अपने वैवाहिक जीवन की शुरुआत के साथ सभी अपने भविष्य का ताना-बाना बना लेते हैं, लेकिन बेहतर यह होगा कि भविष्य में आप आर्थिक मोर्चे को भी इस पर फतेह कर लें। तो आइए जानते हैं विस्तार से कि कैसे हम कुछ टिप्स अपनाकर और सही प्लानिंग करके अपना भविष्य भी संवार सकती हैं।
आर्थिक जरूरतों के अनुसार प्लानिंग करें
चाहे लव मैरिज हो या अरेंज मैरिज, जब दो लोग एक-साथ आते हैं, तो उन्हें अपने पार्टनर की कई ऐसी बातें पता चलती हैं, जिनसे वे अब तक अनजान थे। अलग पृष्ठभूमि से आए दो लोगों के मूल्यों में भी काफी फर्क हो सकता है, ऐसे में जरूरी है कि आर्थिक मोर्चे पर भविष्य की योजनाएं बनाते समय आप अपने पार्टनर से खुलकर बात करें और उनकी आर्थिक जरूरतों को समझते हुए उनसे अपनी आर्थिक जरूरतों को सांझा करें। ये न सिर्फ आप दोनों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करेगा, बल्कि अपने सपनों को मिलकर पूरा करने का आत्मविश्वास भी देगा। यह बेहद जरूरी है कि आप जब अपने भविष्य में बढ़ने की बात कर रही हैं और एक नयी जिंदगी की शुरुआत की बात कर रही हैं, तो आर्थिक रूप से कभी भी आपको यह महसूस नहीं होना चाहिए कि आप सुरक्षित नहीं हैं, क्योंकि एक समय के बाद अगर आपके लिए फाइनेंस या आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने का मौका नहीं मिलेगा, तो आपके लिए जीवन का निर्वाह सही तरीके से करना आसान नहीं हो पायेगा।
जॉइंट अकाउंट का विकल्प अपनाएं
विदेशों की तरह अब भारत देश में भी सारे बैंक नवविवाहितों को जॉइंट अकाउंट का खूबसूरत विकल्प दे रहे हैं, जिससे दोनों अपनी अपनी जरूरतों के अनुसार एक दूसरे की अनुपस्थिति में अपना बैंक अकाउंट हैंडल कर सकें। इसके जरिये, वे न सिर्फ आजादी से अपना कैश डिपॉजिट या विथड्रॉ कर सकते हैं, बल्कि किसी को फंड ट्रांसफर करने के साथ चेक भी इश्यू कर सकते हैं। जब अकाउंट जॉइंट होता है, तो आपके लिए क्रेडिट हिस्ट्री जानना भी काफी आसान होता है, जिससे आप कुछ नयी योजनाएं बना सकें। इसके अलावा ,आपको इसमें अलग से नॉमिनेशन फॉर्म की आवश्यकता नहीं पड़ती, बल्कि दुर्भाग्य से अगर कभी कोई दुर्घटना हो जाए और किसी एक के न रहने पर आपको बैंक के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। आमतौर पर जॉइंट अकाउंट का क्रेडिट स्कोर काफी हाई होता है, ऐसे में आपको अपनी जरूरत के अनुसार किसी भी लोन के लिए बैंक एग्जीक्यूटिव से सम्पर्क करने की जरूरत नहीं, बल्कि समय समय पर वे स्वयं आपको इस बात की जानकारी देते रहते हैं।
इमरजेंसी फंड को प्राथमिकता दें
कहने को जिंदगी चार दिन की है, लेकिन इस चार दिन की अनिश्चित जिंदगी में न जाने कितने अनिश्चित तूफान छुपे हुए हैं, इसके बारे में कोई नहीं बता सकता। ऐसे में आप दोनों में से किसी एक को भी अपने परिवार, रिश्तेदार या दोस्तों के सामने हाथ न फैलाना पड़े, इसके लिए इमरजेंसी फंड के नाम पर कुछ पैसे सेव (सुरक्षित) अवश्य करें, हालांकि रोजमर्रा के खर्चों के बीच सेविंग करना वैसे ही काफी चुनौतीपूर्ण काम है, ऐसे में इमरजेंसी फंड के नाम पर सेविंग करना आपकी मुश्किलें और बढ़ा सकता है, लेकिन याद रखिए यही आपकी अनिश्चित मुश्किलों का एकमात्र समाधान भी है। इससे न सिर्फ आपको अचानक आनेवाली मुश्किलों से लड़ने का आत्मविश्वास मिलेगा, बल्कि मानसिक शांति भी मिलेगी।
टैक्स प्लानिंग के साथ अपने इंवेस्टमेंट्स पर भी ध्यान दें
