वित्तीय स्वतंत्रता एक तरह से आजादी है युवाओं के लिए। युवा वर्ग अपने भविष्य में वित्तीय चिंताओं से मुक्ति पाने के लिए वित्तीय स्वतंत्रता के मार्ग पर चलता है। वित्तीय स्वतंत्रता यह एक ऐसा मायावी शब्द है, जो कि बीते कई दशक से लगातार लोगों के बीच लोकप्रिय हुआ है। रिटायरमेंट के बाद की आर्थिक समस्याओं से निपटने के लिए युवा वर्ग अपनी कमाई में से एक राशि को जमा करते हुए उसे भविष्य को आर्थिक परेशानियों से दूर रखने के लिए एक बड़ी कोशिश है, जो कि वित्तीय स्वतंत्रता कहलाती है, आइए इस संबंध में जानते हैं विस्तार से।
जानिए क्या है वित्तीय स्वतंत्रता और समझें विस्तार से
वित्तीय स्वतंत्रता का अर्थ है कि एक स्थायी अवधि तक एक सरल जीवन शैली जीने की आजादी है। जाहिर सी बात है कि वित्तीय स्वतंत्रता का मतलब यही है कि भविष्य में जो भी करना चाहते हैं, उसके लिए आर्थिक आजादी जरूरी है। इसलिए ही वित्तीय स्वतंत्रता की योजना बनाई जाती है। अगर सरल भाषा में समझें, तो आपके पास अपना जीवन यापन करने के लिए पर्याप्त पैसा हो, हालांकि हर व्यक्ति के लिहाज से वित्तीय स्वतंत्रता विभिन्न प्रकार की होती है। वित्तीय स्वतंत्रता पाने के लिए आपके पास एक मजबूत योजना का होना जरूरी है। एक मजबूत योजना के बलबूते ही आप वित्तीय स्वतंत्रता को पा सकती हैं।
बनाएं वित्तीय योजना के लिए लक्ष्य
आप अगर खुद के लिए वित्तीय स्वतंत्रता की योजना बना रही हैं, तो इसके लिए आपके पास एक लक्ष्य होना चाहिए। बिना लक्ष्य निर्धारित किए हुए आप किसी भी प्रकार की किसी भी योजना को आगे नहीं बढ़ा सकती हैं। वित्तीय योजना का लक्ष्य बनाते हुए आप रिटायरमेंट के बाद भी आराम से अपने पैसे की सेविंग करते हुए आर्थिक स्वतंत्रता हासिल कर सकती हैं। इसके लिए आपको एक लक्ष्य निर्धारित करता होगा कि वर्तमान में किस तरह आपको अपना पैसा खर्च करना है और कैसे इसकी बचत करनी है, ताकि आज पैसे के लिए बनाए गए बंधन भविष्य में वित्तीय स्वतंत्रता ला सकती है। आपके पास इसकी भी साफ तौर पर जानकारी होनी चाहिए कि रिटायरमेंट के बाद आपके लिए किस तरह का आरामदायक जीवन बनाना है। इसका भी लक्ष्य निर्धारित करें कि वहां तक पहुंचने के लिए आपको कितने धन की आवश्यकता होगी।
फंड तैयार करने का महत्व
वर्तमान में इससे कोई भी फर्क नहीं पड़ता है कि आप आर्थिक तौर पर कितने सुरक्षित और स्थिर हैं। कई बार ऐसे हालात भी होते हैं, जब आपकी वित्तीय स्थिरता को पटरी से उतार सकती है। कई बार अचानक से कई सारे आपातकालीन हालात सामने उपस्थित हो जाते हैं, जिससे वित्तीय समस्या खड़ी हो सकती है। स्वास्थ्य आपात स्थिति, अर्थव्यवस्था में व्यवधान और पूरी तरह से कोई बीमारी के दौरान की आपात स्थिति अचानक से आपके सेविंग्स को झटका दे सकती है, जो कि आपके लिए वित्तीय तौर पर बड़ा व्यवधान पैदा कर सकती हैं। आप यह भी कर सकती हैं कि स्वास्थ्य बीमा के साथ आपातकालीन निधि जैसे अनिवार्य फंड आपको जीवन की अनिश्चित और दुर्भाग्यपूर्ण हालातों से बचाने में अहम भूमिका निभाती है। आप बैंक में भी अपनी सेविंग्स को जुटाते हुए आपातकालीन हालातों में इसका इस्तेमाल कर सकती हैं।
जरूरी है कि कोई कर्ज न हो
वित्तीय स्वतंत्रता में सबसे बड़ी रुकावट कर्ज के कारण आती है। अगर आप कर्ज में डूबी हुई हैं, तो वित्तीय स्वतंत्रता के बारे में सोचना आपके लिए किसी भी तरह का फायदा नहीं पहुंचा सकती है। जान लें कि वित्तीय स्वतंत्रता के बिल्कुल विपरीत कर्ज में रहना होता है। कर्ज को निपटाते हुए आप वित्तीय स्वतंत्रता का स्वाद नहीं चख पायेंगी। हर किसी के लिए ऋण-मुक्त जीवन पर विचार करना जरूरी होता है। क्रेडिट कार्ड का उपयोग भी आपके वित्तीय स्वतंत्रता की आजादी को खत्म कर देगा। इसलिए किसी भी तरह का कर्च फिर चाहे वो बैंक का लोन हो या फिर किसी बाहरी व्यक्ति से लिया गया कर्ज। यह आपके लिए कष्टदायक बन सकता है। कर्ज पर जीवन जीना आपकी क्षमता को मुश्किल में डाल सकता है। इसलिए दीर्घकालीन वित्तीय स्थिरता के लिहाज से पूरी तरह कर्ज मुक्त होना अच्छा होता है।
