चंदन पवित्र और सुगंधित होने के साथ -साथ बहुत उपयोगी लकड़ी है। इसे पूजा पाठ में इस्तेमाल करने के साथ-साथ आप अपनी त्वचा और बालों का खास ख्याल रखने में इस्तेमाल कर सकती है, क्योंकि इसके अनेक फायदे हैं, जो घर बैठे कुछ हफ्तों में ही आपके चेहरे और बालों को चमकदार बना सकता है। तो इसलिए आज हम आपको चंदन की लकड़ी, पाउडर और तेल के कुछ बेमिसाल फायदों के बारे में हम यहां आपको बताने जा रहे हैं।
चंदन की उत्पत्ति
हमारे धार्मिक अनुष्ठानों ही नहीं बल्कि धार्मिक ग्रंथों में भी चंदन का जिक्र है। माना जाता है कि चंदन की लकड़ी ऐतिहासिक और पौराणिक रूप से महत्वपूर्ण दक्षिणी भारतीय पर्वत शृंखला मलाया में उत्पन्न हुई थी। भारत के अलावा यह श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया और प्रशांत महासागर के आस-पास के कई अन्य देशों में भी पाया जाता है। चंदन मूल रूप से चार प्रकार का माना जाता है, सफेद, लाल, पीला और मलयागिरी।
त्वचा को बनाता है चमकदार
दादी-नानी नहीं, बल्कि रानी-महारानियों के जमाने में भी, जब भी बात खूबसूरती की आती है। चंदन का जिक्र सबसे पहले आता है। मुंहासे और एक्ने की समस्या से लड़ने में चंदन कितना फायदेमंद है। इसका यह गुण जगजाहिर है, लेकिन यह हमारे चेहरे के लिए और भी कई तरह से बेहद फायदेमंद है। आइए जानते हैं उन फायदों के बारे में ।
-सिर्फ मुंहासों और एक्ने को यह दूर नहीं करता है, बल्कि अगर आपके मुंहासे और एक्ने ठीक हो गए हैं, लेकिन उनके दाग अभी भी आपके चेहरे पर बने हुए हैं, तो आप चंदन के पाउडर को गुलाबजल में मिलाकर एक लेप बनाकर लगाएं और कुछ ही दिनों में मुंहासे और एक्ने के दागों से भी छुटकारा पा सकती हैं।
- हमारी त्वचा को सबसे ज्यादा नुकसान धूप से होता है, काफी प्रोटेक्शन के बावजूद कई बार टैनिंग हमारे चेहरे की सबसे बड़ी समस्या बन जाती है। हमारी त्वचा को इस परेशानी से भी बचाने में चंदन का कोई सानी नहीं है। आप एक चम्मच चंदन पाउडर में एक चम्मच दूध और एक चुटकी हल्दी मिलाकर लगाएं और बीस मिनट बाद इसे ठंडे पानी से धो लें। कुछ ही हफ्तों में आपका चेहरा टैनिंग को हमेशा के लिए अलविदा कह देगा।
-कई बार प्रदूषण और तेज धूप से हमारी त्वचा पर रैशेज और एलर्जी हो जाती है। इस तरह के संक्रमण से भी चंदन हमारे त्वचा को बचाता है, क्योंकि इसमें प्रोटीन होती है, जिससे हमारी त्वचा की पोर्स टाइट होती है।
दरअसल, चंदन के तेल में 200 से अधिक तत्व होते हैं। फाइटोकेमिकल्स और सैंटालोल अधिक होते हैं, ये दोनों ही त्वचा को हाइड्रेट करने में मदद करते हैं और शुष्क, चिड़चिड़ी त्वचा से राहत दिलाते हैं।
-चंदन से आप अपनी उम्र को भी छुपा सकती हैं, क्योंकि इसमें एंटी एजिंग के भी गुण होते हैं। चेहरे की झुर्रियां और फाइन लाइंस को यह बढ़ने से रोकता है।
हेयर केयर में भी है फायदों से भरपूर
