अपनी कमाई से मुनाफा करने के कई रास्ते हैं। कुछ लोग सोना खरीदते हैं। कई लोग ऐसे होते हैं, जो कि प्रॉपर्टी में निवेश करने के फैसले को सही मानते हैं। इन सबके बीच फिक्स्ड डिपॉजिट और म्यूचुअल फंड में से किसी को निवेश के लिए सही माना जाए, यह हमेशा से सोच का विषय बन जाता है, क्योंकि अपनी मेहनत की कमाई से और अधिक कमाई करने का फैसला चुनौतीपूर्ण है। आइए जानते हैं फाइनेंस एक्सपर्ट हिना पांडे से कि फिक्स्ड डिपॉजिट और म्यूचुअल फंड कैसे एक सुरक्षित निवेश है।
क्या है फिक्स्ड डिपॉजिट की खूबी
फाइनेंस एक्सपर्ट हिना कहती हैं कि फिक्स्ड डिपॉजिट और म्यूचुअल फंड के अपने-अपने फायदे हैं। वह आगे कहती हैं कि फिक्स्ड डिपॉजिट छोटे समय के लिए बिना किसी खतरे के फायदेमंद साबित होती है। अगर कोई बिना किसी जोखिम के अपने पैसे को सुरक्षित रखना चाहता है, उसके लिए फिक्स्ड डिपॉजिट बेहतर पर्याय बनता है। फिक्स्ड डिपॉजिट के जरिए आप अपनी कमाई को 4 से 6 महीने या फिर एक साल से अधिक के लिए किसी बैंक में सुरक्षित रख सकती हैं। फिक्स्ड डिपॉजिट की समय अवधि पूरे होने के बाद इंटरेस्ट रेट के साथ आपको अपना जमा किया हुआ पैसा वापस मिल जाता है। इस वजह से फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट शुरू करने का फैसला आसान और उपयोगी होता है। दिलचस्प है कि आप छोटी से लेकर बड़ी रकम को सुरक्षित स्थान पर रख उससे फायदा कमा सकती हैं।
क्या है म्यूचुअल फंड के फायदे
म्यूचुअल फंड के जरिए आप शेयर बाजार के साथ गोल्ड में भी निवेश कर सकती हैं। म्यूचुअल फंड सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया के जरिए रेगुलेट किया जाता है। म्यूचुअल फंड के जरिए आप कम निवेश में कई सारे स्टाक ले सकते हैं। म्यूचुअल फंड में कोई भी निवेश कर सकता है। कम से कम 500 रुपए तक का निवेश कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड में रिस्क और मुनाफा दोनों ही ज्यादा होता है। शेयर मार्केट के मुनाफे और नुकसान के हिसाब से आपका भी फायदा और नुकसान तय होता है। फाइनेंस एक्सपर्ट हिना पांडे कहती हैं कि म्यूचुअल फंड के जरिए आप अपने जीवन के कई बड़े निवेश जैसे शिक्षा से जुड़े अहम फैसले ले सकती हैं।
घरेलू महिलाओं के लिए क्या है जरूरी
हिना का कहना है कि म्यूचुअल फंड और फिक्स डिपॉजिट दोनों ही घरेलू महिलाओं के लिए सही पर्याय है, क्योंकि अक्सर किसी न किसी निजी जरूरत के समय पैसे की कमी को म्यूचुअल फंड और फिक्स डिपॉजिट के जरिए पूरा किया जा सकता है, हालांकि फिक्स डिपॉजिट अगर 6 महीने के लिए बैंक में सुरक्षित रखा गया है, तो इसे आप अपने जरूरी काम के लिए इस्तेमाल कर सकती हैं, लेकिन अगर आप 1 या 5 साल के लिए फिक्स डिपॉजिट करवाती हैं, तो जरूरत के समय आपके लिए म्यूचुअल फंड काम आता है। अगर आपने जिस टारगेट के साथ म्यूचुअल फंड में निवेश किया है और वह पूरा हो जाता है, तो म्यूचुअल फंड से एग्जिट लेना चाहिए, लेकिन जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए।
यह भी ध्यान दें
हिना कहती हैं कि अगर आप अपनी कमाई को सुरक्षित रखना चाहती हैं, तो इसके लिए जरूरी है कि अपनी कमाई की छोटी राशि को फिक्स डिपॉजिट अकाउंट में सुरक्षित रखें और एक बड़ी राशि को म्यूचुअल फंड में निवेश करें। म्यूचुअल फंड जोखिम से भरा होने के बाद भी आपको एक अच्छी कमाई देकर जाता है। यह भी जान लें कि म्यूचुअल फंड बाजार से जुड़े निवेश हैं, यह वापसी की गारंटी नहीं देते हैं। देखा गया है कि पैसे गंवाने की संभावना म्यूचुअल फंड में कम रहती है। आप बाजार मूल्य के आधार पर कई क्षेत्रों में अपना पैसा निवेश कर सकती हैं।