पेंशन योजनाओं का सीधा लाभ यही होता है कि कैसे आप उम्र के उस पड़ाव पर खुद दे लिए पैसा सुरक्षित रखते हैं, जब आपको सबसे जरूरत है। आप यह भी कह सकती हैं कि पेंशन योजनाओं के साथ आपको जीवन निर्वाह करने के लिए आर्थिक साथी मिल जाता है। आपके लिए यह जानना जरूरी है कि आखिर क्यों आपके लिए पेंशन योजनाएं जरूरी है। पेंशन योजना से निवेश करने और उससे बचत करने का एक मौका मिलता है, जो कि उम्र के एक पड़ाव पर नियमित आय बन जाती है। आइए विस्तार से जानते हैं कि कैसे वित्तीय स्वतंत्रता के लिए पेंशन योजना एक महत्वपूर्ण कदम है।
पेंशन योजनाओं के प्रकार
भारत में कई प्रकार की पेंशन योजनाएं हैं। इसलिए किसी भी प्लान को लेने से पहले उसके बारे में बारीक से बारीक जानकारी होना आवश्यक है। पेंशन योजनाओं के कई प्रकार होते हैं। एक पेंशन योजना रिटायरमेंट के बाद मिलती है। एक पेंशन योजना ऐसी भी होती है, जहां पर आप 5, 10 या फिर 15 और 20 साल के आधार पर पेंशन योजना ली जाती है। वार्षिक पेंशन योजना के अंतर्गत एक विशिष्ठ वर्ष पूरा होने के बाद 60 से 70 साल की आयु के बीच पेंशन की रकम मिलती है। वहीं कई जगह पर जीवन वार्षिक पेंशन योजना मिलती है. जहां पर आपको मृत्यु के पहले और मृत्यु के बाद जीवनसाथी को मिलती है। इस योजना के साथ आप अपने बाद भी जीवनसाथी के भविष्य को सुरक्षित करती है। राष्ट्रीय पेंशन योजना और कर्मचारी भविष्य निधि बड़े तौर पर अपनाई जाने वाली पेंशन योजना है।
कैसे चुने खुद के लिए सबसे अच्छी पेंशन योजना
आप अगर खुद के लिए एक अच्छी पेंशन योजना जानना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इसके लिए सबसे पहले आपको खुद की वित्तीय प्लानिंग पर ध्यान देना होगा। आपको यह जानना होगा कि आप किस आधार पर खुद के लिए पेंशन योजना लेने की एक सटीक योजना बना सकती हैं। आपको यह भी तय करना होगा कि आप खुद के रिटायरमेंट के बाद कितनी पेंशन पाना चाहते हैं। आप अपने हर महीने के मासिक खर्च से इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि रिटायरमेंट के बाद आपको कितनी राशि की आवश्यकता हो सकती है। साथ ही अपनी तय की हुई राशि से कुछ अधिक राशि भी आपको रिटायरमेंट के पैसों में जोड़नी होगी। जाहिर सी बात है कि वक्त के साथ आपके खर्चों में बढ़त भी हो सकती है। यह भी याद रखें कि आपकी उम्र बढ़ने के साथ राशि भी बढ़ेगी। जब भी आप कोई भी पेंशन योजना लेने जाते हैं, तो आप उससे जुड़ी सारी शर्त और जानकारी को भी पढ़ लें। किसी की सलाह पर पेंशन योजना न लें। बल्कि आप अपनी जरूरत और आर्थिक दशा के आधार पर ही खुद के लिए पेंशन योजना ले सकती हैं। आप किसी एक्सपर्ट से इस बारे में जानकारी ले सकती हैं।
जानते हैं क्या पेंशन योजना का फायदा
पेंशन योजना आपके वित्तीय आजादी के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है। रिटायरमेंट के बाद भी पेंशन योजना आपके लिए आर्थिक बल लेकर आती है, जो कि हर महीने एक तय की गई आय के तौर पर आपके काम आती है। आइए जानते हैं कैसे।
1-मिलते हैं गारंटी पैसे
पेंशन योजना के साथ रिटायर होने के बाद आप एक स्थिर आय पा सकती हैं, लेकिन यह सब आपके निवेश पर निर्भर करता है। आपके रिटायरमेंट के बाद आपको आर्थिक तौर पर स्वतंत्र रखने का रास्ता दिखाता है।
2- टैक्स में मिलता है लाभ
कई पेंशन योजनाएं ऐसी होती हैं, जिसके जरिए आपको टैक्स में भी छूट मिलती है। जैसे अटल पेंशन योजना और राष्ट्रीय पेंशन योजना लेने पर आपको टैक्स में राहत मिलती है।
3- आयु का रखें ध्यान
एक उम्र के बाद आपको पेंशन योजना का लाभ मिलने लगती है। जैसे कि अधिकांश पेंशन योजनाएं ऐसी हैं, जहां पर आयु 50 से 55 के करीब रखी गई है, जो कि 70 साल के आयु तक जा सकती है। उदाहरण के तौर पर आप अगर 30 साल की उम्र में निवेश करना शुरू कर सकती हैं। आप इस निवेश को 60 साल की उम्र तक जारी रख सकती हैं।
4- अवधि और भुगतान
