मां शब्द अपने आप में ही सुकून है, वहीं अगर मां का साथ जीवन में हो, तो हर छोटी-बड़ी परेशानी से बाहर निकलने का रास्ता मां के हाथों में होता है, तभी तो कहते हैं कि मां के हाथ में जादू है। यही वजह है कि मां अपनी रोजमर्रा की जीवन से खोजकर कोई न कोई ऐसी सलाह जरूर देती हैं, जो हर बेटी के लिए जीवन की सीख बन जाती है। खासतौर पर जब सवाल आता है, मां के घरेलू नुस्खों का और जब भी हमें किसी भी तरह की सेहत से जुड़ी परेशानी होती है, तो मां अपने नुस्खों की दुकान खोल देती हैं। ऐसे में जानते हैं, मां के नुस्खे के बारे में जो कि हमेशा बेटी को अपनी जिंदगी में अपनाना चाहिए। हम तो कहेंगे कि इन सभी सीख को गांठ बांध कर रख लेना चाहिए।
कच्चे दूध का कमाल
बचपन में हम सभी दूध का नाम सुनकर जरूर भागते थे, लेकिन मां दूध के गिलास में दुलार भरकर इसे जरूर पिलाती थीं, ठीक इसी तरह मां उस वक्त भी दूध का कटोरा लेकर खड़ी हो जाती थीं, जब हमें अपने चेहरे की त्वचा में और निखार लाना होता था, ऐसे में मां का कच्चे दूध वाला तरीका कमाल कर जाता था। इसके लिए ठंडे कच्चे दूध को कापूस में भिगोकर चेहरे और गर्दन पर अच्छी तरह से लगा लेना चाहिए और फिर हल्के हाथों के साथ चेहरे की मसाज करनी चाहिए और जब दूध चेहरे की त्वचा में पूरी तरह से समा जाए, तो कुछ देर बाद चेहरे को साफ पानी से धो लें। इस तरह कच्चे दूध का मसाज आपके चेहरे की त्वचा को निखारने में मदद करता है। तो फिर क्यों न मां का यह मिल्की टिप्स अपनाया जाये।
सरसों के दाने का कमाल
सरसों के तेल में बना मां के हाथ का आलू भुजिया जितना स्वाद दे जाता था, ठीक इसी तरह सरसों के दाने के लेप की एक कटोरी हर सप्ताह हमारे सामने मां जरूर लेकर आती, जहां हर कोई नहाने के लिए साबुन का इस्तेमाल करता, तो मां वहीं सरसों के दाने को भून कर सिल बट्टा पर उसे पीस कर कटोरी में लेप निकालकर नहाने से पहले हाथ में थमा देतीं और कहती कि इससे बढ़िया त्वचा की सफाई कोई दूसरा साबुन नहीं कर सकता। तो एक बार फिर से इस मां के इस नुस्खे को अपना कर देखिए।
बेसन और हल्दी का गोल्डन लेप
जब भी किसी किसी दोस्त के घर की पार्टी में जाना होता तो मां एक दिन पहले अपने चेहरे पर एक पीला रंग का गोल्डन लेप लगाया करती थीं, जो कि बाजार से नहीं, बल्कि मां की रसोई में हमेशा मौजूद रहता था। इस लेप को बनाने के लिए मां का बताया हुआ तरीका यह है कि बेसन, हल्दी और गुलाब जल को एक साथ मिलाकर मिट्टी के बर्तन में रख दें और इसके बाद इस पूरे घोल का लेप चेहरे पर लगायें। इस घोल के पूरी तरह से त्वचा पर सूख जाने के बाद ठंडे पानी से चेहरा साफ कर लें। आप भी मां के इस कमाल के सुझाव के साथ पार्टी के लिए खुद के चेहरे की त्वचा को तैयार कर सकती हैं।
जब मां के हाथ में होती थी नारियल तेल की कटोरी
अरे, तू बाल में तेल ही नहीं लगाती ! देख पूरे बाल कैसे रुखे हो गए, मां की यह चिंता हमारे लिए चंपी का समय लेकर आती थी। अक्सर स्कूल से छुट्टी के दिन मां नारियल तेल को हल्का-सा गुनगुना करके उसमें कपूर की गोली को आधा तोड़ कर पिघला लेती थीं और फिर अपने हाथ से बालों में तेल लगाकर अच्छे से चंपी किया करती थीं, फिर न तो बाल टूटने की परेशानी होती और इस तरह की चंपी से थकान भी गायब हो जाती। तो आज भी आपकी सारी परेशानी का हल यही है, तो अपना लीजिए इसे।
महीने के दर्द में रामबाण इलाज है ये नुस्खा
महीने के दर्द के दौरान सिर्फ एक आवाज सुन मां अपने इलाज की पूरी दुकान खोल देती हैं। एक तरफ जहां वह गर्म पानी की थैली (हीट पैड) से पेट को सेंकने की सलाह देती, तो वहीं दूध में अजवाइन, सौंठ और गुड़ पकाकर गर्म-गर्म पीने की सलाह भी पीरियड्स के दर्द को छू मंतर कर देती है। आप भी इस सबसे काम की सलाह को अपनी डायरी में नोट कर सकती हैं।
मां का गुणकारी हेयर ऑयल
बाजार से कुछ भी सामान खरीदने से पहले मां के पास हमेशा खुद का एक प्रोडक्ट तैयार होता था। खासकर हेयर ऑयल को लेकर। किचन का सारा काम निपटाकर दोपहर में मां नारियल के तेल में मेथी दाना, कड़ी पत्ता और कलौंजी को अच्छी तरह से पकाकर और फिर इस तेल को ठंडा कर एक डिब्बे में भरकर बालों की हर समस्या से निपटने का जादुई तेल बनाकर तैयार करती थीं। सच मानिए बाजार में मिलने वाले कई सारे महंगे हेयर ऑयल की जगह मां का यह किफायती तेल कई गुणा असरदार साबित होता है।