नौकरी करने के साथ आप न केवल अपने करियर की गाड़ी आगे बढ़ाती हैं, लेकिन इसके साथ आप खुद के साथ परिवार की भी आर्थिक जिम्मेदारी को संभालती हैं, हालांकि कई बार करियर के दौरान ऐसे कई प्रोफेशनल और निजी मोड़ आते हैं, जहां से आपको काम से ब्रेक लेना पड़ता है। आप काम से ब्रेक लेने के साथ कई चीजों पर विराम लगाते हैं और अपनी आर्थिक दुनिया को मजबूत बनाने का निर्णय भी लेते हैं, क्योंकि यह आसान बात नहीं है कि आप नौकरी से ब्रेक लेकर आराम से सुकून की नींद सो सकती हैं। नौकरी से ब्रेक लेने से पहले आपको सबसे पहले इमरजेंसी तैयारी करनी होगी। आइए जानते हैं विस्तार से।
बचत पर करें फोकस
नौकरी से ब्रेक लेने की योजना बनाने का पहला रास्ता इस बात से गुजरता है कि कैसे आप बचत की तैयारी करती हैं। ऐसे में नौकरी ब्रेक से एक साल या फिर छह महीने पहले बचत करने की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। अपने हर दिन के खर्च के लिए सोच-समझकर पैसे खर्च करना आपके लिए बचत से जुड़ा सही फैसला माना जाएगा। आपको यह भी ध्यान रखना होगा कि आपको खुले हाथों के साथ पैसे खर्च नहीं करने हैं। शादी और पार्टी के साथ त्योहारों के मौके पर खर्च पर सबसे अधिक ध्यान देने की भी जरूरत भी पड़ सकती है। आपको यहां पर पैसे को मैनेज करके खुद की गाड़ी को आगे बढ़ाना होगा। कुल मिलाकर किसी न किसी तरीके से अपने खर्च पर पकड़ रखना आवश्यक है। आप अपनी प्लानिंग का हिस्सा इसे भी बना सकती हैं कि अपने खर्च का हिसाब रखने के लिए और बचत करने के लिए डायरी बनाएं। इससे आप हर सप्ताह कब और कितना खर्च हो रहा है, इसकी जांच कर सकती हैं। साथ ही अगले महीने आपको कितना खर्च कम करना है, उसे भी समझने में आसानी होगी। साथ ही आप यह भी समझ पायेंगी कि कैसे आप कुछ पैसे को दूसरी जगह लगाने से बेहतर उनको अपने बचत में जोड़कर नौकरी के बाद इमरजेंसी आर्थिक तैयारी में शामिल कर सकती हैं।
उधारी और क्रेडिट कार्ड से दूरी
नौकरी से ब्रेक लेने से पहले इमरजेंसी तैयारी में यह भी शामिल है कि आप खुद को नौकरी में ब्रेक लेने से पहले क्रेडिट कार्ड से दूर रखें। आपको इस बात को याद ही नहीं रखना है कि आपके पास क्रेडिट कार्ड की सुविधा है। अक्सर ऐसा होता है कि क्रेडिट कार्ड की सुविधा होने से हम कई सारे गैर-जरूरी खर्च कर देते हैं और बाद में उनका भुगतान करना हमारे लिए भारी पड़ जाता है। इसकी वजह यह है कि क्रेडिट कार्ड के जरिए आप पहले सामान खरीद लेते हैं। उधार पर लिए गए सामान के पैसे बैंक को बाद में चुकाने पड़ते हैं। क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने से आप खुद को उधारी की सीढ़ी पर चढ़ाना शुरू कर देंगी। इस वजह से क्रेडिट कार्ड के उपयोग के साथ किसी से उधार लेने की सोच को भी नौकरी ब्रेक के पहले और बाद में जगह न दें।
जरूरी कामों के लिए पैसे की जरूरत
नौकरी से ब्रेक लेने से पहले आपके पास एक जरूरी कामों की तैयार सूचि का होना जरूरी है। आपको अपने कामों की लिस्ट में ऐसी जरूरी चीजों को शामिल करना है, जो आपके भविष्य में सामने आकर खड़ी हो सकती है और आपके पास उस काम को पूरा करने के लिए पर्याप्त पैसे भी होने चाहिए। हो सकता है कि आपको अपनी निजी जिंदगी में किसी तरह की मेडिकल इमरजेंसी का सामना करियर ब्रेक के बाद करना पड़ सकता है या फिर किसी भी तरह के मुश्किल हालातों के लिए पैसे अलग से जमा करके रखें। अगर आप ऐसा नहीं करती हैं, नौकरी ब्रेक आपके लिए बड़ी मानसिक और आर्थिक परेशानी लेकर आ सकती है।
