और इन सबके बीच आपके अंतर्मन में एक अलग ही हंगामा होता रहता है, नतीजा आपका स्ट्रेस बढ़ता रहता है और बस आप परेशान होती रहती हैं. लेकिन शुक्रिया कुछ ऐसी इंडियन ब्लॉगर्स का, जिन्होंने फ़ैशन की दुनिया में प्लस साइज़ के साथ लगातार कई एक्स्पेरिमेंट किए हैं. बॉलीवुड की पॉपुलर एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा बिंदास कहती हैं, "अब मैं ट्रोल्स की नेगेटिविटी पर ध्यान नहीं देती, मुझे मेरी बॉडी पर गर्व है और इसे लेकर न तो मैं शेमफ़ुल हूं और न ही आपको होना चाहिए. सोनाक्षी मानती हैं कि शुरुआत में उन्हें काफ़ी दुःख होता था, तकलीफ़ पहुंचती थीं, लेकिन अब उन्होंने कॉन्फ़िडेंस लाया है ख़ुद में. हम सोनाक्षी को लगातार बोल्ड कलर्स, बेहतरीन हेयर स्टाइल्स, बेहतरीन क्लोदिंग स्टाइल्स के साथ एक्स्पेरिमेंट करते हुए देखते ही रहते हैं.
क्या है प्लस साइज़ फ़ैशन
प्लस साइज़ फ़ैशन मौक़ा देता है, प्लस साइज़ लड़कियों को अपनी बॉडी पर नाज़ करने का. हमेशा से जो ये मिथक चले आ रहे हैं कि आप स्लीवलेस नहीं पहन सकतीं, कुछ पर्टिकुलर कलर्स नहीं पहन सकतीं, इन सारे मिथकों को यह फ़ैशन पूरी तरह तोड़ता है. प्लस साइज़ फ़ैशन न सिर्फ़ क्लोदिंग के विभिन्न आयामों के दरवाज़े खोलता है, बल्कि यह लाइफ़स्टाइल से ज़्यादा लोगों के माइंडसेट पर वार करता है कि हर बॉडी को एक जैसा ट्रीट किया जाए. इस फ़ैशन व इससे जुड़े फ़ैशन इन्फ़्लूएंसर्स का यही मानना है कि वे अपने अंदाज़ और काम से लोगों को इस बात के लिए जागरूक करें कि किसी भी लड़की को उसकी बॉडी के आधार पर जज करना या ट्रोल करना सही नहीं है. कैसे प्लस साइज़ लड़कियां पूरी तरह से कॉन्फ़िडेंट रहें, इस पर सबसे ज़्यादा ज़ोर है.
प्लस साइज़ ने कैसे किया है कॉन्फ़िडेंस को बूस्ट
ऐसी कई लड़कियां हैं, जो हर दिन घर जाने के बाद भी घंटों अपने वज़न की वजह से ताने सुन कर दुखी होती रहती हैं और कई बार तो डिप्रेशन में तक चली जाती हैं. उन्हें ऐसा लगने लगता है कि उनकी बॉडी के साथ कुछ तो ग़लत हुआ है. वह ख़ुद में ही छोटा महसूस करने लगती है और हर बार दूसरों की तरह बनने की कोशिश करती हैं. उनका सेल्फ़ एस्टीम कम हो जाता है. कई लड़कियां मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम्स का सामना करती हैं. कम लोगों को इस बात की जानकारी होगी कि प्लस साइज़ से शेम महसूस करके कई लड़कियां एनोरेक्सिया का शिकार हो जाती है, जो कि एक ईटिंग डिस्ऑर्डर है. दरअसल, भारत में ही नहीं, बल्कि विश्व के अन्य देशों में भी मॉडलिंग व बाक़ी ब्यूटी पेजेंट के मापदंड में भी बिल्कुल पतली दुबली लड़की को ही उपयुक्त माना गया है. स्लिम के साथ ग्लैमर जुड़ा हुआ है, वहीं मोटापा को हमेशा शेम की नज़र से देखा गया है. लेकिन सोशल मीडिया पर जबसे प्लस साइज़ इन्फ़्लूएंसर्स ने ऐसे कंटेंट को क्रिएट करना शुरू किया है, काफ़ी लड़कियों में आत्मविश्वास आया है और काफ़ी क्लोदिंग व फ़ैशन ब्रांड्स, जो कभी प्लस साइज़ कपड़े नहीं बनाते थे, अब प्लस साइज़ में ख़ूब डिज़ाइन तैयार कर रहे हैं. अब वे ज़िम्मेदार बन रहे हैं और लगातार अपनने प्लस साइज़ डिज़ाइंस को प्रोमोट कर रहे हैं.
