वित्तीय स्वतंत्रता, मतलब फाइनेंशियल आजादी हर किसी का हक है। कहते हैं छोटा या बड़ा, महिलाएं, सही निर्णय लेने में माहिर होती हैं। यह देखा गया है कि महिलाएं अधिक विवेकपूर्ण तरीके से फाइनेंशियल निर्णय लेती हैं। जब अपने खुद के पैसे और अपने परिवार के रिसोर्स की बात आती है, तो उनका निर्णय अक्सर सही और सटीक साबित होता है। यह फाइनेंशियल आज़ादी ही है, जो उनकी वास्तविक क्षमता को साकार करने में मदद कर सकती है। लेकिन भारत में कई महिलाएं ऐसी भी हैं, जो अपने इस टैलेंट के बारे में नहीं जानती हैं। तो आइए, वैसी ही कुछ महिलाओं तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश करते हैं, जहां हम उन्हें बताएंगे फाइनेंस जगत में महिलाओं को मिलने वाले खास फायदों के बारे में।
क्रोना हेल्थ इंश्योरेंस फर्म से पिछले 15 साल से जुड़े रहने वाले और आर्थिक मामलों पर पैनी नजर रखने वाले फाइनेंशियल एडवाइजर विकास शर्मा बताते हैं "महिलाओं के लिए प्राइवेट सेक्टर्स से लेकर सरकारी योजनाओं में भी काफी छूट दी गई है। इसमें आप हेल्थ इंश्योरेंस के बारे में बात करें तो, ऐसी स्कीम्स भी शामिल हैं, जिसमें महिलाओं के लिए जो प्रीमियम अमाउंट है, वह पुरुषों के मुकाबले 5 से 7 प्रतिशत कम है। इसके अलावा जो इन दिनों ज्यादा पॉपुलर स्कीम चल रही है, वह है सुकन्या समृद्धि योजना। जनवरी 2015 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के हिस्से के रूप में शुरू की गई यह जमा योजना बच्चियों के पेरेंट्स के लिए काफी फायदेमंद साबित हुई है। आज एक युवा पीढ़ी इस योजना का खुलकर लाभ ले रहे हैं, जो भविष्य के लिए काफी अच्छा है।"
वह आगे कहते हैं "मेरा मानना है कि महिलाओं ने आज से ही नहीं, कई सालों पहले से सेविंग्स का चलन जारी रखा है। बस, फर्क ये है कि पहले हमारी नानी-दादियां किचन के कोनों में पैसे जमा करती थीं और अब हमारी बहु-बेटियां स्मार्ट तरीके से सेविंग्स करके अपने जमा पैसों का ब्याज भी पाती हैं l"
सेविंग्स बैंक अकाउंट्स
बहुत से बैंक महिलाओं को विशेष रूप से डिजाइन किए गए बचत खाते ऑफर करते हैं, जिसमें उनके लिए कई विशेष सुविधाएँ, लाभ और रिवॉर्ड्स शामिल होते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आप एक्सिस बैंक में बचत खाता खोलना चाहती हैं, तो यहां आपको कम डिपॉजिट सेविंग्स अकाउंट, मुफ्त चेक बुक, कम मासिक बैलेंस, और पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस कवर जैसे लाभ मिलेंगे। इसी तरह, आईसीआईसीआई बैंक के ‘एडवांटेज वुमन सेविंग्स अकाउंट ‘ में आईटी सर्टिफिकेशन, म्यूजिक लेसन और पर्सनैलिटी डेवलपमेंट जैसे स्किल-बिल्डिंग कोर्स पर ऑफर शामिल हैं, इसके अलावा पहले साल के लिए लॉकर रेंटल पर 50% की छूट भी शामिल है।
महिला एंथ्रेप्रेनर के लिए खास लोन