चंदन सिर्फ त्वचा के लिए ही नहीं, बल्कि बालों के लिए भी वरदान है। मौजूदा दौर की भागदौड़ की भरी जिंदगी और स्ट्रेस की वजह से बालों का झड़ना और गंजेपन की समस्या आम हो गयी है। पुरुष से लेकर महिलाओं सभी में ये लक्षण आम है, लेकिन चंदन के तेल से रोजाना सर की मालिश करने से आप अपने बालों को नहीं, बल्कि इस समस्या को बाय-बाय कर देंगी। एक नए शोध में यह जानकारी सामने आयी है कि चंदन की खुशबू केराटिन प्रोटीन के उत्पादन को बढ़ा देते है।
- बालों में डैंड्रफ और ऑयली स्कैल्प से परेशान लोगों के लिए भी चंदन का पाउडर काफी फायदेमंद है। चंदन के पाउडर को पानी के साथ मिलाकर पतला पेस्ट बनाएं। इसे अपने स्कैल्प पर लगाएं और 30 मिनट के लिए छोड़ दें और उसके बाद सल्फेट फ्री शैम्पू और कंडीशन से बालों को धो लें। कुछ हफ्तों में ही आपको फर्क देखने को मिल जाएगा।
- अगर आप अपने बालों के रुखेपन की समस्या से अब तक निजात नहीं पा सकी है, तो चंदन के तेल को इस्तेमाल में लाना शुरू कार दीजिए। इसके लिए आप एक मग पानी में चंदन के तेल की कुछ बूंदें मिलाएं और हेयर वॉश करने के बाद आखिरी में अपने बालों को इस पानी से धो लें। चंदन का तेल आपके बालों के रुखेपन को दूर करता है और बालों में चमक लाने के साथ उसे अधिक हेल्दी बनाता है।
अरोमा थेरेपी में भी कारगर
मौजूदा दौर की भागदौड़ की भरी जिंदगी में बॉडी और माइंड को रिलैक्स करने के लिए रोमा थेरेपी को बहुत फायदेमंद माना जाता है। अरोमा थेरेपी से स्ट्रेस और थकान में कमी, अच्छी नींद, मांसपेशियों में आराम जैसे फायदे शामिल है। इस थेरेपी में बस तेल का ही इस्तेमाल होता है। खास बात यह है कि अरोमा थेरेपी में चंदन का तेल सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाला तेल है। आखिरकार इसके फायदे जो भरपूर जो है। चंदन से निकाला गया तेल, हाई ब्लड प्रेशर से निपटने और तनाव कम करने के लिए अरोमाथेरेपी में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। तेल में मौजूद सामग्री सेरोटोनिन अच्छी नींद में भी सहायक है। चंदन के औषधीय गुण खुशी और संतोष की भावना को भी ट्रिगर करता है। अरोमा थेरेपी के लिए आपको महंगे स्पा में जाने की जरूरत नहीं है। आप घर पर भी इसे आजमा सकती है। एक कटोरी में चंदन के तेल की कुछ बूंदें लें और फिर उसमें आधी मात्रा में पानी डालकर हल्का गर्म कर लें। अब आप इसका इस्तेमाल अपनी बॉडी और माइंड को रिलैक्स करने के लिए कर सकती है।
आध्यात्मिक महत्व
चंदन पूजा-पाठ, खूबसूरती को बढ़ाने के अलावा आध्यात्मिक महत्व भी बहुत रखता है। चंदन को हम माथे के बीच में लगाते हैं। विज्ञान भी इस बात को मानता है कि यह हमारे शरीर का अहम हिस्सा है। इसे अगर आप संतुलन में रखते हैं, तो जीवन को सही दिशा देना आपके लिए आसान रहता है और चंदन का तिलक के चंदन की माला अगर आप पहनती हैं, तो यह मेडिटेशन के दौरान आपको सकरात्मक एनर्जी से भरता है।