फ़ैशन ब्लॉगर्स का जवाब नहीं
साक्षी सिंदवाणी, बेहद लोकप्रिय ब्लॉगर हैं, जो कई फ़ैशन ब्रांड्स का चेहरा हैं और कई बड़ी मैग्ज़ीन्सन का भी हिस्सा बन चुकी हैं. सोशल मीडिया पर उनके ज़बरदस्त फ़ाॅलोअर्स हैं. वह इंडियन एथेनिक अटायर से लेकर, वेस्टर्न ऑउटफ़िट तक कई सारे एक्स्पेरिमेंट्स करती रहती हैं. नेहा पारुलकर, आशना भागवानी, नीलाक्षी सिंह, दीया बासु ऐसे कुछ नाम हैं, जो सोशल मीडिया पर प्लस साइज़ इन्फ़्लूएंसर्स के रूप में बहुत लोकप्रिय हैं और ये काफ़ी लड़कियों को इंस्पायर कर रही हैं.
कुछ मिथक जो अब टूट गए हैं
स्लीवलेस
अगर आप प्लस साइज़ हैं तो आपके आर्म्स बहुत मोटे नज़र आएंगे इसलिए भूल कर भी स्लीवलेस न पहनें, फ़ैशन इन्फ़्लूएंसर्स लगातार स्लीवलेस टॉप्स या ड्रेसेस को फ़्लॉन्ट करतीं नज़र आती हैं.
ओवरसाइज़ ड्रेस
ओवरसाइज़ ड्रेसेस कम्फ़र्टेबल फ़ैशन का हिस्सा मानी जाती हैं, जिसमें लड़कियां अपनी साइज़ से एक साइज़ अधिक के ड्रेस पहनती हैं, लेकिन उसमें भी उनका स्टाइल स्टेटमेंट नजर आता है. पहले यह सोच थी कि ओवरसाइज़ कपड़ों में हेल्दी लड़कियां और अधिक मोटी नजर आएंगी, लेकिन अब इस सोच में बदलाव आया और प्लस साइज़ विमन जम कर ऐसे कपड़े पहन रही हैं. इनके लिए काफ़ी ब्रांड्स में कपड़े डिज़ाइन भी हो रहे हैं.
क्रॉप टॉप्स
क्रॉप टॉप्स लगातार फ़ैशन में बने हुए हैं, लेकिन इन्हें पहनने के लिए आपका स्लिम होना ज़रूरी है, अमूमन यही सोच बनी हुई थी. लेकिन सोशल मीडिया इन्फ़्लूएंसर्स ने इस सोच को बदला है, उन्होंने क्रॉप टॉप में भी कई एक्स्पेरिमेंट्स किए हैं. आप हाई वेस्टेड बॉटम्स के साथ एक बार क्रॉप टॉप ट्राइ करके तो देखें.
शॉर्ट और मिडी ड्रेस
इस सोच को तो पूरी तरह से आउट ऑफ़ फ़ैशन कर दिया गया है. मोटी हैं तो स्कर्ट्स नहीं, छोटे ड्रेस नहीं, क्योंकि और अधिक वज़न साफ़ नज़र आएगा. इन बातों को दरकिनार करते हुए, ख़ूब मिडीज़ और शॉर्ट ड्रेसेस, स्कर्ट्स, पेन्सिल स्कर्ट्स, ट्यूलिप स्कर्ट्स बनाए जा रहे हैं, जिन्हें प्लस साइज़ महिलाएं बख़ूबी अपना रही हैं.
हॉरिज़ॉन्टल स्ट्राइप्स
हॉरिज़ॉन्टल स्ट्राइप्स में आपका फ़िगर और हैवी नज़र आएगा. ऐसी सोच को भी बदल दिया गया है, बल्कि अब डिज़ाइनर्स मानने लगे हैं कि इसमें आपकी और यूनिक पर्सनैलिटी निखर कर सामने आती है. प्लस साइज़ के लिए ख़ासतौर से चेस्ट और शोल्डर्स पर बोल्ड स्ट्राइप्स बनाए जा रहे हैं.
बोल्ड पैटर्न्स
सटल पैटर्न्स, सॉलिड कलर्स पहनने में पहले प्लस साइज़ युवतियां और महिलाएं घबराती थीं. लेकिन अब ब्राइट कलर्स और लार्ज प्रिंट्स ख़ूब पसंद किए जा रहे हैं. दरअसल, अब यह सोच बदली है और माना जाने लगा है कि बोल्ड पैटर्न्स आपकी पर्सनैलिटी को और निखारते हैं. इसके अलावा ब्राइट कलर्स पहनना भी अब प्लस साइज़ विमेन बेहद पसंद कर रही हैं.