आप कितना कमा रही हैं, इससे अधिक मायने यह बात रखती है कि क्या आपने अपने कमाए हुए पैसों को ठीक से निवेश किया है, इसलिए यह जानना जरूरी है कि बैंक अकाउंट में सिर्फ पैसे रखने से कुछ नहीं होगा, आपको इसकी जानकारी लेनी होगी, आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
यूलीप
एक महत्वपूर्ण जानकारी आपके लिए यह भी है कि अगर आप लम्बे समय के लिए बिलकुल सुरक्षित तरीके से अपने पैसे रखना चाहती हैं तो आपको यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लांस यानी कि यूलिप में भी निवेश करना चाहिए, क्योंकि यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लांस निवेश के ऊपर आपको 7-8 प्रतिशत ब्याज के साथ रिटर्न देती है। इनके अन्दर जोखिम न के बराबर होता है।
इंडेक्स फंड्स
अगर इंडेक्स फंड्स की बात की जाए, तो यह भी एक महत्वपूर्ण फंड्स हैं, जिसके बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए। आपको यह भी जानकारी होनी चाहिए कि इंडेक्स फंड म्यूचुअल फंड का एक रूप है, जो निष्क्रिय रूप से प्रबंधित होता है और लंबी अवधि के निवेशकों के लिए सबसे उपयुक्त होता है। एक जानकारी और रखें कि इंडेक्स फंड विविधीकरण प्रदान करते हैं, क्योंकि आप एक समय में कई कंपनियों या उद्योगों में निवेश करते हैं। यदि फंड के भीतर एक कंपनी खराब प्रदर्शन करती है, तो पोर्टफोलियो के अंदर की अन्य कंपनियां घाटे की भरपाई कर सकती हैं। एक जानकारी आप और रखें कि आप अपने नियोक्ता-प्रायोजित सेवानिवृत्ति योजना या अपने ब्रोकरेज खाते के माध्यम से इंडेक्स फंड खरीद सकती हैं।
स्टॉक्स
सबसे पहले बात करें, तो इन दिनों स्टॉक मार्केट एक अच्छा तरीका हो चुका है कि हम स्टॉक में अपने पैसों को अगर सही तरीके से निवेश करें, तो हमें इसका काफी मुनाफा हो सकता है। स्टॉक निवेश की खास बात यह है कि आपको इसका ख्याल रखना है कि मार्केट कैसा है और उस अनुसार आपको स्टॉक खरीद लेना है, दरअसल, जब आप स्टॉक खरीदते हैं, तो इन्हें अक्सर इक्विटी कहा जाता है और फिर एक सार्वजनिक कंपनी में स्वामित्व के शेयर प्राप्त होते हैं। फिर होता यह है कि जैसे-जैसे कंपनी बढ़ती है और अधिक मुनाफा कमाती है, आपके स्टॉक के शेयरों का मूल्य बढ़ जाता है और इस तरह आपको यह लाभ पहुंचा देता है। गौर करें, तो कई तरह के स्टॉक होते हैं, जैसे ग्रोथ स्टॉक वाली कंपनियां होती हैं, जो अपने राजस्व, नकदी प्रवाह और कमाई को अपने समकक्षों की तुलना में कहीं अधिक दर पर बढ़ा रही हैं। फिर बात आती है मूल्य स्टॉक की, जो कि अक्सर कंपनी के नियंत्रण से बाहर बड़े बाजार विकास के कारण, पूरी तरह से ठोस और स्वस्थ सार्वजनिक कंपनियों के शेयर की कीमतें जहां होनी चाहिए, उससे काफी नीचे गिर जाती हैं। जब किसी स्टॉक की कीमत इस तरह कम होती है, लेकिन उसके बिजनेस फंडामेंटल अच्छे होते हैं, तो इसे वैल्यू स्टॉक कहा जाता है। फिर आता है लाभांश स्टॉक, यह एक ऐसा फायदेमंद स्टॉक है, जो भरोसेमंद लाभांश का भुगतान करने वाली कंपनियों को शेयरधारक को आय का एक स्थिर प्रवाह प्रदान करने के रूप में देखा जाता है। साथ ब्लू-चिप स्टॉक के महत्व को भी ऐसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। जी हां, ये बड़ी, स्थापित सार्वजनिक कंपनियों के स्टॉक होते हैं, जिनका एक निश्चित और निर्धारित ट्रैक रिकॉर्ड और नियमित लाभांश होता है, जो काफी अच्छा भुगतान देता है और इसका अपना बाजार में अच्छा इतिहास रहता है। एक बात याद रखें, स्टॉक खरीदने या बेचने के लिए आपको एक खाते की जरूरति होती है, जो कर-सुविधा वाले खाते जैसे व्यक्तिगत सेवानिवृत्ति खाता (आईआरए) या कर योग्य ब्रोकरेज खाते का विकल्प के माध्यम से चुने जा सकते हैं।