महिला एंथ्रेप्रेनर को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने कई प्रोत्साहन और योजनाएं शुरू की हैं। उदाहरण के लिए, "स्टैंड अप इंडिया" नामक सरकार द्वारा हाल ही में शुरू की गई एक योजना का उद्देश्य महिला एंथ्रेप्रेनर को 10 लाख से लेकर 1 करोड़ रुपये के लोन स्कीम्स तक आसानी से पहुँचाना है। इन लोन्स को महिलाएं एंथ्रेप्रेनर मैन्युफैक्चरर और ट्रेडिंग सेक्टर, दोनों क्षेत्रों में इस्तेमाल के लिए ले सकती हैं। इसी तरह सरकार ने महिलाओं के लिए ''मुद्रा योजना'' भी शुरू की है जिसमें महिला महिलाएं 50,000 से लेकर 10 लाख रुपयों तक का लोन भी आसानी से ले सकती हैं। यह विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए डिजाइन किए गए हैं जो छोटे और नए स्टार्ट-अप शुरू करना चाहती हैं।
हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम
एक अन्य लाभ, जो महिलाएं फाइनेंस जगत में उठा सकती हैं, वह है, हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम। प्रेग्नेंसी हेल्थ, ब्रेस्ट कैंसर और महिलाओं से जुड़ी ऐसी अन्य बिमारियों के लिए हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस, दोनों में ही महिलाओं के अनुकूल कई योजनाएं शामिल हैं। इसमें कम प्रीमियम, ज्यादा इंट्रेस्ट रेट, मेडिकल चेकअप्स भी शामिल हैं और इन तक जुड़ना भी पहले से कई आसान हो गया है। ऐसी कई स्कीम्स मार्केट में शामिल हैं, जिसमें महिलाएं और गर्ल चाइल्ड के लिए कम से कम प्रीमियम दरें ऑफर की जाती हैं। उदाहरण के लिए, 'न्यू इंडिया आशा किरण स्वास्थ्य योजना' गर्ल चाइल्ड के लिए प्रीमियम पर 50% की छूट प्रदान करती है, जबकि रिलायंस हेल्थ गेन पॉलिसी महिला खरीदारों या गर्ल चाइल्ड को 5% की छूट प्रदान करती है।
कम स्टाम्प ड्यूटी
महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा प्रॉपर्टी खरीदने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए देश के विभिन्न राज्य में महिलाओं को स्टाम्प ड्यूटी में भी छूट प्रदान की गई है। यदि घर उनके नाम पर रजिस्टर्ड है तो इस छूट को सेल्स डीड, कन्वेएंस डीड या गिफ्ट डीड के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। विभिन्न राज्यों में यह छूट 0.5 से 3% तक हो सकती है। जैसे, दिल्ली में पुरुषों के लिए स्टाम्प ड्यूटी शुल्क 6% है, जबकि महिलाओं के लिए 4%; हरियाणा में शहरी क्षेत्रों में पुरुषों के लिए यह 8% और महिलाओं के लिए 6% है। इस अंतर का मतलब है कि दिल्ली में एक महिला- एक करोड़ रुपये के घर के रजिस्ट्रेशन पर 2 लाख रुपये और बचा सकती है।
सुकन्या समृद्धि योजना
यदि आप अपनी अपनी बच्ची की शिक्षा और विवाह के लिए बचत करना चाहते हैं, तो आप सरकार द्वारा समर्थित इस लॉन्ग टर्म बचत योजना का विकल्प चुन सकती हैं। केवल 10 साल से कम उम्र की लड़की के माता-पिता ही इसमें निवेश कर सकते हैं। वर्तमान में इस योजना के लिए अभिभावकों को 7.6% की ब्याज दर का भुगतान करना होगा। खाता खोलने की तिथि से 15 वर्षों तक मासिक या वार्षिक आधार पर पैसे जमा किये जा सकते हैं। आप कुछ शर्तों के अधीन, बच्चे के 18 वर्ष के होने के बाद ही इन पैसों का इस्तेमाल कर पाएंगे। आप इस योजना को 250 रुपये मासिक जमाराशि से शुरू कर सकते हैं और एक फाइनेंशियल वर्ष में 1.5 लाख रुपये तक की राशि जमा कर सकते हैं।
तो है न ! पूरी तरह से ये सारी योजनाएं, आपको आर्थिक रूप से आजादी का एहसास दिलाने वाली। आने वाले समय में कभी भी, जरूरत पड़ने पर इन योजना को जरूर अपनी जिंदगी में शामिल करें, निश्चित तौर पर इससे आपकी आर्थिक स्थिति पहले से तो बेहतर जरूर होगी।