भारत त्यौहारों का ही देश है। सालों भर लगभग हर महीने में कोई न कोई त्यौहार होते ही हैं। पूरे विश्व में भारत उन देशों में से एक है, जहां हर धर्म के लोग रहते हैं और इसलिए यहां हर पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। भारत में चूंकि इतने सारे पर्व मनाये जाते हैं, इसलिए इस देश को त्यौहारों का देश कहा जाता है। यहां के उत्सव यहां की संस्कृति को बखूबी दर्शाते हैं। यहां के त्यौहारों से कई सारी पौराणिक कथाएं भी हैं। होली, दिवाली, ईद, क्रिसमस से लेकर ऐसे कई त्यौहार हैं, जिन्हें धूमधाम से सभी मिल कर मनाते हैं, जब नए कपड़े, मेला, पकवान सबकुछ ही परिवार के साथ लोग एन्जॉय करना पसंद करते हैं। तो आइए एक नजर यहां के महत्वपूर्ण त्यौहारों पर डालते हैं।
मकर संक्रांति
यह त्यौहार हर साल जनवरी के महीने में मनाया जाता है, इसे फसलों का त्यौहार माना जाता है। अलग-अलग राज्यों में इसे अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है। यह 14 जनवरी और 15 जनवरी को मनाया जाता है। सुबह उठ कर लोग इस दिन गंगा में स्नान करना पसंद करते हैं। इस दिन को खिचड़ी पर्व भी कहते हैं, बिहार और उत्तर प्रदेश में इस दिन खासतौर से मुढ़ी की लाई भी बनती है। कई लोग इस दिन दही चूड़ा भी खाते हैं।
महाशिवरात्रि
महाशिवरात्रि भी भारत में काफी धूमधाम से मनाया जाता है, इस दिन को भगवान शिव को समर्पित माना जाता है। यह हिन्दू धर्म के मुख्य त्यौहार में से एक है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार यह त्यौहार फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन मनाया जाता है। इस दिन लोग व्रत रखते हैं और साथ ही साथ ही नए कपड़े पहन कर भगवान शिव की पूजा करते हैं।
होली
होली भी भारत के प्रमुख्य त्यौहारों में से एक है, यह त्यौहार हमें हमारी परंपराओं से जोड़ने का सबसे सशक्त माध्यम है। होली के त्यौहार की भूमिका इसमें सबसे अनूठी मानी जाती है। भारत में भले ही कई शहरों में होली का त्यौहार मनाने की वजह अलग हो, लेकिन उसके पीछे की सोच एक ही रंग में घुली हुई दिखाई देती है और वह है सच्चाई का प्रतीक। माना जाता है कि होली केवल रंगों और खान-पान का त्यौहार नहीं है, बल्कि इसके साथ कई ऐसी पौराणिक कथाएं और मान्यताएं जुड़ी हुई हैं। होली के दिन आप भले ही रंगों से खुद को सराबोर कर लें, लेकिन अगर इसके पीछे की दिलचस्प कहानी से रूबरू ना हो पाएं, तो फिर होली का वह रंग आप देख नहीं पायेंगे, जो भारतीय परंपराओं की जड़ों में समाया हुआ है। होली एकमात्र ऐसा त्यौहार है, जो कि धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, पारंपरिक दृष्टि के साथ वैज्ञानिक रूप से भी बहुत महत्व रखती है।
राम नवमी
यह त्यौहार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाया जाता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था। इस दिन विष्णु ने रावण के अत्याचारों को खत्म करने के लिए भगवान राम के रूप में अवतार लिया था। भगवान राम विष्णु जी के सातवें अवतार हैं।
ईद
ईद का त्यौहार मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला सबसे बड़ा त्यौहार है। मुस्लिम समुदाय के लोग रमजान के महीने में पूरे एक माह का उपवास रखते हैं और इसे रोजा कहा जाता है, इस महीने सभी की मदद करने से इबादत मिलती है, यही मान्यता होती है।
गणेश चतुर्थी
