अमूमन यह अवधारणा होती है कि महिलाएं अगर किटी पार्टी कर रही हैं, तो सिर्फ गॉसिप की ही बातें होंगी, कई बार तो अगर एक से ज्यादा महिलाएं होती हैं, तो उन्हें किटी पार्टी का नाम देकर दिया जाता है। लेकिन, सच कहें तो, इन बातों की परवाह करने की कोई जरूरत नहीं होनी चाहिए, क्योंकि सिर्फ गॉसिप अड्डा नहीं है किटी पार्टी। तो, आइए ऐसी 5 बातें बताते हैं, जिनसे आप भी किसी ऐसी किटी पार्टी ग्रुप बनाएं और क्रिएटिव रूप से इसे एक सार्थक रूप दें।
हाल ही में ऋषि कपूर की आखिरी फिल्म शर्माजी नमकीन आयी थी । फिल्म में एक महिलाओं की किटी पार्टी मंडली होती है, जिसमें ऋषि कपूर और परेश रावल के किरदार स्पेशल कुक के रूप में उनकी मंडली में जाते हैं और खाना बनाते हैं। यहाँ लगभग पांच या छह महिलाओं की मंडली होती है, वे हाजी भी खेलती हुईं नजर आती हैं और बेबी डॉल पर नाचती हुईं भी नजर आती हैं, जाहिर है कि किटी पार्टी को लेकर यह सोच भी है कि इन पार्टियों में अपने पतियों की बुराई और सास की बुराई होती है और कुछ नहीं होता, लेकिन इस फिल्म ने बेहद खूबसूरती से किटी पार्टी कल्चर के एक बेहतरीन स्वरूप को भी दर्शाया है, जिसमें एक यंग लड़की अपने बिजनेस की शुरुआत करना चाहती है और दूसरी अनुभवी महिला उसकी मदद करती है। फिल्मों के माध्यम से ही सही यह एक नया नजरिया किटी पार्टी को लेकर प्रस्तुत गया है, दरअसल, हकीकत भी यही है कि किटी पार्टी को केवल, गॉसिप और गेम्स की जगह, कई क्रिएटिव कामों के रूप में भी एक प्यारी कम्युनिटी के रूप में देखा जा सकता है।
एन्थ्रेप्रेनर बनने के रास्ते
किटी पार्टी में आप ऐसी युवा महिलाओं को प्रोत्साहित करें, जो अपनी जिंदगी में कुछ करना चाहती हैं। ऐसी लड़कियां अगर आपकी मंडली में शामिल हैं, तो उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें, अगर आपके वैसे नेटवर्क हैं और आर्थिक रूप से भी उनकी मदद करने में सक्षम हैं, तो उनकी मदद करनी चाहिए, इससे नयी उम्र की लड़कियां, अपने अंदर की छुपी प्रतिभाओं को निखारने में सक्षम होंगी और कुछ नया करने के बारे में सोच सकेंगी।
अंदर की क्रिएटिविटी को तराशें
ऐसा कई बार होता है, लड़कियों के साथ कि वह घर-परिवार की जिम्मेदारियां संभालते हुए, अपने उस हुनर को कभी निखार नहीं पाती हैं, जो उन्हें निखारना चाहिए, फिर वह जिम्मेदारियों के तले दबकर, कोई नयी चीज या अपने सपने को साकार नहीं कर पाती हैं, ऐसे में जब आप एक गेट टुगेदर करती हैं, तो अपने आस-पास ऐसी महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें, अगर उनमें हुनर है, तो उन्हें हौसला दें कि इसे आगे बढ़ाएं और कुछ नया करने की कोशिश करें। ऐसे में कुछ पल के लिए ही सही, वह अपनी दुनिया तो जी पाएंगी। ऐसी कई महिलाएं होती हैं, जिनकी जिंदगी प्रिवलेज नहीं होती है, उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में उनके घर के कलेश इतने होते हैं कि वह खुद के लिए कभी मी टाइम नहीं निकाल पाती हैं, ऐसे में जब वे दोस्तों के पास आती हैं तो उन्हें कम से कम एक सुकून का तो एहसास होता है कि वह सबके साथ हैं और कुछ कर सकती हैं, वह अपने मन को हल्का कर पाती हैं, इसलिए उन्हें वह करने का मौका दें, ताकि उनका मन हल्का हो सके।
इमोशनल बॉन्डिंग
लोगों को ऐसा लगता है कि किटी पार्टी का मतलब हेल्लो हाय बोलिए होता है, फिर टाटा बाय-बाय हो जाता है, लेकिन आप इस सोच को पूरी तरह से बदल सकती हैं, आपसे में एक इमोशनल बॉन्डिंग तो करके रखनी ही चाहिए, ताकि हर किसी एक सुख-दुख में काम आएं, क्योंकि दुनिया में ऐसा कोई भी इंसान नहीं होता है, जिसको एक सहारे की जरूरत नहीं होती है और वह एक सहारा, जीवन में उसे कुछ गलत करने से रोकता है, ऐसे में आप खुद एक महिला, किसी दूसरी महिला के साथ अगर वह बॉन्डिंग कर सकती हैं, तो इससे अच्छा कुछ नहीं हो सकता है।
दुनिया को करें एक्सप्लोर
किटी पार्टी में जरूरी नहीं कि गेम्स या गॉसिप ही हों, देश दुनिया में किसने कौन-सी जगह घूमी या क्या नया सीखा, उसके बारे में भी बातें हो सकती हैं, नए तरह के फूड, कल्चर के बारे में भी अगर एक्सप्लोर किया है, तो अपनी साथियों को इसके बारे में बताएं, इससे सबसे बड़ा फायदा होगा कि आप अपना दायरा बढ़ा पाएंगी, कहीं ट्रैवलिंग नहीं भी कर रही हैं, तो उस जगह के कल्चर को समझ पाएंगी। इसलिए दुनिया को अपनी दोस्तों की आंखों और बातों से भी एक्सप्लोर करने की कोशिश करें।
इमरजेंसी फंड और नया आकाश
कई बार ऐसा होता है कि आपको खुद को पता नहीं होता है कि आप किस काम में बेहतर हैं और ऐसे में आप जब अपनी क्लोज दोस्तों से मिलती हैं, तो उनके बीच रह कर खुद को डिस्कवर करने की कोशिश कर सकती हैं। किटी पार्टी को उस नजरिये से भी देखा जा सकता है कि आप अपनी दोस्तों के साथ मिल कर, एक फंड तैयार करें और जिन्हें भी जरूरत हों, उन्हें समय पड़ने पर उस फंड को दिया जाये, ताकि उसे कभी पैसों की कमी के कारण अपने सपनों पर विराम न लगानी पड़े।