वित्तीय साक्षरता हर बच्चे की जरूरत है। फिर चाहे वह बड़ा हो या बच्चा। बड़े होने के बाद कहीं न कहीं हम सभी वित्तीय साक्षरता जरूर आ जाती है, लेकिन बचपन में वित्तीय साक्षरता होना उनके जीवन का अहम पड़ाव होता है, क्योंकि यही वो समय होता है, जब उन्हें पैसे की अहमियत और उसे खर्च करने की और पैसा सुरक्षित करने की कीमत पता चलती है। ऐसे में आप 7 साल की उम्र के दौरान आप अपने बच्चे को पैसे की अहमियत समझाने के लिए कई सारी क्रिया कर सकती हैं। वित्तीय साक्षरता की समझ भी आप उनमें सात साल की उम्र से ही डालने की कोशिश कर सकती हैं। आइए जानते हैं विस्तार से।
सबसे पहले जरूरी है सही पेरेंटिंग
बच्चों को सही मार्गदर्शन देने के लिए सबसे जरूरी है कि आप सही पेरेंटिंग करें। सही पेरेंटिंग के जरिए आप अपने बच्चों को उनके भविष्य के लिए तैयार करते हैं। इसके लिए सबसे जरूरी है उन्हें वित्तीय साक्षरता का ज्ञान देना। जरूरी है कि अपनी पेरेंटिंग का एक भाग बच्चे को फिजूलखर्ची और सेविंग के बारे में समझाना और सीखाना है। अक्सर यह कहा जाता है कि बचपन में सिखाई गई आदत बड़े होने पर उनके बहुत ही काम आती है। बचपन में पैसे की कदर की आदत के कारण बड़े होने के बाद पैसों की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता है। आप बचपन से ही बच्चों को पैसे की कीमत करना सिखाएं, इसके लिए आप उनके उनके लिए खरीदे गए सामान की कीमत भी समझाएं और अगर बच्चे किसी महंगी चीज की मांग करते हैं, तो उन्हें बताएं कि उस सामान की कीमत कितनी अधिक है।
पैसे की अहमियत समझाएं
आपको अपने बच्चे को पैसे की अहमियत समझाना भी बेहद जरूरी है। आपको अपने हर दिनचर्या से लेकर पैसे से जुड़ीं खर्च की बातें अपने बच्चों के सामने करनी चाहिए। इससे आपके बच्चे को यह पता चलेगा कि आप कैसे उनके भविष्य के लिए पैसे जोड़ रहे हैं। साथ ही उन्हें इसका भी ज्ञान होगा कि पैसे कमाने में मेहनत लगती है, इसलिए पैसे के साथ फिजूल खर्च नहीं करते हैं। पैसे को सोच-समझकर खर्च करना चाहिए। साथ ही आप उन्हें पैसे को सुरक्षित करने के तरीके भी बताएं, जैसे गुल्लक में पैसे जमा करके रखा जा सकता है। साथ ही आप यह भी बताएं कि कैसे आपने बच्चे की पढ़ाई के लिए पैसे को सुरक्षित रखा है और भविष्य में पैसे उनकी शिक्षा के लिए ही काम आएगा।
बताएं पैसे की कीमत
आप अपने बच्चे को पैसे की अहमियत समझाने का कार्य पांच साल की उम्र से कर सकती हैं। पांच साल से ही उन्हें यह समझाने की कोशिश करें कि हमें पैसे की कदर करनी चाहिए। किस्से, कहानी या फिर अपने जीवन के किसी उदाहरण को अपने बच्चे के साथ साझा करें और उन्हें बताएं कि कैसे पैसे को जोड़-जोड़ कर रखना बहुत जरूरी होता है। आप अपने बच्चे को पैसे का मूल्य क्या है उसे राशन खरीदने के दौरान भी समझा सकती हैं। आप यह बता सकती हैं कि कैसे राशन खरीदते समय पौष्टिक चीजों पर अधिक ध्यान देना है न कि चॉकलेट और बिस्किट पर। इससे बच्चे समझेंगे कि कैसे पैसे को संभालकर खर्च करना चाहिए।
पैसे से जुड़े गेम खेलें
