मुझे पैसे कमाने की क्या ज़रूरत है, मेरे पति का बैंक बैलेंस हैं न! मैं तो पापा की लाड़ली हूं, जब कहूंगी, पापा पैसे दे देंगे. मुझे फ़िक्र करने की क्या ज़रूरत है? ऐसी बातें अमूमन हम लड़कियां कहती रहती हैं. बिना ये सोचे हुए कि लड़कियों की आत्मनिर्भरता सिर्फ़ बातों में नहीं, बल्कि फ़ायनांस मैनेजमेंट में भी मायने रखती है. यह बात आपको मालूम होनी ही चाहिए कि आप भले ही ख़ूब ऐशो-आराम की ज़िंदगी जिएं, आप पैसे कमाती हों या फिर न भी कमाती हों, लेकिन अपने फ़ायनांस को मैनेज करने के गुर आपको आने ही चाहिए. आइए जानें, कैसे आप अपने फ़ायनांस को अच्छी तरह मैनेज कर सकती हैं…
फ़ायनांस एक्स्पर्ट सिर्फ़ पुरुष हो सकते हैं, बदलिए इस सोच को
फ़ायनांस के मामलों में एक्स्पर्ट विवेक का कहना है कि महिलाओं को हमेशा यह ग़लतफ़हमी रहती है कि कौन जाए फ़ायनांस के बारे में समझने, यह काफ़ी पेंचीदा काम है. बेहतर है, घर के पुरुष ही इसमें दिमाग़ लगाएं. लेकिन इस सोच को पूरी तरह से बदलने की ज़रूरत है. आप पैसे को कहां और कैसे इन्वेस्ट कर सकती हैं. इस बात की पूरी जानकारी आपको होनी चाहिए. इंटरनेट के अलावा किसी फ़ायनांशियल एक्स्पर्ट से इस बारे में विस्तार से बात करनी चाहिए. म्यूचुअल फ़ंड, पीपीएफ़ जैसी चीज़ों के बारे में वन हैंड जानकारी होनी ही चाहिए और उसी तरह से पैसों को निवेश करना चाहिए. आप महीने के 500 रुपये निवेश करने से भी शुरुआत कर सकती हैं.
घर के ख़र्चों से अलग निवेश
लड़कियों या महिलाओं को हमेशा इन बातों का ख़्याल रखना चाहिए कि आप अगर शादीशुदा हैं तो सबसे पहले इस बात को एकदम स्पष्ट रखें कि आपको अपना पैसा, घर के ख़र्चों का पैसा एकदम अलग रखना है. महिलाओं को ऐसा लगता है कि बैंक अकाउंट में पैसे जमा रखने से वह सिक्योर रहते हैं, लेकिन उन्हें इस सोच से बाहर निकलने की ज़रूरत है. घर के ख़र्चों के साथ-साथ, आपको अपने लिए कैसे पैसे सेव करने हैं, इसके बारे में सोचें. और इन पैसों को किसी भी शौक़ की चीज़ों में ख़र्च करने के बारे में नहीं, बल्कि निवेश करने के बारे में सोचें. अपने पति या पिता से हक़ से कहें कि आप निवेश करना चाहती हैं और उस हिसाब से वे आपको पैसे दें या फिर अगर आप कमाती हैं तो घर की पूरी ज़िम्मेदारी अपने कन्धों पर उठा लेने की ज़रूरत नहीं है. आपको गंभीरता से अपने भविष्य के बारे में सोच कर चलना चाहिए, अपनी कमाई का कम से कम 20 प्रतिशत हिस्सा आप भूल जाएं और उसे कहीं सही जगह पर निवेश करें.
