आपको अपना बचपन याद आ जाता होगा जब आप अपने बच्चों को यह समझाने की कोशिश कर रहे होते हैं कि जिस खिलौने या गैजेट की वे मांग कर रहे हैं वो आप उन्हें खरीदकर नहीं दे सकते। आपको अपने मां-बाप याद आ जाते होंगे जब आप अपने बच्चों को यह कहते हैं कि 'पॉकेट मनी से कुछ पैसे बचाना सीखो'! वैसे बच्चों को बचत करना सिखाना इतना मुश्किल भी नहीं है। अपने बच्चों में शुरू से ही बचत करने की आदत डालनी चाहिए। आइए आपको बताते हैं कुछ ऐसे रोचक तरीके जिसकी मदद से आपके बच्चे बचत करना जरूर सीखा पाएंगे।
बच्चों को बचत करना सिखाने की कोई सही उम्र तो नहीं है, मगर आप 7 या 8 साल के बच्चों को यह सिखाना शुरू कर सकते हैं। इस उम्र तक आते-आते बच्चे पैसों को समझना शुरू कर देते हैं। उन्हें इस बात समझ आ जाती है कि पैसों से उनकी जरूरतें पूरी होती हैं और इसके लिए उनके माता-पिता काम करते हैं। कभी बच्चों को लालच देकर तो कभी दिलचस्प गेम्स की तरह उन्हें बचत करना सिखाएं।
बचत करने पर मिलेंगे तोहफे
बच्चों को तोहफे बहुत पसंद है और आप उनके इस लालच का फायदा उठाते हुए उन्हें बचत करना सीखा सकते हैं। अगर आप उन्हें कहें कि दिए गए जेब खर्च में से उन्हें कुछ बचाकर रखने हैं और जितने ज्यादा पैसे वे बचाएंगे, उन्हें उतना अच्छा तोहफा मिलेगा। बस, याद रहे कि यह तोहफा उनके बचत से बहुत ज्यादा या बहुत कम न हो।
सिखाएं पैसों का महत्त्व
बच्चों को नई-नई चीजें करना बहुत पसंद होता है। शुरू से ही बच्चों को यह सिखाना कि वे काम करके पैसे कमा भी सकते हैं, यह उनके लिए काफी दिलचस्प होगा। ऐसा करने से वे समझ जाएंगे कि पैसा कमाने के लिए मेहनत करनी पड़ती है। वे पैसे को महत्व देना सीखेंगे।
लक्ष्य तय करना
आप बच्चों को अपनी ही कोई कहानी सुना सकती हैं, जिसमें आपने अपने जेब खर्च से कुछ पैसे बचाकर अपना पसंदीदा खिलौना खुद खरीदा था। ऐसे में बच्चे लक्ष्य तय करना सीख जाएंगे और उन्हें यह भी समझ आएगा कि पैसों की बचत से कैसे वे अपनी जरूरत पूरी कर सकते हैं।
चीजों का चयन भी है जरूरी
बच्चों का दिल हर किसी चीज पर आ जाता है। अगर वे अपने किसी दोस्त के पास कोई चीज देख लेते हैं, तो उन्हें लगता है कि यह उनके पास भी होना चाहिए। ऐसे में पैसे जरूर बचा लेते हैं, लेकिन उनके बचाए पैसे गलत चीजों में लग सकते हैं। आपको उन्हें कुछ भी खरीदने के पहले 24 घंटों का समय देना चाहिए, जिससे वह यह सोच सकें कि वे जो खरीदने की जिद कर रहे हैं, उसकी उन्हें जरूरत है भी या नहीं।
अलग-अलग बचत योजना
हर चीज के लिए होनी चाहिए अलग बचत योजना। जी हां, अपने बच्चों को तरह-तरह के गुल्लक लाकर दें और उन्हें बताएं कि हर गुल्लक उनके अलग अलग मांग के लिए है। ऐसे में उनकी बचत भी ज्यादा होगी और वे पैसों का प्रबंधन भी सीखेंगे।
इन सभी तरीकों को आपके बच्चे पसंद भी करेंगे और कम उम्र में पैसों के महत्त्व और उसके बचत को भी समझेंगे।