बैंक से जुड़ना होगा फायदेमंद
नौकरी ब्रेक के कुछ साल पहले बैंक से नाता जोड़ना अहम है। अगर आप लंबे समय के लिए नौकरी ब्रेक पर जाने की योजना कर रही हैं, तो फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट में निवेश की योजना बनाएं। रेकरिंग अकाउंट भी शुरू करें। रेकरिंग अकाउंट में हर महीने आप अपनी सुविधा अनुसार कुछ पैसे बैंक में जमा करा सकती हैं। इससे आपको भविष्य में एक अच्छा अमाउंट आपके खाते में मिल सकता है। आप अपनी सुविधा अनुसार 500 रुपए से लेकर 5000 या फिर हर महीने उससे अधिक का रेकरिंग अकाउंट शुरू कर सकते हैं। म्युचुअल फंड में भी निवेश आपको फायदा पहुंचाएगा। भविष्य में आपको इससे भी काफी फायदा होगा और आप अपने कई जरूरी कामों को वर्तमान में जमा किए गए पैसों से पूरा कर सकती है।
कर्ज और लोन से खुद को करें आजाद
आपके लिए जरूरी यह भी है कि आप खुद को किसी भी तरह के कर्ज और लोन में बांध कर नहीं रखें। नौकरी से ब्रेक लेने से पहले आप अपने सारे कर्ज को अदा कर दें और खुद को किसी भी तरह के आर्थिक परेशानी में बांध कर न रखें। अगर आप ऐसा नहीं करती हैं, तो नौकरी से ब्रेक लेने के बाद किसी भी तरह का कर्ज चुकाना या फिर लोन भरना आपके लिए फायदे का सौदा हो सकता है।
अपने खर्चों का रखें हिसाब
नौकरी में ब्रेक लेने से पहले जैसा हम आपको पहले बता चुके हैं कि आपके पास बचत को लेकर एक अच्छी प्लानिंग होनी चाहिए। इसी के साथ आपको अपने अधिक खर्च की आदत को भी कम करना होगा। आप नौकरी से ब्रेक लेने से पहले खुद को पैसे बचाने की आदत में शामिल करें। यह बहुत जरूरी है कि आप अपने खर्चों का हिसाब- किताब रखें और अपने पैसे से बचत करें। एक सही तरह की फाइनेंशियल प्लानिंग में बचत का अहम किरदार होता है। आप अगर अपने निजी फाइनेंस को संभालकर आगे बढ़ाना चाहती हैं, तो बहुत जरूरी है कि आप अपने बचत का ध्यान रखें। कोशिश करें कि आपके हर दिन के खर्च के साथ आप कितना पैसा बचा पाती हैं। आप अगर 10 रुपए के खर्च में हर दिन 1 या 2 रुपए भी बचा पाती हैं, तो इससे आपको पैसे की बचत करने का आसान रास्ता मिलता है और वक्त के साथ आपको इसकी आदत भी हो जाती है। करियर की शुरुआत में अगर आपके खर्च कम है, तो आप अपनी हर महीने की कमाई का 10 से 20 फीसदी हिस्सा बचत के रूप में रख सकती हैं। हो सकता है कि वर्तमान में बचे हुए पैसे भविष्य में आपके लिए इमरजेंसी फंड के तौर पर काम आए।
इंश्योरेंस पर भी दें ध्यान
नौकरी के दौरान आपको कंपनी की तरफ से कई सारी मेडिकल से जुड़ी सुविधाएं मिल जाती हैं, लेकिन आप नौकरी से ब्रेक लेने की सोच रहे हैं, तो आपको इस तरफ भी खास ध्यान देना होगा। यह जरूरी है कि आप अपनी साल भर की सैलरी का करीब 10 गुना मेडिकल के लिए जरूर रखना चाहिए। इसका फायदा आपको भविष्य में होगा, जहां पर अगर आप या फिर आपका परिवार किसी मेडिकल परेशानी का सामना करते हैं, तो इस इंश्योरेंस आपके लिए बड़ी सहायता लेकर आ सकता है। इंश्योरेंस आपके लिए बैकअप आर्थिक सहायता का काम करता है। यह भी जरूरी है कि आप अपने लिए इमरजेंसी फंड भी जुटा कर रखें। कभी भी किसी तरह का इमरजेंसी हालात आपके सामने आ सकती है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने लिए इमरजेंसी फंड की व्यवस्था जरूर करके रखें। आप इसे अपने आर्थिक लक्ष्य में जरूर रखें। आपको अपनी सैलरी का कम से कम 3 से 5 फीसदी हिस्सा हर महीने भी निवेश करते जाएं। ऐसा करना आपको नौकरी से ब्रेक लेने के बाद आर्थिक बल देता है और आपके भविष्य को सुरक्षा की बचत देता है।