आप एक आत्मनिर्भर महिला हैं और आपको अपने दम पर जिंदगी जीने की आदत है, यह बेहद अच्छी बात है. ऐसे में आपका यह भी सपना है कि बड़े शहर में आपका अपना एक घर हो और साथ ही आपकी यह भी चाहत है कि आपके अंदर जो ट्रेवलिंग करने वाली महिला छुपी बैठी है, उसे भी आप रोकना नहीं चाहती हैं, जाहिर सी बात है कि अगर आप घर खरीद लेती हैं और आप एक मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती हैं तो आपके लिए यह बेहद कठिन होगा कि आखिर आप घर खरीदने के बाद, ईएमआई देते हुए किस तरह से, अपने ट्रेवलिंग के शौक को भी न दबाएं, तो आज हम आपको इसके 5 रास्ते बताने जा रहे हैं, बस आपको जरूरत होगी, एक अच्छी प्लानिंग की और समझदारी की.
पहली नौकरी से सेविंग की आदत डाल लें
अगर आप उन लड़कियों में से एक हैं, जो जिंदगी में अपनी चाहतों को पूरा करते हुए घर लेना चाहती हैं, तो शुरू से ही सेविंग की आदत डालें, कई लड़कियां इस मिजाज की होती हैं कि अभी तो पहली नौकरी है, अभी तो सेविंग क्या करना है, ऐशो-आराम से जीना है, यह बात भी ठीक है, लेकिन जरूरी है कि आप भले ही पहली नौकरी में कम पैसे कमाती हों, लेकिन हर महीने उसमें से कम से कम 20 प्रतिशत की कमाई भूल जाएं और उसे सही जगह पर इन्वेस्ट करें, म्युचुअल फंड्स और SIP वाली स्कीम्स तो 500 रुपये से भी शुरू हो जाती हैं. जब धीरे-धीरे कमाई बढ़े, तो इन्वेस्टमेंट के तरीके भी बदलें, निश्चिततौर पर इससे आप साल में कम से कम दो ट्रिप्स करके आने में और साथ ही एक घर खरीदने के सपने को आसानी से पूरा कर लेंगी. ट्रेवलिंग के लिए कमाई का अपने 5 प्रतिशत निकालना शुरू से शुरू कर दें, क्योंकि याद रखें, जिंदगी एक बार मिली है और वह सिर्फ EMI भरने के लिए नहीं मिली है, इसलिए शुरू से ही घूमने के लिए पैसों को अलग से रखना शुरू कर दें.
सेविंग के नए ऑप्शन तलाशें
एक बात का ध्यान हमेशा रखें, आपके पेरेंट्स जिस तरह से जिंदगी जीते थे और उस वक़्त जो बाजार था, अब वह नहीं है, इसलिए पैसों को कहाँ और कैसे इन्वेस्ट करें कि रिटर्न मिले, इस पर पूरा रिसर्च करें और थोड़े रिस्क ही सही, पैसे बन सकते हैं, वैसे ऑप्शन तलाशें न कि ट्रेडिशनल तरीकों और स्कीम्स में फंसें, इससे आपके पैसों में धीरे-धीरे अच्छा ग्रोथ होता जायेगा. इक्विटीज के बारे में कसी विशेषज्ञों से पूछ कर इन्वेस्ट करने के तरीके पूछें.
किस लांग टर्म में पैसा डाल कर न छोड़ें
यह गलती आज की जेनरेशन की होकर हरगिज न करें, लांग टर्म वाले प्लान आपके किसी भी सपने को साकार नहीं करेंगे, कई सालों तक इन्वेस्ट करने के बाद, आपको सिर्फ निराशा ही हाथ लगने वाली है, इसलिए जरूरी है कि किसी भी लांग टर्म इन्वेस्टमेंट में न फंसें, बल्कि मॉडर्न और विश्वसनीय तरीकों को आजमाएं.
हर लक्ष्य के लिए अलग अकाउंट
हम यहाँ आपको यह नहीं कह रहे हैं कि आपको किसी बैंक में ढेर सारे अकाउंट खोलने हैं, बल्कि आपको अपने लक्ष्य के अनुसार, आपकी जो भी आय है, उसको बाँट लेना है, जैसे घूमने फिरने के लिए निवेश, घर के खर्चे, बाकी के खर्चे, घर की ई एम आई के खर्च, ऐसा अगर आप हर महीने निर्धारित कर लेंगी, तो आपके लिए बेस्ट होगा, इससे आप अत्यधिक खर्च करने से भी बचेंगी और अगर आपको ट्रेवलिंग पर भी जाना है, तो वहां भी बेमतलब के खर्च नहीं करेंगी. ट्रेवलिंग करने का मतलब शॉपिंग नहीं है, सो कहीं भी घूमने जाएं, तो अपनी शॉपिंग हैबिट को रोक दें. आप जैसे हर महीने ग्रॉसरी और बाकी चीजों के लिए बजट निर्धारित करती हैं, हर महीने ट्रेवलिंग के लिए भी करें, इससे एक बार में ही जब आपको कहीं घूमने जाना होगा, तो परेशानी नहीं होगी, आपके पास इसका बजट पहले से ही होगा.
शॉपिंग पर कंट्रोल
आपको सबकुछ एक साथ नहीं मिल सकता है, थोड़ा धैर्य रखना होगा, सो, अगर आपको सबसे अधिक मजा घूमने में आता है, तो हर समय शॉपिंग करने वाली आदत को छोड़ दें, वरना आपका बजट ख़राब हो जायेगा.