बॉन्ड्स
जहां तक बात बॉन्ड्स की अगर की जाए, तो किसी भी तरह से इसमें निवेश करने में कोई परेशानी नहीं होती है। बॉन्ड्स आपको निश्चित रूप से आय देती है। बॉन्ड्स की बात करें, तो निश्चित आय वाले फंड्स प्रोजेक्ट्स हैं, जो निगम और सरकारें परियोजनाओं को निधि देने के लिए धन जुटाने के लिए जारी करती हैं। तो ऐसे में जब आप कोई बांड खरीद रही होती हैं, तो आप जारीकर्ता को पैसा उधार देती हैं। और फिर बदले में, बांड जारीकर्ता आपको ब्याज का भुगतान करता है और, एक बार जब बांड अपनी परिपक्वता तिथि तक पहुंच जाता है, तो जारीकर्ता आपका मूल निवेश वापस कर देता है। बॉन्ड स्टॉक की तुलना में कम जोखिम वाले होते हैं, लेकिन वे कम रिटर्न भी देते हैं। यदि ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो बांड कम मूल्यवान हो जाते हैं, क्योंकि नए बांड उच्च दरों की पेशकश करते हैं। आपको एक बात यह भी याद रखने की जरूरत है कि बांड खरीदने के लिए, आप उन्हें सीधे जारीकर्ता से खरीद सकते हैं या फिर आप उन्हें ब्रोकरेज खाते के माध्यम से खरीद सकती हैं। आपको यह जानकर भी ख़ुशी मिलेगी कि में अगर आप निवेश करती हैं, तो इसके ऊपर 8 प्रतिशत रेट के हिसाब से ब्याज मिलता है।
म्यूचुअल फंड्स
म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि आप कम जोखिम में भी मुनाफा कमा सकती हैं, लेकिन इसके लिए आपको पूरा समय देना होगा। मतलब आप यह सोच कर बैठ जाएं कि हमने पैसे दिए और तुरंत में पैसों का रिटर्न मिल जाये, ऐसा नहीं होता है और न ही ऐसा होगा। आपको इन बातों का ख्याल रखना ही होगा, क्योंकि यह फंड्स कम से कम तीन साल का समय लेते हैं कि इसमें अच्छे से पैसे बन जाएं और आप इसका सही से इस्तेमाल कर सकती हैं। बता दें कि एक म्यूचुअल फंड स्टॉक, बॉन्ड और अन्य फंड्स के समूहों में निवेश करने के लिए निवेशकों से पैसा इकट्ठा करता है। अगर बात फंड्स की करें तो म्यूचुअल फंड कई प्रकार के होते हैं, एक तो होता है स्टॉक म्यूचुअल फंड, जिसका कि मतलब होता है कि स्टॉक म्यूचुअल फंड एक पेशेवर मनी मैनेजर द्वारा चुने गए स्टॉक का एक संग्रह है। आप SIP के माध्यम से इन्वेस्ट कर सकते हैं। फिर जब बात बांड म्युचुअल फंड की आती है तो बॉन्ड म्यूचुअल फंड स्टॉक के बजाय पूरी तरह से बॉन्ड में निवेश करते हैं। तो आपको इसकी भी जानकारी दे दें कि ये फंड निवेश पोर्टफोलियो को स्थिरता प्रदान करते हैं और आमतौर पर स्टॉक म्यूचुअल फंड की तुलना में कम रिटर्न देते हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि व्यक्तिगत शेयरों की तुलना में, म्यूचुअल फंड कम जोखिम वाली निवेश संपत्ति हैं। म्यूचुअल फंड में निवेश करके, आप एक साथ कई स्टॉक या अन्य प्रतिभूतियों का मालिक बनकर अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाते हैं। इसमें हजारों म्यूचुअल फंड हैं, लेकिन हमने शुरुआत करने में आपकी मदद के लिए सर्वोत्तम म्यूचुअल फंड की पहचान की है। यदि आप अपना पैसा निवेश करने के लिए तैयार हैं, तो आप अपने ब्रोकरेज खाते के माध्यम से म्यूचुअल फंड खरीद सकती हैं।