गणेश चतुर्थी भी हिन्दुओं का खास त्यौहार है, यह पूरे महाराष्ट्र में मनाया जाने वाला प्रमुख त्यौहार है, इस दिन भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है। यह दिन गणेश भगवान के जन्मोत्सव के रूप से मनाया जाता है। यह उत्सव 11 दिनों तक मनाया जाता है। इस पर्व को गणेशोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है। महाराष्ट्र में पूरे साल सबसे अधिक अगर धूम रहती है तो वह है गणेश चतुर्थी की, हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर साल भादपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन यह पर्व मनाया जाता है। इसमें जगह-जगह पर गणेश की आराधना की जाती है। काफी भव्य मूर्ति पूजन के लिए लाया जाता है। लालबागचा राजा का गणेश चतुर्थी सेलिब्रेशन देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। तो इस वक्त, महाराष्ट्र में जश्न का माहौल बना रहता है और एक अलग ही रौनक होती है, सो एक बार इस समय जरूर महाराष्ट्र के मुंबई शहर तो जरूर घूमने जाएंगे।
दशहरा
हिन्दू धर्म में मां देवी के आगमन को भी खास माना गया है और इसे भी काफी धूमधाम से दुर्गा पूजा, दशहरा और नवरात्र की पूजा धूमधाम से मनाई जाती है। दुर्गा पूजा भी पूरे भारत में मनाई जाती है, पश्चिम बंगाल में इस पूजा का खास महत्व होता है। उत्तराखंड में भी लोग देवी दुर्गा की पूजा अर्चना में लीन रहते हैं। फिर नवरात्र के दसवें दिन बुराई परअच्छाई की जीत के रूप में विजयदशमी और दशहरा मनाया जाता है। पूरे भारत में दशहरा और विजयादशमी धूमधाम से मनाई जा रही है। यह दिन भगवान राम द्वारा रावण के वध करने की खुशी में मनाया जाता है। इसे बुराई पर अच्छाई की जीत माना जाता है , साथ ही दुर्गा मां ने 9 दिनों के संघर्ष के बाद, आखिरकार महिषासुर पर विजय प्राप्त की थी। ऐसे में पूरे भारत में कई जगहों पर रावण दहन किया जाता है और कई जगहों पर राम लीला भी होती है। दुर्गा पूजा के दसवें दिन दशहरा को भी लोग पूरी तरह से एन्जॉय करते हैं। मैसूर, हिमाचल प्रदेश में विशेषकर इस दिन कई कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं।
दिवाली
दिवाली भी हिन्दुओं का प्रमुख त्यौहार है और पूरे भारत में यह पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है, यह पर्व कार्तिक माह की अमावस्या के दिन मनाया जाता है, इसे दीपों का त्यौहार कहा जाता है, इस दिन की खासियत यही है कि इसी दिन भगवान राम 14 वर्ष का वनवास काट कर, रावण का वध करके माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या आ गए थे। इस दिन सभी अपने पूरे घर को बेहद खूबसूरत तरीके से सजाते हैं और उत्सव मनाते हैं, यह त्यौहार लगभग भारत के हर राज्य में मनाया जाता है।
क्रिसमस
क्रिसमस के त्यौहार को हर साल 25 दिसंबर को ही मनाने की परम्परा रही है, यह ईसाईयों का सबसे बड़ा त्यौहार है, इसी दिन प्रभु ईसा मसीह का जन्म हुआ था, इसे बड़ा दिन के रूप में भी जाना जाता है। लगभग एक सप्ताह तक इस पर्व की छुट्टी दी जाती है और इस दौरान बाजारों की रौनक बढ़ जाती है, घर और बाजार बेहद खूबसूरत और रंगीन नजर आते हैं। इस पर्व का सेलिब्रेशन नए साल के जश्न तक मनाया जाता है।
बैसाखी
बैसाखी सिख समुदाय का प्रमुख त्यौहार है और यह पर्व हर साल अप्रैल माह में मनाया जाता है, इस दिन पुरुष और महिलाएं रंगीन कपड़े पहनती हैं और पारम्परिक लोक गीत गाती हैं। नृत्य के रूप में गिद्दा और भांगड़ा करती हैं।
तो इनके अलावा भी भारत में ऐसे कई पर्व हैं, जिनमें जन्माष्टमी, रक्षाबंधन और ऐसे और भी कई पर्व धूमधाम से मनाये जाते हैं।