कोविड के सबक ने बढ़ाए हैं महिला निवेशकों की संख्या
यह एक मिथ है कि महिलाओं को निवेश करना या पैसों के बार में या फाइनेंस के बारे में अधिक जानकारी नहीं होती है. जबकि कोविड महामारी के बाद, जो एक रिपोर्ट सामने आई है, उसके अनुसार महिला इन्वेस्टर्स अब निवेश वाले ऐप्स पर अधिक संख्या में हैं, अचानक से उनकी संख्या में इजाफा हुआ है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि जो सजग महिलाएं हैं, वह इन बातों को समझ चुकी हैं कि निवेश करना जरूरी है, बुरा वक्त कभी भी आ सकता है, ऐसे में उन्होंने इसके बारे में न सिर्फ जानकारी लेनी शुरू की है, बल्कि निवेश करना भी जरूरी समझा है. अब महिलाओं को निवेश के बारे में जानना और समझना जरूरी लग रहा है और इसलिए वह खुद को बुरे हालात के लिए तैयार कर रही हैं और निवेश में दिलचस्पी दिखा रही हैं.
आपके पार्टनर क्या कमाते हैं, रखें पूरी नजर
मैंने कई महिलाओं को यह कहते सुना है कि मुझे नहीं पता, वह कितना कमाते हैं और कहां खर्च करते हैं, मेरे तो शौक भी पूरी करते हैं और जरूरत भी तो फिर पूछने का क्या फायदा. यह बेवकूफी भरी बातें करना बंद कीजिए और फौरन इस बात के लिए अलर्ट हो जाइए कि आपको इसकी पूरी जानकारी जरूरी है कि आपके पार्टनर कितना कमा रहे हैं और वह कहां निवेश करते हैं, भले ही आप इंडिपेंडेंट महिला क्यों न हों, तब भी पार्टनर की कमाई और खर्च पर ध्यान दें और उनके पैसों को भी सही जगह पर निवेश करें. उनके हर निवेश में नौमिनी आप ही होनी चाहिए. उनकी नौकरी या निवेश से जुड़े सारे बेनिफिट्स के बारे में आपको पता होना चाहिए.
बेहतर तरीके से करें ऑर्गनाइज जिंदगी को
अक्सर जब परिवार में दो कमाने वाले होते हैं, तो खर्च का हिसाब किताब रखना जरूरी नहीं समझते हैं. लेकिन यह सही नहीं है. यह बेहद जरूरी है कि खर्च का हिसाब किताब लिखा जाए, फिर भले ही आप कितनी भी कमाई क्यों न करती हों. किसी एक की ही कमाई को खर्च करें और दूसरे की कमाई को पूरी तरह से निवेश करें, जिसकी ज्यादा कमाई हैं, उनकी सेविंग हो और कम कमाई वाले पैसे खर्च करें. इससे आपका हाथ भी कंट्रोल में रहेगा और अधिक पैसे सेविंग भी जाते होंगे.
एक इमरजेंसी फंड जरूर बनाएं
कोविड जैसी महामारी ने काफी लोगों को यह सबक दे दिया है कि आपकी जिंदगी में कभी भी कौमा लग सकता है, सो बेहद जरूरी है कि आप एक इमरजेंसी फंड अपनी लाइफ में जरूर बनाएं. इस फंड में जब आपके अच्छे दिन चल रहे हों, तभी थोड़े -थोड़े पैसे डालती रहें, इससे एक समय में अच्छा अमाउंट हो जायेगा और फिर कभी अगर आपकी जॉब न हो या कोई इमरजेंसी दुर्घटना हो जाए, तो उस हालत में यह फंड काम में आयेंगे.
रिटायरमेंट प्लानिंग
इस तरफ भी महिलाओं का ध्यान थोड़ा कम जाता है, लेकिन यह भी बेहद जरूरी है कि नौकरी करते हुए, आपको अपनी रिटायरमेंट की प्लानिंग कर लेनी चाहिए, क्योंकि कई सारे स्कीम्स में जो पैसे प्रीमियम के रूप में देने होते हैं, वह नौकरी करते हुए ही आसानी होते हैं. इसलिए समय रहते इस पर भी ध्यान देना जरूरी है कि कम उम्र से ही पेंशन प्लान ले लिया जाए, यह आपके बुढ़ापे का बड़ा सहारा बनेगा.