जल्द निवेश की करें शुरुआत
वित्तीय स्वतंत्रता के लिए निवेश की भी जल्द शुरुआत करनी होती है। महंगाई के बढ़ते हुए दौर में निवेश करना आसान नहीं है। इसलिए आपको जल्द से जल्द निवेश शुरू करने की जरूरत है। अगर आप केवल पैसा बचाने पर ध्यान दे रहे हैं, तो भविष्य में उस पैसे की कीमत कम हो जाती है। यह आपको आर्थिक तौर पर ठेस पहुंचा सकता है, लेकिन अगर आप अपना पैसा लगातार किसी तरह के सेविंग्स या फिर म्यूचुअल फंड में निवेश करती हैं, तो इससे आपको ब्याज का फायदा होता है। इस तरह से आप अपनी शुरुआत की निवेश राशि को बढ़ा सकती हैं। निवेश करना आर्थिक स्वतंत्रता के लिहाज से महत्वपूर्ण है।
एक बजट पर रहने की कोशिश करें
वित्तीय स्वतंत्रता पाने के लिए आपके पास निर्धारित लक्ष्य होने के साथ एक तय बजट भी होना चाहिए और उसी के हिसाब से पैसों को खर्च करें। एक तय बजट होने के साथ आप हर बार एक तय अमाउंट के साथ ही खर्च करेंगी। आप अपने बजट को 3 तरह से विभाजित भी कर सकती हैं। आपके लिए कितना पैसे हर महीने अनिर्वाय है, आपकी बचट कितनी है और बजट को लेकर आपकी क्या चाहत है, यह सभी बहुत ही मायने रखता है।
जरूरी है वित्तीय सलाहकार
अगर आप किसी भी वित्तीय आजादी की प्लानिंग करना चाहती हैं, तो इससे जुड़ी सारी जानकारी के लिए आपके पास वित्तीय सलाहकार का होना जरूरी है। बिना किसी जानकार के सलाह के आप वित्तीय स्वतंत्रता के लक्ष्य. निर्धारित नहीं कर पायेंगी और आपकी हर बार की योजना विफल हो सकती है। साथ ही जानकार की मदद से आप अपनी आर्थिक प्लानिंग के साथ निवेश कर सकती हैं। साथ ही आपको लंबे समय तक धन सुरक्षित रखने में भविष्य में मददगार साबित हो सकती है।
निवेश करने की आदत है जरूरी
भविष्य में वित्तीय स्वतंत्रता पाने के लिए निवेश करने की आदत का होना भी जरूरी है। जी हां, इसके लिए आपको कुछ पैसे को निवेश में शामिल करना चाहिए। आप इसके लिए बैंक में हर महीने अपनी पगार का छोटा सा हिस्सा सुरक्षित कर सकती हैं। साथ ही लंबे समय के लिए कुछ पैसे को फिक्स भी कर सकती हैं। आप गोल्ड और जमीन से जुड़े निवेश के लिए भी योजना बना सकती हैं, निवेश करने का फायदा यह भी होता है कि आपातकालीन स्थिति के समय भी निवेश में से पैसे निकालकर आप अपनी आर्थिक समस्या को दूर कर सकती हैं। निवेश करने से आपको कभी-भी किसी से वित्तीय सहायता मांगने की जरूरत नहीं पड़ती है।
समझदार निवेशक बनें
वित्तीय स्वतंत्रता पाने के लिए आपको एक समझदार निवेशक बनना चाहिए। माना जाता है कि एक समझदार निवेशक ही वित्तीय आजादी को हासिल करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा सकती है। समझदार निवेशक बनने के लिए आपको निवेश से जुड़ी किताबें पढ़नी चाहिए या फिर एक्सपर्ट से बात करनी चाहिए, जिनके पास बाजार और निवेश का अनुभव हो। कई जगह से अनुभव लेने के बाद और अच्छी तरह से पड़ताल करने के बाद ही आपको निवेश के लिए रास्ता चुनना चाहिए, क्योंकि गलत जगह किया गया निवेश आपको आर्थिक तौर पर बलवान बनाने की जगह कमजोर बना देता है।
सीखना न छोड़ें
वित्तीय स्वतंत्रता पाने के लिए सीखना जारी रखें। आप किताबों के जरिए या फिर अखबार के जरिए खुद को वित्तीय जानकारी से अवगत रखें। इससे आप खुद को लगातार वित्तीय जानकारी से अवगत रख सकते हैं और आप खुद के लिए कई तरह की वित्तीय योजना भी बना सकती हैं। आप इस बात की भी जानकारी लेते रहे हैं कि किस तरह आप अपने निवेश को सुरक्षित बना सकती हैं। आर्थिक तौर पर खुद को मजबूत बनाने के लिए और भविष्य में खुद को पैसे के लिहाज से सुरक्षित रखने के लिए निवेश पर ही सारा फोकस होता है।
खर्च कम करना
वित्तीय स्वतंत्रता पाने के लिए आपको खर्च कम करना होता है। जी हां, आपको खुद के खर्च पर संयम रखना होगा। ऐसा नहीं है कि आप जरूरी चीजों पर खर्च न करें, लेकिन उन आदतों पर विराम लगाना भी जरूरी है, जो कि आपके खर्च के बैग को भारी करती है। आप को अपने खर्च पर कंट्रोल कैसे करना है, इसके लिए आपको सबसे पहले योजना बनानी जरूरी है।