इन दिनों डिटॉक्स फेशियल का चलन काफी बढ़ गया है. इसे लिम्फेटिक ड्रेनेज मसाज भी कहा जाता है. इसके लिए सबसे पहले हम आपको थोड़ा लिम्फेटिक सिस्टम की जानकारी दे देते हैं, ताकि आपको समझने में आसानी हो.
लिम्फेटिक सिस्टम, इम्यून सिस्टम का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है. यह हमारे शरीर में हजारों लिम्फ नोड्स के नेटवर्क के जरिए लिम्फ नामक फ्लूइड को ब्लडस्ट्रीम तक ले जाता है. यह शरीर से गंदगी को बाहर फेंक देता है और व्हाइट ब्लड सेल्स को कैरी करता है, जो इंफेक्शन से शरीर का बचाव करती है. जब कभी लिम्फेटिक सिस्टम में कोई बाधा आती है, तो फ्लूइड का निर्माण होना शुरू हो जाता है, बस यहीं आपको लिम्फेटिक ड्रेनेज यानी एक विशेष तरह की मसाज थेरेपी की जरूरत होती है.
आजकल स्किन पर ग्लो लाने के लिए लोग डिटॉक्स फेशियल करवाते हैं, ताकि शरीर के साथ स्किन की गंदगी भी बाहर निकल जाए. इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने बात की मशहूर ब्यूटी एक्सपर्ट अनुजा शुक्ला से.
टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है डिटॉक्स मसाज
इस बारे में अनुजा शुक्ला कहती हैं, “हम जो कुछ भी खाते-पीते हैं, उसमें से जो काम की चीज़ें हैं, वह हमारा शरीर एब्ज़ोर्ब कर लेता है और जो व्यर्थ या टॉक्सिन्स चीज़ें बचती हैं, उसे पसीने व मल-मूत्र के द्वारा बाहर निकाल देता है. इसके बाद भी कई बार शरीर कुछ टॉक्सिन्स को बाहर नहीं निकाल पाता, तो वो हमारी स्किन पर जगह-जगह टॉक्सिन्स लिम्फ के रूप में जमा हो जाते हैं, जिसकी वजह से स्किन थकी हुई और बेजान नज़र आने लगती है और आगे चलकर फाइन लाइंस व डिस्कलरेशन यानी समान त्वचा की समस्या भी होने लगती है.”
कैसे करते हैं डिटॉक्स मसाज?
ब्यूटी एक्सपर्ट अनुजा शुक्ला, जो इस पेशे में करीब 25 साल से हैं, वह कहती हैं “ डिटॉक्सीफाय फेशियल के लिए हम रिच एंटीऑक्सीडेंट कंटेन्ट वाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं. एंटी ऑक्सीडेंट रिच प्रोडक्ट्स स्किन को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं और स्किन के कॉलेजन को भी बूस्ट करते हैं, जिसकी वजह से स्किन हेल्दी और यंग बनी रहती है.”
अपनी बात जारी रखते हुए वो कहती हैं, “इसके साथ-साथ डिटॉक्सीफाय फेशियल में इस्तेमाल होनेवाले एंटीऑक्सीडेंट्स प्रोडक्ट्स को काम लरने में लिम्फेटिक ड्रेनेज मसाज का बहुत बड़ा रोल होता है. क्योंकि लिम्फेटिक ड्रेनेज मसाज ही टॉक्सिन्स को स्किन से ड्रेन करने में मदद करती है. यह मसाज काफी साइंटिफिक है. इसमें त्वचा पर कुछ खास मोटर पॉइंट्स होते हैं, जिन पर प्रेशर से मसाज शुरू करते हुए लिम्फ नोट्स की तरफ ले जाते हैं. पूरे चेहरे, गर्दन व पीठ पर कई पॉइंट्स होते हैं, इस मसाज से उनकी अच्छी तरह से क्लीनिंग हो जाती है और स्किन काफी फ्रेश व हेल्दी हो जाती है.”
स्किन को यंग रखने के लिए जरूरी है विटामिन सी स्किन के लिए जरूरी इनग्रेडिएंट्स के बारे में बात करते हुए अनुजा कहती हैं, “स्किन को जवां रखने में सबसे बड़ा हाथ होता है विटामिन सी का, इसलिए हम स्ट्रॉबेरी, अनार, संतरा और रेड वाइन युक्त फेशियल क्रीम का इस्तेमाल करते हैं. इसके अलावा चॉकलेट फेशियल क्रीम भी टॉक्सिन्स को निकालने में मददगार होती है, साथ ही स्किन को ग्लोइंग व यंग बनाती है.”
तो अगली बार जब आप फेशियल करवाने जा रही हों, तो डीटॉक्स फेशियल करवाना न भूलिएगा, ताकि आपको मिले हेल्दी व ग्लोइंग स्किन.