जीवन की सबसे अनमोल संपत्ति की व्याख्या जब भी आती है, तो हमारे सामने केवल विद्या का नाम आता है। जी हां, विद्या एक ऐसा धन है, जिसे कभी भी कोई भी आपसे अलग नहीं कर सकता और न ही विद्या बांटी जाती है। विद्या का दान किसी भी व्यक्ति के लिए सबसे बड़ा दान होता है। विद्या का सही मायने में अर्थ ज्ञान और शिक्षा का आवागमन है। बुद्धि, ज्ञान और कौशल से जो मेल तैयार होता है, उसे विद्या का रूप कहा जाता है। आइए जानते हैं विस्तार से।
जीवन को सही दिशा मिलती है
ज्ञान से ही सारा संसार है और संसार को समझने के लिए जीवन को सही दिशा केवल ज्ञान के रास्ते से ही मिलती है। इसलिए आपके लिए बेहद जरूरी है कि जीवन में कहीं से भी मिलने वाले ज्ञान को समझने और अपनाने से परहेज न करें। हालांकि अगर आपके पास ज्ञान होगा, तो आप सही और गलत ज्ञान में भी अंतर भाप लेंगी, क्योंकि हर तरफ से मिलने वाली जानकारी ज्ञान नहीं होती है। ज्ञान का सही अर्थ यही है कि ऐसी जानकारी, जो आपको सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए सकारात्मक संदेश दें। जिस तरह हर चमकती चीज सोना नहीं होती, ठीक उसी तरह हर तरह की जानकारी ज्ञान नहीं होती है।
कर सकते हैं भविष्य की रचना
ज्ञान अर्पण है। ज्ञान समर्पण है। ज्ञान जीवन है और इसी मार्ग से होते हुए ज्ञान के माध्यम से आप अपने भविष्य का निर्माण खुद कर सकती हैं। अगर आपको इस बात का ज्ञान है कि आपको किस राह पर चलकर अपने जीवन और भविष्य को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाना है, तो आप अपने जीवन में ज्ञान के आधार पर अपने भविष्य की कर्ता-धर्ता बन सकती हैं। साथ ही उन लोगों के भविष्य की भी रचना कर सकती हैं, साथ ही उनका मार्गदर्शन कर सकती हैं, जो कि अपने रास्ते पर आगे बढ़ने के लिए अनजान है और आपसे सहायता चाहते हैं। इसलिए यह कहा जाता है कि शिक्षा आपका भविष्य उज्जवल कर सकती हैं।
सही और गलत की पहचान
जैसा कि हम आपको पहले बता चुके है कि ज्ञान होने पर ही हम सही और गलत रास्ते का चुनाव करते समय हमारे पैर डगमगाए नहीं। माता-पिता से मिले हुए ज्ञान, गुरुओं से मिले हुए ज्ञान, किताबों और दोस्तों से मिले हुए ज्ञान के आधार पर ही हम अपने जीवन में गलत और सही दिशा का चुनाव कर पाने में सक्षम होते हैं। अगर आपकी संगत सही नहीं होगी, तो आपको ज्ञान भी गलत मिलेगा।
खुद के बलबूते मिलेगी मंजिल
ज्ञान के बलबूते ही हम अपनी मंजिल तक पहुंच सकती हैं। आप अपने करियर में किस तरफ खुद को आगे बढ़ाना चाहती हैं, इसकी दिशा केवल ज्ञान के जरिए मिलती हैं। 11वीं और 12वीं के बाद किस क्षेत्र में अपना करियर बनाना है, यह भी हम ज्ञान के आधार पर ही प्राप्त करते हैं। अगर हमें अपनी पढ़ाई के भविष्य को लेकर किसी तरह की परेशानी होती है, तो हम किसी ऐसे ज्ञानी व्यक्ति का सहारा लेते हैं, जो कि हमारा मार्गदर्शन कर सकें। ज्ञान हमें आत्मविश्वास और हिम्मत देता है कि हम अपने जीवन के सभी लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें।
शोषण होने से बचाती है
ज्ञान के बलबूते ही हम खुद का शोषण होने से खुद की रक्षा कर पाते हैं। जब भी हमें इसका ज्ञान हो जाता है कि हमारे साथ जो हो रहा है, वो गलत हो रहा है, तो हम खुद के साथ गलत होने से खुद को बचा सकती हैं। यहां तक हम समाज और अपने घर में व्याप्त होने वाले शोषण से खुद की रक्षा कर सकते हैं।