अपनी नयी जिंदगी की शुरुआत कर रहे जोड़ों के लिए अपने आर्थिक भविष्य को खुशहाल बनाने के लिए यह जानना भी बहुत जरूरी है कि किस तरह वे अपने इंवेस्टमेंट को मजबूत करते हुए टैक्स के बोझ को कम कर सकते हैं। फिलहाल इंवेस्टमेंट की दुनिया में इन दिनों कई विकल्प हैं, जिससे कम समय में अच्छी खासी रकम आसानी से बनाई जा सकती है। लेकिन जरूरत है उसे अपनी फाइनेंशियल लक्ष्यों को साधते हुए समझने की। फिलहाल इनमें स्टॉक्स के साथ बॉन्ड्स, रियल एस्टेट और क्रिप्टो करेंसीज के साथ म्युच्युअल फंड्स, फिक्स्ड डिपॉजिट्स और सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP शामिल हैं। ये जितने भी इंवेस्टमेंट्स बताये गए हैं, इनके साथ कई ऐसे विकल्प हैं, जिनकी जानकारी नवविवाहित जोड़ों को होनी चाहिए। इनमें सबसे पहले आता है टैक्स सेविंग इंवेस्टमेंट, जिनमें इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्किम (EL SS), पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) और होम लोन ईएमआई के साथ हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम्स और चैरिटेबल संस्थाओं को दिया गया आर्थिक योगदान शामिल है। इनके अलावा स्टॉक मार्केट इंवेस्टमेंट, रियल एस्टेट इंवेस्टमेंट, गोल्ड इंवेस्टमेंट और लाइफ इंश्योरेंस, हेल्थ इंश्योरेंस और प्रॉपर्टी इंश्योरेंस के साथ एक म्युचुअल लॉकर ओपन करने का विकल्प भी मौजूद हैं।
बड़े खर्चों की रूपरेखा बनाएं
साथ मिलकर एक नयी जिंदगी की शुरुआत करने जा रहे नवविवाहित जोड़ों के लिए इंवेस्टमेंट्स के साथ जो सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण जरूरत है, वह है उनका अपना घर। अपना घर, जहां उन्हें एक मानसिक सिक्योरिटी देता है, वहीं अपने भविष्य को लेकर एक निश्चिंतता भी प्रदान करता है। लेकिन इन निश्चिंत्ताओं में एक चीज और जरूरी है और वो है उनके अपने भविष्य के साथ आनेवाले बच्चों का भी भविष्य। घर के साथ अपने परिवार को बढ़ाने और उसे बेहतर भविष्य देने का सपना हर नवविवाहित जोड़ा देखता है। और परिवार के बेहतर भविष्य की शुरुआत होती है बच्चों की शिक्षा से, जिसके लिए जरूरी है एक बेहतर प्लानिंग और अनुशासित सेविंग्स की।
एक लक्ष्य बनाकर निश्चित समय-सीमा में सेविंग करने का प्रयास करें
अपनी 'need' यानी जरूरत और 'wants' यानी चाहत में फर्क करते हुए फिजूलखर्ची पर ध्यान दें। साथ ही म्युचुअल फंड्स और फिक्स्ड डिपॉज़िट्स के साथ कम समय में अधिक फायदा देनेवाले विकल्पों को चुनें। अगर लोन ले रहे हैं या ले रही हैं तो अपनी जरूरतों के अनुसार ही लें, लेकिन लेने से पहले अपने रिपेमेंट शेड्यूल और इंट्रस्ट रेट्स पर विशेष ध्यान दें। आर्थिक स्थिरता और उससे मिले आत्मविश्वास के साथ अपनी जिंदगी की नयी शुरुआत करने जा रहे नवविवाहित जोड़े अपनी ज़िंदगी को न सिर्फ खूबसूरती से, बल्कि प्रभावी तरीके से भी जी सकते हैं। तो अगर आप भी भविष्य में एक से दो होने जा रहे हैं तो आप इन बातों का ख्याल रखते हुए अपने सपनों को पूरा करते हुए भविष्य को खुशहाल बना सकते हैं। एक बात का आपको और ख्याल रखना जरूरी है कि एक दूसरे के साथ फाइनेंस यानी एक दूसरे की आर्थिक स्थिति के बारे में पूरी जानकारी रखें, इसके बारे में एक दूसरे से चर्चा समझने की कोशिश करें कि किस तरह से कौन-सी जिम्मेदारी किसके कंधे पर आएगी और फिर आगे के बारे में सोचें कि किस तरह से आपको आगे अपने फाइनेंस को मैनेज करना है, ताकि आप सुचारू रूप से जिंदगी पाएं।