नियमित रूटीन में शामिल कैसे करें
-आप चंदन के तेल को अपने नहाने के पानी में डालकर महसूस कर सकती हैं कि यह किस तरह से आपको फ्रेश महसूस करवाने के साथ-साथ रिलैक्स भी करता है।
-परफ्यूम या डियोडोरेंट्स हम सबकी दिनचर्या में शामिल है। उसमें चंदन के तेल की कुछ बूंदों को मिलाया जा सकता है। यह शरीर की दुर्गंध को दूर करने में मदद करता है और साथ ही यह आपको लंबे समय तक ठंडा और तरोताजा रखने में भी कारगर साबित होगा।
चंदन सिर्फ परफ्यूम के लिए नहीं है। चंदन के कई उपयोग हैं। अगरबत्ती, चंदन की माला,चंदन का ब्रासलेट जैसी कई चीजें हैं, जो आपके घर और आपको भीनी-भीनी खुशबू देने के अलावा कई बीमारियों से दूर रखने में मदद कर सकती है।
अपने घर को सजाने के लिए भी चंदन की लकड़ी से बने मूर्तियां, खिलौने या दूसरे सजावट के सामानों को आप शामिल कर सकती हैं।
चंदन एक बेहद फायदेमंद औषधि की तरह है,जिसका इस्तेमाल कर आप अपनी त्वचा और बालों को कई तरह की परेशानियों से बचा सकते हैं। इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि अति हर चीज की बुरी होती है, तो उचित मात्रा में ही चंदन का इस्तेमाल आप अपनी त्वच्छा और बालों के लिए करें। इससे किसी भी तरह की साइड इफेक्ट्स से आप खुद को दूर रखेंगी। अगर आप स्किन या बालों की किसी गंभीर समस्या से जूझ रही हैं, तो डॉक्टरी सलाह को सबसे पहले प्राथमिकता दें। आप चंदन के जरिए खुद से उसका इलाज करने की बिल्कुल भी न सोचें।
चंदन के इस्तेमाल से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
मनचाहे परिणाम के लिए चंदन के फेसपैक को कितनी बार सप्ताह में लगाना चाहिए?
हफ्ते में कम से कम दो बार फेसपैक को लगाना चाहिए। वो भी 15 से 20 मिनट तक ही इसे अपने चेहरे पर लगा रहने दें।
चंदन का इस्तेमाल कितनी मात्रा में करना सही है?
जानकारों की मानें, तो चंदन का पाउडर 3 से 6 ग्राम, चंदन का तेल 10 से लेकर 15 बूंद सही मात्रा है।
क्या चंदन से स्किन पर साइड इफेक्ट्स भी हो सकता हैं?
चंदन स्किन के लिए वरदान हैं, लेकिन इस्तेमाल से पहले एक बार इसे अपने हाथों पर लगाकर जरूर देखें। अगर आपके हाथों पर कोई गलत प्रभाव नहीं पड़ा, तो फिर आप इसका इस्तेमाल अपने चेहरे पर कर सकती है।
चंदन का लेप और तेल को लंबे समय तक किस तरह से सुरक्षित रखा जा सकता है?
चंदन के पाउडर, तेल या उसके लेप को सुरक्षित रखने का तरीका एयर टाइट कंटेंनर हैं। तेल को तो एयर टाइट कंटेंनर में रखकर आप सालों-साल इस्तेमाल कार सकती हैं, जबकि पाउडर को कुछ महीने तक और उसके लेप को दो से तीन दिन तक इस्तेमाल कर सकती हैं।
क्या चंदन किसी तरह से नुकसानदेह भी साबित हो सकता है?
हालांकि इस बारे में अब तक कोई स्टडी सामने आयी है, लेकिन कई जानकारों का मानना है कि अगर अधिक मात्रा में चंदन मुंह के जरिए पेट में चला जाए, तो यह पेट की कुछ समस्याओं का कारण बन सकता है।