नया साल और ठंड के महीने का एक साथ होना, दोनों ही मौका देता है, जब हम जम कर एक दूसरे के साथ जश्न मनाते हैं और मिल कर कहीं इकट्ठे होकर खाना पीना खाते और एन्जॉय करते हैं। ऐसे में आइए जानने की कोशिश करते हैं कि ये पिकनिक मनाने की संस्कृति की शुरुआत कैसे हुई।
कैसे हुई शुरुआत
पिकनिक की शुरुआत की बात करें, तो यह कहीं बाहर जाकर घूमते हुए, एक समूह के साथ बैठ कर किया जाने वाला भोजन है। विशेष रूप से किसी सुंदर जगह पर, जैसे कि पार्क, झील के किनारे या दिलचस्प सीनरी वाली कोई जगह या फिर किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में एक समूह के साथ वक्त गुजारने वाली एक खास प्रक्रिया, जिसमें आप बिल्कुल कुछ पल शांति और सुकून से बिताते हैं।
क्या है इतिहास
ऐसी मान्यता है कि पिकनिक शब्द फ्रेंच भाषा से लिया गया है, जिसका अर्थ है प्रकृति के बीच बैठ कर भोजन का लुत्फ उठाया जाये। साथ ही फ्रांस की क्रांति के बाद यह संस्कृति शुरू हुई। अगर हम इतिहास की बात करें, तो यह हमें दिखाता है कि 19 वीं सदी की शुरुआत में पिकनिक का मतलब ऐसे भोजन का विचार था, जिसमें जिसमें संयुक्त रूप से लोग खान-पान करते थे और एक दूसरे का साथ देकर खाना पकाते थे और फिर उन डिश या व्यंजन का आनंद बाहर जाकर लिया जाता था। पिकनिक मनाते हुए लोग जमीन पर गलीचे या कंबल पर बैठना पसंद करते हैं। पिकनिक के दौरान सभी आउटडोर खेल खेलते हैं।
गर्मियों में पिकनिक
यूं तो आमतौर पर ठंड के मौसम में पिकनिक मनाई जाती है, भारत समेत कई देशों में यही परम्परा रही है, लेकिन पृथ्वी के उत्तरी भाग में रहने वाले लोग गर्मियों का जश्न मनाते हैं और भोजन करने के लिए बाहर इकट्ठा होते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि पहले पिकनिक पर जाने के लिए खास तरह की टोकरी बनाई जाती थी। यह जानना दिलचस्प है कि 1,000 साल से अधिक पुरानी चीनी पेंटिंग एक प्रसिद्ध पिकनिक विषय, ‘द बैंबू ग्रोव’ के 7 ऋषियों को दर्शाती हैं। यही नहीं चाय की केतली और बोतल भी खासतौर से पिकनिक पर जाने के लिए तैयार किये जाते रहे हैं। पिकनिक की परम्परा इस सोच के साथ शुरू हुई कि किस तरह से लोग सामाजिक तौर पर एक दूसरे से जुड़ें, साथ ही साथ बहुत ही कठिन परिस्थिति का सामना करने के बाद, कुछ समय सुकून के गुजरें।
पिकनिक में पॉट लक
यूरोप की संस्कृति से खासतौर से पॉट लक की शुरुआत हुई, जिसमें सभी अपने-अपने घर से कुछ डिश बना कर, कहीं बाहर जाकर समय बिताते हैं और एन्जॉय करते हैं। इस दौरान कई नए दोस्त भी बनते हैं और सभी एक दूसरे का साथ एन्जॉय करते हैं।
भारत में पिकनिक
भारत में लोग पिकनिक अमूमन ऐसे दिनों में मनाते हैं, जब ठंड की छुट्टियां होती हैं, इन्हें पार्क में या किसी वन में जाकर अपने समूह के साथ खाना बनाना, एन्जॉय करना और आउटडोर गेम्स खेल कर वापस लौट कर आने की प्रक्रिया रखते हैं और खूब एन्जॉय करते हैं।
दिलचस्प तथ्य
पिकनिक से जुड़े एक दिलचस्प तथ्य यह भी है कि पुर्तगाल में पिकनिक से संबंधित एक बड़ा रिकॉर्ड मनाया गया। वर्ष 2009 में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड था यह। उस दौरान पिकनिक में 22 हजार 232 लोग शामिल हुए थे। यह जानना भी दिलचस्प है कि विकिपीडिया में इस बात की जानकारी है कि 1748 में लॉर्ड चेस्टरफील्ड ने यह माना कि "पिक-निक" को ताश खेलना, शराब पीना और बातचीत से जुड़ा हुआ है।
साथ ही अगर 1830 के दशक की बात की जाए, तो शानदार दृश्यों के रोमांटिक अमेरिकी परिदृश्य चित्रों में अक्सर अग्रभूमि में पिकनिक मनाने वालों का एक समूह शामिल होता था। पिकनिक का प्रारंभिक अमेरिकी चित्रण थॉमस कोल की द पिक-निक ऑफ़ 1846 ब्रुकलिन म्यूज़ियम ऑफ आर्ट में नजर आता है।
ये हैं विश्व के बेस्ट पिकनिक स्पॉट
पैरू के सेक्रेड वैली, न्यूजीलैंड का माउंट एस्पायरिंग नेशनल पार्क, साउथ कोरिया का जेजू आईलैंड, लंदन का हाइड पार्क और भारत के कई ऐसे उद्यान हैं, जो दुनिया के बेस्ट पिकनिक स्पॉट्स के रूप में जाने जाते हैं।