यह हमेशा कहा जाता है कि जिंदगी में कोई भी नया काम शुरू करने से पहले खुद का विश्लेषण करना जरूरी है। खासकर पढ़ाई और करियर को लेकर आपका भविष्य क्या होगा, इसे जानने के लिए SWOT Analysis स्वोट एनालिसिस को जरूरी माना गया है। दिलचस्प यह है कि आप SWOT Analysis के जरिए यह पता कर सकती हैं कि आपकी ताकत, कमजोरी और अंदरूनी डर के साथ कैसे खुद के लिए मौके की तलाश कर सकती हैं। इसे अच्छा से समझा जाए, तो SWOT का फुल फॉर्म होता है, Strength( स्ट्रेंथ), weakness ( विकनेस), opportunity ( ऑपर्च्युनिटी) ,Threats ( थ्रेट)। आइए इस बारे में जानते हैं विस्तार से।
कैसे करेगा ये मदद
SWOT Analysis के जरिए न आप केवल खुद के बारे में जानकारी हासिल कर सकती हैं, बल्कि इससे आपको दूसरे लोगों को भी समझने में आसानी होगी। SWOT Analysis के तकनीक की मदद से आप किसी ग्रुप या फिर अपने सहकर्मी की कमजोरी, ताकत और साथ ही खुद के लिए कौन से जरूरी अवसर हो सकते हैं, उसका पता लगा सकती हैं। कई बार इस तकनीक के माध्यम से आप अपने प्रतियोगी के गुण और कमियों के बारे में भी पड़ताल कर सकती हैं। इस तकनीकी के सहारे विद्यार्थी या फिर नौकरीपेशा अपनी ताकत, कमजोरियों और अवसरों के साथ आने वाले खतरे को जानकर आने वाले समय के लिए खुद को तैयार करने में मदद करता है।
SWOT Analysis तकनीक का कैसे करें इस्तेमाल
अगर आप कहीं पर काम कर रही हैं, तो अपने लीडर के साथ दो घंटे की एक प्रक्रिया करें। फिर आप ताकत, कमजोरी, अवसर और चुनौतियों को चार भाग में बांट दें। इसके बाद आप अपने कार्यालय के बारे में सबका नजरिया जानें। इसके बाद लीडर के साथ बैठकर अंतिम निर्णय लें। अगर आप कोई बिजनेस कर रही हैं, तो हर 6 महीने पर अपने बिजनेस के बारे में SWOT Analysis करना चाहिए। स्टूडेंट्स को साल में 2 बार खुद का परीक्षण करने के लिए अपने किसी दोस्त के साथ मिलकर स्वोट एनालिसिस का करना चाहिए।
कहां करें इस्तेमाल
अगर आप किसी दफ्तर में काम करती हैं, तो खुद के बारे में Strength( स्ट्रेंथ), weakness ( विकनेस), opportunity ( ऑपर्च्युनिटी) ,Threats ( थ्रेट) के हिसाब से एक लेख तैयार करना होगा। प्रमोशन के लिए एचाआर से मीटिंग से पहले खुद के Strength( स्ट्रेंथ), weakness ( विकनेस), opportunity ( ऑपर्च्युनिटी) ,Threats ( थ्रेट) को लेकर एक पेज तैयार करें, ताकि आप खुद को सही तरीके से प्रस्तुत करें। बिजनेस के दौरान किसी नए प्रोजेक्ट से पहले स्वोट एनालिसिस कर सकती हैं। स्टूडेंट्स भी परीक्षा से पहले इस तरह खुद के आत्मविश्वास को बढ़ा सकते हैं।
SWOT Analysis के समय खुद से करें ये सवाल
आप में सबसे अच्छी खूबी क्या है, भविष्य के लिए क्या अवसर हैं, आप ने भविष्य के लिए कोई रणनीति बनाई है या नहीं, खुद के नकारात्मक लक्षण क्या हैं, आप किन बाधाओं का सामना कर रही हैं आदि।
SWOT Analysis का फायदा
SWOT Analysis करने के बाद आप अपनी कमजोरियों पर अच्छी तरह से काम कर सकती हैं। अगर बिजनेस को लेकर आपने SWOT Analysis किया है, तो बिजनेस की रुकावट के साथ विकास पर बेहतर तरीके से काम हो सकता है। आप इससे अपने लिए और भी अवसर बढ़ा सकती हैं। टाइम मैनेजमेंट और चुनौतियों का सामना करने के लिए आपकी सोच भी व्यापक हो सकती है।