पेंशन की एक अवधि भी होती है। आपको यह भी जानना जरूरी है कि कितने साल तक के लिए आपको पेंशन के लिए पैसे जमा करने हैं। अगर हम आपको अंदाजा बताते हैं, तो 60 साल से 75 साल की उम्र में पेंशन पाने के लिए आपको इसके लिए भुगतान 15 साल तक लगातार करना होगा।
5- कभी न करें बंद
पेंशन योजना को बीच में बंद कर देना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। पेंशन योजमा को सरेंडर करना गलत कदम है। आप इसके चलते आयगकर विभाग और जीवन बीमा, जैसी कई सुविधाओं से पीछे हटना होगा।
6- पेंशन योजना शुरू करने से पहले आर्थिक गणित
सबसे पहले यह तय करना है कि पेंशन योजना के लिए आपको हर महीने कितने पैसे जोड़ने हैं। पैसे भुगतान की अवधि क्या है, साथ ही आप हमेशा किसी भी तरह की पेंशन योजना शुरू करने से पहले अपने आर्थिक गणित को टटोल लें। उसी के अनुसार प्लान तैयार करें कि हर महीने पेंशन के लिए आपको कितनी राशि जमा करानी है।
7-इमरजेंसी का रखें ध्यान
साथ ही अपनी निवेश की आवश्यकताओं को सुनने के बाद ही किसी भी प्रकार की पेंशन योजना लें। आपके वर्तमान के खर्च पर भी फोकस करें। साथ ही चिकित्सा से जुड़ी इमरजेंसी के वक्त के लिए भी पैसे जमा करें। कई पेंशन योजनाएं ऐसी होती है, जिसे आप रिटायरमेंट के पहले नहीं इस्तेमाल कर सकती हैं। आप 60 साल की उम्र से पहले अपना अकाउंट बंद कर सकती हैं, लेकिन अकाउंट से पैसे नहीं निकाल सकती हैं।
पेंशन योजना के लिए जरूर याद रखें पात्रता
पेंशन योजना प्राप्त करने के लिए आपको कुछ जरूरी नियमों का भी ध्यान रखना होगा। पेंशन योजना पाने के लिए आपके पास सबसे पहले जमा करने के लिए पैसे होने चाहिए। आपको अपनी पगार का कुछ भाग पेंशन के लिए रखना होगा। पेंशन योजना के लिए एक प्रवेश आय़ु होती है। यह 18 से 65 साल के बीच की हो सकती है। भारत में पेंशन योजना लेने के लिए भारत की नागरिकता होनी चाहिए। आधार कार्ड या पासपोर्ट होना चाहिए। इसी के आधार पर आप पेंशन योजना के लिए पात्र हो सकते हैं। अगर आप नौकरी पर हैं, तो रोजगार की स्थिति में आप खुद के लिए कर्मचारी भविष्य निधि ( ईपीएफ) और राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली ( एनपीएस) आपके लिए फायदेमंद साबित होंगे। इसके साथ ही पेंशन योजना प्राप्त करने के लिए आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र के साथ आयु प्रमाण पत्र में 10वीं और 12 वीं कक्षा के मार्कशीट, पासपोर्ट साइज फोटो, पते का प्रमाण पत्र देने के लिए बैंक स्टेटमेंट, किराए की कॉपी और बिजली बिल के साथ अन्य जरूरी जानकारी होना आवश्यक है। कई मामले ऐसे होते हैं, जहां पर मेडिकल रिपोर्ट की भी जरूरत होती है, इसके लिए आपको मेडिकल जांच से भी गुजरना होता है।
35 से 40 साल की उम्र में पेंशन योजना लेने के लिए गाइडलाइन्स
अगर आप 35 साल से 40 साल की उम्र के बीच या इसके बाद पेंशन योजना लेना चाहती हैं, तो इसके लिए आपको कुछ जरूरी बातों का अवश्य ध्यान रखना चाहिए। आपको इसके लिए अपने हर महीने की कमाई का आधा बचत करना होगा, लेकिन बढ़ती हुई महंगाई में कमाई का आधा हिस्सा बचाना आसान नहीं है। आप इसके लिए अपनी आय बढ़ाने का कोई जरिया खोज सकते हैं। ऐसी नौकरी की तलाश कर सकते हैं, जहां पर आपकी कमाई पहले के मुकाबले अधिक हो। साथ ही आपको क्रेडिट कार्ड से खुद को दूर रखना चाहिए और किसी से किसी काम के लिए उधारी भी नहीं लेनी चाहिए। अपने खर्चों को कम करने की कोशिश करनी चाहिए। साथ ही आप निवेश में अपना फोकस बढ़ा सकती हैं। आप इसके लिए किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट की मदद ले सकती हैं। किसी जानकार से बातचीत कर आप खुद के लिए महीने के आधार पर आर्थिक योजना बना सकती हैं और उसी के हिसाब से निवेश, बचत और खर्च कर सकती हैं। निवेश की बात की जाए, तो म्यूचुअल फंड, एफडी और पीपीएफ सबसे अच्छे पर्याय माने गए हैं।
वाकई, पेंशन योजनाएं आपके भविष्य को आर्थिक तकलीफ से सुरक्षित रखने के लिए सबसे अच्छा तरीका है, जो 60 साल की उम्र के बाद यानी कि आपके बुढ़ापे की लाठी बन सकता है।