कई सारे ऐसे खेल हैं, जो कि पैसे से जुड़े हुए होते हैं। इसमें आपको पैसे को खर्च करने और उसे बचाने के तरीके बताए जायेंगे। नया व्यापारी भी पैसे संबंधित खेल है, जहां दो लोग मिलकर पैसे से कई सारी जगहें खरीदते और बेचते हैं। कई सारे ऐसे आनलाइन गेम भी मौजूद हैं, जिसे टैबलेट या फिर मोबाइल पर खेला जा सकता है। साथ ही कई सारे ऐसे वीडियो गेम भी मौजूद हैं। आप खुद सर्च करेंगे, तो पायेंगे कि आपको कई सारे ऐसे दिलचस्प बच्चों से जुड़े मनी वाले गेम आसानी से मिल जायेंगे। इस तरह के गेम में खर्च, बचत और पैसे को सुरक्षित रखने के कई सारे तरीके बताए जाते हैं। साथ ही पैसे को कैसे कमाया जाता है, उससे भी जुड़े हुए दिलचस्प गेम होते हैं। पैसे से जुड़े गेम के जरिए बच्चे अपनी दिलचस्पी के गेम भी खेल लेंगे और खेल-खेल में पैसे जुड़ी जानकारी भी हासिल कर लेंगे, जो कि उन्हें पैसे के प्रति जागरूक करेंगी।
शैक्षिक पॉडकास्ट सुनें
पॉडकास्ट के जरिए भी बच्चों में पैसे के प्रति वित्तीय शिक्षा प्रदान की जा सकती है। साथ ही बच्चे गाड़ी, में स्कूल में या फिर घर के साथ अपने खेल के मैदान पर भी आसानी से मुफ्त में वित्तीय शिक्षा से जुड़ी कहानियां या फिर किसी भी तरह के पॉडकास्ट को सुन सकती हैं। साथ ही कई ऐसे पॉडकास्ट मौजूद हैं, जहां पर आप परिवार में कैसे पैसों से जुड़ा मैनेजमेंट किया जाए, इसकी जानकारी भी मिलती है।
अपने परिवार और बच्चे के लिए एक वित्तीय बकेट सूची बनाएं
आप अपने बच्चे के साथ उसके सपनों को लेकर और परिवार के साथ घूमने को लेकर एक बकेट सूची भी बना सकती हैं। जी हां, इस बकेट सूची के साथ आप अपने बच्चे के साथ मिलकर यह योजना बना सकती हैं कि उन्हें बड़े होकर या फिर अपने स्कूल और कॉलेज की छुट्टियों में कहां पर घूमने के लिए जाना है। इससे यह होगा कि आप अपने बच्चे को फिजूल खर्च से आसानी से बचा सकती हैं, अगर आपका बच्चा किसी खिलौने की जिद्द करता है, तो आप उसे बता सकती हैं कि कैसे आप पैसे की बचत उनकी बकेट लिस्ट पूरी करने के लिए कर रही हैं। आप परिवार के साथ घूमने की योजना बनाने के लिए भी पैसों की बचत कर सकती हैं। एक बकेट लिस्ट तैयार करने से आप अपने बच्चे को आसानी से यह समझा सकती हैं कि कैसे परिवार और उनके सपने पूरे करने के लिए जीवन में बचत का होना बहुत जरूरी है।
पैसों से जुड़े बड़े फैसलों के बारे में अपने बच्चों से बात करें
जी हां, यह सबसे आसान तरीका है, अपने बच्चे को वित्तीय साक्षरता देने के साथ उसे परिवार के करीब लाने का। इस तरह आप अपने बच्चे के साथ भी रिश्ता पक्का कर पायेंगे और इसके साथ ही आप अपने बच्चे के और भी करीब आ पायेंगे। उन्हें समझा पायेंगे कि पैसे की कीमत करना उसे समझना कितना जरूरी है। साथ ही अगर आप कहीं बाहर जा रही हैं, तो आप अपने बच्चे को यह बताएं कि कैसे किसी भी सामान की खरीदी भाव करके करनी चाहिए। अगरी बार जब आपका बच्चा आपको अपना क्रेडिट कार्ड स्वाइप करते हुए देखें, तो आप उसे यह समझाने पर विचार करें कि उस स्वाइप का वास्तव में क्या मतलब होता है।
बच्चे का अकाउंट खोलें
कई ऐसे बैंक हैं, जहां पर आप अपने बच्चे के नाम से अकाउंट खोल सकती हैं। इस अकाउंट के बारे में आप अपने बच्चे को जानकारी दें और उन्हें समझाएं कि कैसे पॉकेट मनी से पैसे बचाकर वह अपने खुद के खाते में पैसे जमा कर सकते हैं। अगर आप बैंक किसी काम से जा रही हैं, तो अपने बच्चे को अपने साथ लेकर जाएं। उन्हें बैंक से जुड़ी जानकारी दें और बताएं कि कैसे वह भी भविष्य में इसी तरह अपने पैसों को सुरक्षित कर सकते हैं। आप अपने बच्चे को पैसे की जानकारी देने के लिए उन्हें गुल्लक भी दे सकती हैं। हर दिन आप उनसे भले ही एक रुपया, लेकिन जरूर गुल्लक में पैसा जमा करने की आदत डालें। इससे आपका बच्चा पैसे को सुरक्षित करने का सबसे आसान तरीका सही समय पर सीख पाएगा।