सिर्फ़ सोना ही सबकुछ नहीं
कई महिलाएं इस ग़लतफ़हमी में भी रहती हैं कि मेरे पास तो इतना सोना है, मैं तो सिक्योर हूं. हां, सोना भविष्य के लिए अच्छा है. लेकिन सिर्फ़ उस पर ही निर्भर होना सही नहीं है. इसे अगर पीढ़ी-दर पीढ़ी अपने परिजनों को सौंप दिया जाता है तो यह बिल्कुल ज़रूरी नहीं कि यह आपके किसी काम आए. साथ ही, इसपर, परिवार वालों की भी नज़रें रहती हैं तो यह आपकी सम्पति यह कम, पारिवारिक सम्पति ज़्यादा होता है. इसलिए निवेश के दूसरे विकल्प भी तलाशें. और अगर सोने में ही इन्वेस्ट कर रही हैं तो, कभी भी भूल कर, घर के पुरुष सदस्य पर अत्यधिक भरोसा करके, उनके हाथों में कमान देने की ज़रूरत नहीं है. बैंक के लॉकर में सोना रखें और ख़ुद उसकी ज़िम्मेदारी लें.
कभी सबसे ज़ाहिर न करें अपनी आमदनी
यह बात बहुत अधिक प्रैक्टिकल है, लेकिन अमानवीय लग सकती है. पर बात जब फ़ायनांस की आती है तो आपको लाइफ़ को लेकर प्रैक्टिकल अप्रोच रखना ज़रूरी है. फ़ायनांस एक्स्पर्ट विवेक स्पष्ट शब्दों में कहते हैं कि फिर चाहे वह आपके भाई-बहन, पति, सास-ससुर, माता-पिता कोई भी हों, अपनी पूरी आमदनी, निवेश इन चीज़ों के बारे में लड़कियों को कभी परिवार को नहीं बताना चाहिए, क्योंकि कई बार लड़कियां इमोशनल होकर निर्णय लेती हैं और फिर उनके अपने भविष्य के लिए उनके पास कुछ भी नहीं बचता है.
हर निवेश में नॉमिनी बनें और सोच समझ कर ही नॉमिनी बनाएं
यह बात भी ख़ुद को फ़ायनांशियली स्ट्रॉन्ग रखने के लिए ज़रूरी है कि आपके पति या पिता के जो भी निवेश हैं, उनके नॉमिनी में आपका नाम ज़रूर हो. साथ ही, आप जिसको नॉमिनी बना रही हैं, उसके बारे में भी कई बार सोच लें. यह भी महत्वपूर्ण स्टेप है, जिस पर हमारा ध्यान नहीं जाता है. लेकिन इसके बारे में सोचना बेहद ज़रूरी है.
किचन के डिब्बों में और चुकियों में रखने से पैसा नहीं बढ़ेगा
अमूमन यह दादी-नानी का बताया हुआ नुस्ख़ा है कि अलमारी में किसी एक जगह पर पैसे छुपा कर रख दिए जाएं तो इससे पैसे बढ़ते हैं. इस सोच से भी बाहर निकलें, अब दौर केवल बचाने का नहीं है, बढ़ाने का भी है. शौक़ और नॉस्टाल्जिया अपनी जगह है, लेकिन पैसों के मामले में ऐसे हल्के नुस्ख़े आज़माने का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि मुसीबत कभी बोल कर नहीं आती है. कभी बुरे दौर में आपको किसी के सामने हाथ न फैलाना पड़े इसके लिए सही जगह निवेश करें. आजकल कई सरकारी निवेश के तरीक़े भी महिलाओं को ध्यान में रख कर तैयार किए जा रहे हैं, आप उनके बारे में अच्छे से जानें और फिर निर्णय लें.
ज़मीन के काग़ज़ात का ध्यान रखें
ज़मीन से जुड़े काग़ज़ात भी ध्यान से पढ़ें, कहीं भी साइन करने से पहले काग़ज़ात को अच्छे से देखें और तभी साइन करें. किसी पर भी अंधविश्वास हरगिज़ न करें. इस बात को गांठ बांध लें कि पैसों के मामले में बहुत सेल्फ़ सेंटर्ड होकर सोचना ग़लत नहीं है, क्योंकि यह आपके भविष्य की सिक्योरिटी की बात है.